खोज

बहरीन में युवाओं के नृत्य का दल बहरीन में युवाओं के नृत्य का दल 

बहरीनीः मानवता हमें जोड़े, धर्म हमें न तोड़ें

एक बहरीनी ने जो संत पापा फ्रांसिस की प्रेरितिक यात्रा के भिन्न कार्यक्रमों में सहभागी होते हुए उनकी प्रेरितिक यात्रा के महत्व, अंतरधार्मिक वार्ता पर अपने चिंतन प्रस्तुत किया, साथ ही उन्होंने ख्रीस्तीय संस्थानों में बहरीनियों की शिक्षा-दीक्षा की प्रशंसा की।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 7 नवम्बर 2022 (रेई) संत पापा फ्रांसिस की बहरीन प्रेरितिक यात्रा में करीबन 110 विभिन्न देशों के प्रतनिधियों ने भाग लिया जिसमें मुख्यतः हजारों बहरीनी शामिल थे।

बहरीनी मुल्क के खालीद अली ने वाटिकन संवाददाता डेविन वाटकिन्स से वार्ता करते हुए संत पापा की इस प्रेरितिक यात्रा को “ऐतिहासिक” घटना बतलाता। उन्होंने कहा कि बहरीनवासियों को संत पापा की इस यात्रा का बहुत ही बेसब्री से इंतजार था।

अपनी वार्ता में अली ने कहा, “उनके समय की बहरीनी पीढ़ी ने काथलिक धर्मबहनों के द्वारा संचालित सेक्रेड हार्ट विद्यालय में अपने जीवन की शिक्षा-दीक्षा को ग्रहण किया है, जिसकी भेंट संत पापा ने शुक्रवार को की।” उन्होंने कहा,“हमारे लिए संत पापा की यह यात्रा सालों शुरू हुई की गई यात्रा का एक विस्तार है,  बहरीन अपने इतिहास में न केवल ख्रीस्तियों का बल्कि अन्य दूसरे सभी धर्मों के लोगों का स्वागत करती आई है।”  

धर्मों के बीच वार्ता

धर्मों के मध्य के वार्ता के संबंध में अली ने कहा कि वे संत पापा के संदेश और विचारों से सहमत हैं। उन्होंने कहा,“धर्मों के बीच परस्पर वार्ता “एक आवश्यकता” है खास कर “हमारी वर्तमान परिस्थितियों में”। इस संबंध में अपने विचारों को साझा करते हुए उनहोंने कहा, “यह महत्वपूर्ण है क्योंकि धर्मों के नेताओं को एक साथ लाता है जिसका अनुसरण लोग करते हैं और उनके संदेशों पर विश्वास करते हैं।” अतीत में बहुत से नेताओं ने वार्ता की विषयवस्तु पर विचार नहीं किया। लेकिन संत पापा फ्रांसिस और गैंड इम्मान के साथ ऐसी बात नहीं है। मानव भ्रातृत्व के दस्तावेज, तूत्ती फ्रातेल्ली पर हस्ताक्षर करने से लेकर आज तक, हम हर किसी को पाते हैं जो अंतरधार्मिक वार्ता के बारे में जिक्र करता है, इसके बारे में अपने विचारों को प्रवचन स्वरुप प्रस्तुत करता है।

उन्होंने कहा, “उम्मीद है कि कई सीमाओं और दीवारों को तोड़ेगा जो विगत सालों में खड़ा किये गये हैं, यह हमारी मानवता में हमें एक साथ लायेंगा” हम अपने धर्म का उपयोग लोगों को तोड़ने के लिए नहीं करेंगे। 

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

07 November 2022, 15:33