सन्त पापा फ्राँसिस को निमंत्रण देने का मोदी से आग्रह
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
नई दिल्ली, शुक्रवार, 23 दिसम्बर 2022 (ऊका समाचार): नई दिल्ली में, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के नवाध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष एन्ड्रयू थाज़ाथ ने गुरुवार, 21 दिसम्बर को भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर उनसे आग्रह किया कि वे सन्त पापा फ्राँसिस को भारत आने का निमंत्रण दें।
मुलाकात के अवसर पर उन्होंने प्रधान मंत्री के समक्ष ख्रीस्तीय समुदाय की चिन्ताओं को रखा और साथ ही ख्रीस्तीय समुदाय की ओर से क्रिसमस महापर्व की बधाइयाँ अर्पित कीं। मुलाकात के अवसर पर, जिसमें संघीय मंत्री वी. मुरलीधरन और राजीव चंद्रशेखर भी शामिल थे। महाधर्माध्यक्ष थाज़ाथ ने अपने पूर्ववर्ती मुम्बई के कार्डिनल ऑसवाल्ड ग्रेसियस द्वारा सन्त पापा फ्रांसिस को भारत आमंत्रित करने हेतु किए गए अनुरोध को दोहराया।
बैंगलोर में विगत माह सम्पन्न काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की द्विवर्षीय सभा में महाधर्माध्यक्ष एन्ड्रयू थाज़ाथ सम्मेलन के नवाध्यक्ष नियुक्त किये गये थे।
प्रेस विज्ञप्ति
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्ष सम्मेलन द्वारा उक्त मुलाकात के बाद प्रकाशित एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि महाधर्माध्यक्ष थाज़ाथ ने सन्त पापा फ्राँसिस को देश आने के लिये प्रधान मंत्री के समक्ष कार्डिनल ऑस्वाल्द ग्रेशियस के अनुरोध को दुहराया।
इस अनुरोध के उत्तर में प्रधान मंत्री ने कहा कि "वे पहले ही सन्त पापा फ्राँसिस को भारत में आमंत्रित कर चुके थे" और फिर "31 अक्टूबर, 2021 को उन्होंने व्यक्तिगत रूप से वाटिकन में सन्त पापा से मुलाकात के अवसर पर अपने निमंत्रण को दोहराया था"।
विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रधान मंत्री ने कहा कि वे सन्त पापा फ्राँसिस को आमंत्रित करना जारी रखेंगे तथा भारत लाने की कोशिश करेंगे।
विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि महाधर्माध्यक्ष थाज़ाथ ने भारत के ख्रीस्तीय समुदाय की चिन्ताओं को भी प्रधान मंत्री के समक्ष रखा जिन्होंने अल्पसंख्यकों को समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
सन्त पापा से मुलाकात
विगत वर्ष रोम में सम्पन्न जी 20 सम्मेलन के दौरान प्रधान मंत्री मोदी ने वाटिकन में सन्त पापा फ्राँसिस से मुलाकात की थी और इसी अवसर पर उन्होंने सन्त पापा से भारत आने का निवेदन भी किया था। उस समय प्रधान मंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर प्रकाशित किया थाः "सन्त पापा फ्रांसिस के साथ बहुत गर्मजोशी से मेरी मुलाकात हुई। मुझे उनके साथ कई मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला और मैंने उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया है।"
प्रत्युत्तर में मुस्कुराते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा थाः "आपकी यात्रा के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं खुश हूँ, मैं बहुत खुश हूँ।" इन शब्दों के उत्तर में प्रधान मंत्री ने कहा था, "मैं आपको भारत में देखना चाहूंगा।"
इससे पूर्व कार्डिनल ऑस्वाल्द ग्रेशियस, सिरो मलाबार कलीसिया के प्रधान कार्डिनल जॉर्ज आलेनचेरी तथा सिरो मलाबार कलीसिया के कार्डिनल बासिलियोज़ क्लेमिस ने प्रधान मंत्री मोदी से मुलाकात कर उनसे सन्त पापा फ्रांसिस को भारत आने का निमंत्रण देने का आग्रह किया था।
भारत में काथलिक परमाध्यक्ष की अन्तिम यात्रा सन् 1999 में सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा सम्पादित की गई थी।
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