मणिपुर के महाधर्माध्यक्ष लुमोन मणिपुर के महाधर्माध्यक्ष लुमोन  

मणिपुर के महाधर्माध्यक्ष : हिंसा जारी है, जबकि राज्य अनुपस्थित

मितेई और कुकी, के बीच हिंसक झड़प छह सप्ताह से जारी है। मणिपुर के महाधर्माध्यक्ष लुमोन ने "प्रधानमंत्री मोदी की चिंताजनक चुप्पी की कड़ी निंदा की है। इंफाल में डर, अनिश्चितता और निराशा की भावना व्याप्त है।" संघर्ष अपने आपमें धार्मिक नहीं है, लेकिन बाहरी ताकतें इसे धार्मिक बनाने के लिए काम कर रही हैं: "मितेई ख्रीस्तीयों की सभी कलीसियाएँ भी प्रभावित हैं। महाधर्माध्यक्ष ने गुस्से को और अधिक न बढ़ाने के लिए सावधानी बरतें की हिदायत दी है और एकजुटता के लिए अन्य धर्मप्रांतों को धन्यवाद दिया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

इंफाल (एशियान्यूज)- "प्रधानमंत्री की चुप्पी, गृहमंत्री के राज्य दौरे के बाद अक्षमता, और हिंसा को समाप्त करने में स्थानीय सरकार की अनिश्चितता चिंताजनक है। अधिकारी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते और दोष को स्थानांतरित नहीं कर सकते।" उक्त बात मणिपुर में डेढ़ महीने से लगातार हो रही हिंसा को देखते हुए इंफाल के महाधर्माध्यक्ष लुमोन ने कही है।  

मई की शुरुआत से मितेई और कुकी के बीच गंभीर लड़ाई से प्रभावित पूर्वोत्तर भारतीय राज्य की स्थिति पर भारत के सभी भाई-बहनों को जारी एक विस्तृत रिपोर्ट में उन्होंने ऐसा कहा है।

"हिंसा और आग"

महाधर्माध्यक्ष ने लिखा है कि "हिंसा और आग" विशेष रूप से क्षेत्र के उपनगरों में बेरोकटोक जारी है। कीमती जीवन खो रहे हैं, घरों और गांवों को जलाया या नष्ट कर दिया गया है, संपत्ति को तोड़ा और लूटा गया है, पूजा स्थलों को उजाड़ दिया गया है और जला दिया गया है। 50,000 से अधिक लोग अपने घर खो चुके हैं तथा विस्थापित होकर शिविरों में रह रहे हैं। कई लोगों ने सुरक्षित स्थान की खोज में पड़ोसी राज्य मिजोराम में शरण ली है और राजधानी इंफाल और राज्य को छोड़ दिया है। राज्य में संवैधानिक तंत्र पूरी तरह चरमरा गया है। संक्षेप में, वहाँ भय, अनिश्चितता और निराशा का माहौल है।"

प्रशासन की चुप्पी

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि दो समुदायों के बीच इस झड़प में, संबंध की परवाह किए बिना, पूरा मणिपुर समुदाय पीड़ित है। उन्होंने शिकायत करते हुए कहा कि “डेढ़ महीने में, चुनी गई राज्य सरकार और नई दिल्ली प्रशासन, कानून व्यवस्था बहाल करने और उन्मादी हिंसा को शांत करने में नाकाम रहे हैं। कहा जा सकता है कि हम स्थानीय स्तर पर राज्य तंत्र के पतन का सामना कर रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि अभी तक राष्ट्रपति शासन (नई दिल्ली में संघीय सरकार द्वारा प्रत्यक्ष प्रशासन, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 356 द्वारा गंभीर मामलों में प्रदान किया गया) को क्यों एक विकल्प के रूप में नहीं लिया जा रहा है।”

धर्माध्यक्ष ने बतलाया है कि आधिकारिक आंकड़ों में मौतों की संख्या को कम बतलाया गया है, "राजधानी के बाहर उपनगरों में हिंसक गतिविधियों को बहुत कम करके आंका गया है, लेकिन अभी भी घरों में आग जलना जारी है, यहां तक कि इंफाल शहर के बीचोबीच भी आग जल रही है।    

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में हो रहे हिंसक संघर्ष को धार्मिक संघर्ष का दर्जा देना गलत होगा। हालांकि, मितेई (अधिकांश हिंदू) और कूकी (अधिकांश ख्रीस्तीय) लोगों के लिए, धार्मिक रूप से प्रेरित हमला एक निर्विवाद तथ्य हैं: "200 से अधिक कुकी गांवों ने हरेक गाँव में एक या अधिक गिरजाघरों में हमला देखा है। और हिंसा शुरू होने के बाद पहले 36 घंटों में मितेई ईसाइयों के लगभग 249 गिरजाघरों को नष्ट किया गया।"

महाधर्माध्यक्ष लुमोन ने इस क्षेत्र के पारंपरिक धर्म सनमाहिज़्म की रक्षा करने का दावा करनेवाले मिलिशिया के उद्भव की ओर भी इशारा किया है। उन्होंने बतलाया है कि मितेई ख्रीस्तीयों को धमकाये जाने की खबरें हैं यदि वे मूल धर्म में वापस नहीं लौटते और पुरोहितों को गिरजाघरों का पुनः निर्माण नहीं करने को कहा गया है।

प्रार्थना की अपील

एकजुटता के प्रयासों के संबंध में, इम्फाल के महाधर्माध्यक्ष ने सभी को यह समझने के लिए कहा है कि "लोगों और मणिपुर की कलीसिया के सामने संकट एक अलग घटना नहीं है," लेकिन इसे "भारत में अल्पसंख्यकों की चिंता" के व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए। उन्होंने अन्य धर्मप्रांतों और भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन से इस संबंध में ठोस संकेत देने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, "मणिपुर में हमारी कलीसिया, दुःखी है, परेशान है और सबसे बढ़कर जो स्थिति उत्पन्न हुई है उसके लिए चिंतित है। मैं प्रार्थना करता हूँ कि आम चेतना लौट आए, कि शांति, क्षमा और भाईचारा बहाल हो, और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व एक बार फिर वास्तविकता बन जाए। मैं संकट के इस समय में आप सभी की एकजुटता, संदेशों और प्रार्थनाओं के लिए सभी को धन्यवाद देता हूँ। कृपया अपनी प्रार्थनाओं में हमारा समर्थन करना जारी रखें।"

 

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20 June 2023, 17:57