झारखंड, गुमला एराऊज संस्था द्वारा जरुरतमंदों को सहायता
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
गुमला, बुधवार 6 मई 2020 (वीआर हिन्दी) : विश्व कोरोना वायरस से जूझ रहा है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन को फिर से दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है। लॉकडाउन ने झारखंड राज्य के गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों को बहुत बुरी तरह से प्रभावित किया है। झारखंड की कलीसिया हरसंभव जरुरतमंद लोगों की सहायता में लगी हुई है।
एराऊज संस्था गुमला
गुमला धर्मप्रांत में एराऊज संस्था की ओर से मंगलवार को चैनपुर प्रखंड के बेंदोरा, बारडीह और बामदा गांवों के करीब 886 गरीबों और असहाय लोगों के बीच राशन बांटा गया। हरएक को 25 किलो चावल, 3 किलो दाल, 1 लीटर सरसों तेल,1पैकेट नमक के साथ साथ साबुन, सैनिट्री नैपकिन और मास्क भी दिया गया। उन गांवों की सहिया दीदी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच मास्क, साबुन, सेनेटाइजर व ग्लब्स का वितरण किया गया। चैनपुर अनुमंडल पदाधिकारी सत्य प्रकाश, उप प्रमुख सुशील दीपक मिंज एवं एराऊज संस्था के निदेशक फादर अनुरंजन पूर्ति ने संयुक्त रुप से वितरण किया।
चैनपुर अनुमंडल पदाधिकारी सत्य प्रकाश ने कोरोना वायरस से बचने के उपाय के तहत सोशल डिस्टेंसिग बनाये रखने और बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखने की भी बात कही। उन्होंने मास्क पहनने पर भी जोर दिया। उप प्रमुख सुशील दीपक मिंज ने कहा कि वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए हमें जागरुक होना होगा। एक दूसरे के साथ दूरी बनाते हुए, हमें इस महामारी से लड़ना होगा।
एराऊज संस्था के निदेशक फादर अनुरंजन पूर्ति ने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए हमें सरकार के आदेश का पालन करना होगा। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे घर में सुरक्षित रहे और अपने परिवार को भी सुरक्षित रखें। फादरअनुंजन ने बताया कि एराऊज संस्था की ओर से 83 राजस्व ग्रामों के 863 वंचित परिवारों को चिन्हित किया गया था। परिवारों के चयन का मापदंड था, ऐसे परिवार जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, अपंग, विधवा व विधूर, दिहाड़ी मजदूर, घांसी, चमार, लोहार, डोमरा और वे विद्यार्थी जो अचानक लॉकडाउन के कारण अपने घर न जा सके हैं।
सामग्री वितरण में संस्था के सहायक समन्वयक ललित महतो, उषा सरिता मिंज, सुमन एक्का, जेम्स कुजूर और नीरज ने सहयोग दिया।
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