निकारागुआ : हिरासत में लिये गए पुरोहित, सेमिनरी छात्र देश से निष्कासित
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
राष्ट्रपति डानिएल ओर्तेगा ने जेल में बंद 222 राजनीतिक विरोधियों को अमेरिका भेज दिया। उनमें 5 पुरोहित, एक डीकन और 2 सेमिनरी छात्र हैं, जिनपर सरकार के खिलाफ साजिश रचने क आरोप है।
मनागुआ की अदालत ने एक बयान में निर्वासन की पुष्टि की है जिसमें कहा गया है कि 222 "लोगों को स्वतंत्रता, संप्रभुता और आत्मनिर्णय को कमजोर करनेवाले कृत्य और हिंसा, आतंकवाद एवं आर्थिक अस्थिरता को उकसाने के लिए सजा सुनाई गई।"
निकारागुआ की नागरिकता छीन ली गई
निर्वासितों की सूची में फादर ऑस्कर बेनाभितेस, फादर रामिरो तिजेरिनो, फादर सादिएल यूगारिओस, फादर जोश डाएस और फादर बेनितो मार्तिनेज हैं, साथ ही उपयाजक राऊल वेगा एवं सेमिनरी छात्र मेलकिन चेंतेनो एवं डार्विन लेवा के नाम शामिल हैं। मटागाल्पा धर्मप्रांत के दो पत्रकार मानुएल ओबंदो और विलबेर्तो असतोला को भी निर्वासित किया गया है।
निर्वासित लोगों को "मातृभूमि के गद्दार" घोषित किया गया और उनसे निकारागुआन नागरिकता छीन ली गई।
स्थानीय सूत्रों ने वाटिकन न्यूज को बतलाया कि मटागाल्पा के धर्माध्यक्ष रोनाल्डो जोश अल्वारेज तथा एस्तेली धर्मप्रांत के प्रेरितिक प्रशासक निकारागुआ में ही हैं। इसके अलावा, ग्रानाडा के दो अन्य पुरोहित – फादर मानुएल गार्चा एवं फादर जोश उर्बिना कैद में ही हैं।
निकारागुआ के अधिकारियों ने बाद में पुष्टि दी कि धर्माध्यक्ष अल्वारेज ने निर्वासन में जाने से इंकार किया, जिन्हें हाउस अरेस्ट से ला मॉडेलो डी टिपिटापा जेल में कैद किया गया था।
कूटनीतिक प्रयास
अमेरिकी अधिकारियों ने इस कदम को चल रहे कूटनीतिक प्रयास का कारण माना है और वर्तमान निकारागुआन प्रशासन में प्रमुख नेतृत्व के आंकड़ों के खिलाफ प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया है।
निकारागुआ के राष्ट्रपति डानियल ओर्तेगा ने राष्ट्रव्यापी प्रसारण में इन परिवर्तनों का कोई जिक्र नहीं किया।
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