मेलकाइट काथलिक धर्माध्यक्ष ने रोम यात्रा को 'प्रेरितिक विश्वास का उत्सव' बताया
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, मंगलवार 16 मई 2023 (वाटिकन न्यूज) : 1.5 मिलियन से अधिक विश्वासियों के साथ, मेलकाइट ग्रीक काथलिक कलीसिया रोम के साथ जुड़ी सबसे बड़ी पूर्वी कलीसियाओं में से एक है। मेलकाइट कलीसिया अपनी जड़ों को अंताखिया के प्राचीन पीठ में वापस खोजता है, जहां मसीह के अनुयायियों को पहली बार ख्रीस्तीय कहा गया था।
न्यूटन मेलकाइट धर्मप्रांत के नये धर्माध्यक्ष फ्रांकोइस बेरौती ने कहा, "हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमने संत पेत्रुस को रोम भेज दिया।" उन्होंने इस परंपरा का जिक्र करते हुए कहा कि संत पेत्रुस सात साल तक अंताखिया के धर्माध्यक्ष थे। उसके बाद वे अनन्त शहर रोम के लिए रवाना हुए।
धर्माध्यक्ष बेरौती इस महीने की शुरुआत में रोम की अपनी यात्रा के दौरान वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में बोल रहे थे, जहां उन्होंने संत पापा फ्राँसिस से मुलाकात की।
उन्होंने साझा परमधर्मपीठीय न्यास को "रोम शहर और अंताखिया शहर के बीच संबंधों का एक महान गवाह और हमारे प्रेरितिक विश्वास का उत्सव भी बताया, जो कि येरूसालेम, अंताखिया और रोम में शुरू हुआ, अब पूरी दुनिया में फैल गया है और “नई दुनिया” की सेवा करना, संयुक्त राज्य अमेरिका में हमारा मिशन है।"
संत पापा फ्राँसिस के साथ साक्षात्कार
न्यूटन धर्मप्रांत में धर्माध्यक्ष बेरौती के अधीन लगभग पचास पल्लियाँ, मिशन और लगभग दो दर्जन राज्यों में "आउटरीच" के साथ पूरे संयुक्त राज्य को शामिल किया गया है। धर्माध्यक्ष बेरौती ने कहा, "वास्तव में, मेलकाइट ग्रीक काथलिक कलीसिया संयुक्त राज्य में बड़े पूर्वी काथलिक कलीसियाओं में से एक है। हालांकि, विश्वासियों की संख्या अपेक्षाकृत कम है और निश्चित रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में लैटिन रीति की कलीसिया बहुत बड़ी है।
संत पापा के साथ अपनी मुलाकात के दौरान, धर्माध्यक्ष बेरौती ने संत पापा फ्राँसिस को विश्वव्यापी कलीसिया की सेवा के लिए आभार व्यक्त करते हुए एक पत्र दिया और संयुक्त राज्य अमेरिका में मेलकाइट काथलिक कलीसिया के बारे में कुछ विवरण साझा किया।
धर्माध्यक्ष बेरौती ने अपने धर्मप्रांत द्वारा प्रकाशित पूजन धर्मविधिक प्रकाशनों पर प्रकाश डाला, जिनका उपयोग न केवल मेलकाइट समुदाय करती है, बल्कि अन्य पूर्वी काथलिक, लैटिन काथलिक और ऑर्थोडोक्स ख्रीस्तीय भी इनका उपयोग करते हैं।
उन्होंने संत पापा से प्रार्थना की याचना की तथा "रोमन [लैटिन] काथलिक कलीसिया और पूर्वी काथलिक कलीसिया के बीच महत्वपूर्ण संबंध" पर भी जोर दिया। संत पापा ने "हमें उनके लिए प्रार्थना करने के लिए भी कहा और हमने उन्हें आश्वासन दिया कि हम उनके लिए भी प्रार्थना कर रहे हैं, और वे हमारे लिए प्रार्थना कर रहे हैं।"
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