प्रवासियों का स्वागत कर निःस्वार्थ सेवा का परिचय दिया कलीसिया ने
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
झारखंड, बुधवार, 6 मई 2020 (वीएन हिन्दी)- मांडर स्थित संत अन्ना शेल्टर होम राँची महाधर्मप्रांत के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे 14 शेल्टर होम में से एक है, जिसको स्कूल घर में स्थापित किया गया है। संत अन्ना की पुत्रियों के धर्मसंघ राँची की मदर जेनेरल सिस्टर लिण्डा मेरी वॉन ने शेल्टर होम का दौर कर स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, "कल रात दूसरा दल हमारा केंद्र पहुँचा। उन्होंने कल 5.00 बजे सुबह गौंदली पोखर से पैदल यात्रा शुरू की थी और शाम 8.30 बजे मांडर पहुँचे। मांडर ब्लोक के बी. डी. ओ. और सी. ई. ओ. ने उन्हें हमारी धर्म बहनों को सौंप दिया। उन्हें लातेहार जाना है। दल में दो महिलाएँ, एक पुरूष, एक युवक, एक युवती एवं एक बच्ची हैं। वे बहुत थक चुके हैं और पैर दर्द के कारण आगे नहीं चल पा रहे थे। एक महिला जिसके पैर में बहुत दर्द था उसे चिकित्सा के लिए अस्पताल लिया गया है।"
मदर जेनेरल ने धर्मबहनों को प्रोत्साहन दिया कि वे निःस्वार्थ भाव से सेवा देती रहें।
विदित हो कि इस शेल्टर होम में 30 अप्रैल को 17 प्रवासियों के पहले दल का स्वागत किया गया था। वे सभी छत्तीसगढ़ के हैं जो रंगामाटी से राँची होते हुए अपने घर लौट रहे थे।
झारखंड के वित्तमंत्री श्री रमेश्वर उराँव ने 4 मई को राँची आर्चविशप हाउस जाकर झारखंड में राँची की कलीसिया द्वारा मानवीय सहायता के सराहनीय कार्यों के लिए अपना आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर राँची के धर्माध्यक्ष थेओदोर ने कहा था कि लोगों की निःस्वार्थ सेवा एवं गरीबों की मदद करना कलीसिया की बुलाहट है।
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