लवीव में एक अंतिम संस्कार में भाग लेते विश्वासी लवीव में एक अंतिम संस्कार में भाग लेते विश्वासी  (AFP or licensors)

पोप : शांति की खोज सभी लोगों की जिम्मेदारी है

संत पापा फ्राँसिस ने चेतावनी दी है कि यदि युद्ध की भयावहता की आदत पड़ जाएगी और उदासीनता हावी हो जायेगी, तो पूरा मानव परिवार हार जाएगा।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, सोमवार, 2 दिसंबर 2024 (रेई) : देवदूत प्रार्थना के दौरान संत पापा ने विश्वासियों का अभिवादन किया तथा विभिन्न घटनाओं की याद की।

संत पापा ने अर्जेंटीना एवं चिली के बीच समझौते के 40वें वर्षगाँठ की याद की जिसको कुछ ही दिनों पहले शांति और मैत्री संधि के 40वें वर्षगाँठ रूप में मनाया गया। वाटिकन की मध्यस्थता से, इस संधि ने उस क्षेत्रीय विवाद को समाप्त कर दिया जिसने अर्जेंटीना और चिली को युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया था। संत पापा ने कहा, “यह दर्शाता है कि जब कोई हथियारों के इस्तेमाल को त्याग देता और बातचीत में शामिल होता है, तो वह अच्छी प्रगति करता है।”

लेबनान और इस्राएल के बीच युद्धविराम पर खुशी

संत पापा ने लेबनान और इस्राएल के बीच युद्धविराम के लिए अपनी खुशी जाहिर की और कहा, “मैं लेबनान में हाल के दिनों में हुए युद्ध विराम से खुश हूँ और मुझे उम्मीद है कि सभी पक्षों द्वारा इसका सम्मान किया जाएगा, जिससे संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों की जनता - लेबनानी और इजरायली दोनों - लेबनानी सेना और संयुक्त राष्ट्र शांति सेना की बहुमूल्य मदद से शीघ्र और सुरक्षित घर लौट सकेगी।”

उन्होंने लेबनान के नेताओं से अपील की कि वे देश के राष्ट्रपति का तत्काल चुनाव करें और संस्थाओं को उनके सामान्य कामकाज पर बहाल करें, आवश्यक सुधारों के साथ आगे बढ़ें और यह सुनिश्चित करें कि देश विभिन्न धर्मों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के उदाहरण के रूप में अपनी भूमिका बनाए रखें।

पोप ने आगे कहा, “मेरी आशा है कि शांति की जो किरणें उभरी हैं, वे सभी अन्य मोर्चों पर, विशेष रूप से गज़ा में, युद्ध विराम की ओर ले जाएंगी। मैं उन इस्राएलियों की मुक्ति के बारे में बहुत चिंतित हूँ जो अभी भी बंधक हैं, और थके हुए फिलिस्तीनियों तक मानवीय सहायता पहुंचे।”

सीरिया में हिंसा भड़कने से दुःख

सीरिया में भड़की हिंसा के लिए दुःख प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, आइये हम सीरिया के लिए प्रार्थना करें, जहाँ दुर्भाग्य से युद्ध फिर से भड़क गया है, जिससे कई लोग पीड़ित हुए हैं। मैं सीरिया की कलीसिया के बहुत करीब हूँ। आइए हम प्रार्थना करें!

संत पापा ने पीड़ित यूक्रेन के लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की जो करीब तीन वर्षों से मौत, घायल होने, हिंसा और विनाश की भयंकर घटनाओं को झेल रहे हैं। संत पापा ने कहा, “बच्चे, महिलाएँ, बुजुर्ग और कमजोर लोग सबसे पहले इसके शिकार बनते हैं। युद्ध एक दहशत है, युद्ध ईश्वर और मानवता का अपमान करता है, युद्ध किसी को नहीं छोड़ता, युद्ध हमेशा हार है, पूरी मानवता की हार! हमें लगता है कि सर्दी आ गई है, और लाखों विस्थापित लोगों की स्थिति बदतर होने का खतरा है। ये महीने उनके लिए अधिक कठिन होने वाले हैं। युद्ध और शीत का संयोजन दुखद है।

यूक्रेन के लोगों के लिए पोप की चिंता

अतः पोप ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से युद्धविराम की अपील करते हुए कहा, “मैं एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और हर अच्छे इरादे वाले पुरुष और महिला से अपील करता हूँ कि वे इस युद्ध को रोकने और संवाद, भाईचारा एवं मेल-मिलाप स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास करें।” हर स्तर पर पुनः प्रयास किया जाए। और जब हम क्रिसमस की तैयारी कर रहे हैं, शांति के राजा के जन्म की प्रतीक्षा कर रहे हैं, इन लोगों को ठोस आशा प्रदान की जाए। शांति की खोज कुछ लोगों की नहीं, बल्कि सभी लोगों की जिम्मेदारी है। अगर युद्ध की भयावहता के प्रति आदत और उदासीनता हावी हो गई, तो पूरा मानव परिवार ही हार जाएगा। युद्ध के कारण पूरा मानव परिवार पराजित हो चुका है! संत पापा ने कहा, “प्यारे भाइयों और बहनों, आइए हम इस कठोर परीक्षा से गुज़र रहे लोगों के लिए प्रार्थना करने से कभी न थकें और ईश्वर से शांति का वरदान माँगें।”

इसके उपरांत संत पापा ने रोम, इटली एवं विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया।

और अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए संत पापा ने सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।

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02 December 2024, 15:15