निकारागुआन पुलिस काथलिक स्कूलों को जब्त और कब्जा कर ली है
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
मानागुआ, शनिवार 03 जून 2023 (वाटिकन न्यूज) : काथलिक कलीसिया के खिलाफ निकारागुआ की सैंडिनिस्टा सरकार द्वारा की गई नवीनतम घटना में, संत लुइसा मरिलैक की मिशनरी पुत्रियों द्वारा चलाए जा रहे एक स्कूल पर पुलिस ने कब्जा कर लिया था।
संत सेबेस्तियन डी याली के तकनीकी संस्थान पर 30 मई को पुलिस ने कब्जा कर लिया था और धर्महनों को परिसर से बाहर निकाल दिया।
कथित तौर पर मानागुआ में बयान देने के लिए धर्मबहनों को बुलाया गया था और आधिकारिक तौर पर तथ्यों के निर्धारण का इंतजार किया गया था।
विभिन्न स्रोतों ने वाटिकन न्यूज को सूचित किया कि फिलहाल किसी भी धर्मबहन को देश से निष्कासित नहीं किया गया है और वे अच्छे स्वास्थ्य में हैं, हालांकि "संत लुइसा डी मरिलैक" तकनीकी संस्थान के भविष्य के बारे में स्थिति और अनिश्चितता पर गहरी चिंता है। जहां धर्मबहनें समुदाय के लिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम चलाती हैं।
काथलिक संचालित स्कूलों को निशाना
यह घटना पिछले सप्ताह इसी तरह की एक घटना के बाद हुई, जिसमें अधिकारियों ने दक्षिणी निकारागुआ के रिवास विभाग में सुसाना लोपेज़ काराज़ो स्कूल को बंद करने वाले दोमिनिकन धर्मबहनों को निशाना बनाया।
राष्ट्रपति डेनियल ओर्टेगा के शासन ने उस धर्मसमाज से तीन धर्मबहनों को निष्कासित कर दिया।
स्पेनिश धार्मिक पुरुषों और महिलाओं की महासभा(सीओएनएफईआर) के अध्यक्ष ने निकारागुआ में कई धर्मसंघियों की अनिश्चितता के अनुभवों को उजागर करते हुए एक बयान जारी किया।
फादर येसुस दियाज ने बताया कि "यहाँ बहुत भ्रम है क्योंकि, विरोधाभासी रूप से, ये वे धर्मसंघ हैं जो निकारागुआ के लोगों के लिए बहुत प्रतिबद्ध हैं। वे सामाजिक कार्यों के लिए, मानव संवर्धन के लिए, महिलाओं के लिए, बुजुर्गों, बीमारों और बच्चों की देखभाल के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे सबसे गरीब लोगों के साथ काम करते हैं।
हाल के महीनों में कई धर्मसंघों को पहले ही मध्य अमेरिकी देश छोड़ना पड़ा है, जिनमें मिशनरीज ऑफ चैरिटी, डोमिनिकन ऑफ द एनाउंसमेंट, ट्रैपिस्ट धर्मबहनें, रिलिजियस सिस्टर्स ऑफ द क्रॉस शामिल हैं।
ओर्टेगा शासन ने काथलिक धर्मबहनों को अपने काथलिक कलीसिया के उत्पीड़न का हिस्सा एक ऐसे देश में लक्षित किया है जिसमें 6.5 मिलियन निवासियों में से 58.5 प्रतिशत काथलिक हैं।
कलीसिया के खिलाफ दमन
सरकार ने 2018 में कलीसिया के खिलाफ अपना दमन तब शुरू किया जब वह हजारों प्रदर्शनकारियों के प्रदर्शनों का सामना कर रहा था। पुरोहितों और धर्माध्यक्षों ने सुरक्षा बलों द्वारा किए गए दमन की आलोचना की और अपराधों एवं स्वतंत्रता के अधिकारों के उल्लंघन की निंदा की।
तब से कई काथलिक नेताओं को हिरासत में लिया गया है, कैद या निष्कासित कर दिया गया है, जिसमें माटागल्पा के धर्माध्यक्ष रोलांडो जोस अल्वारेज़ लागोस शामिल हैं, जो देशद्रोह और "राष्ट्रीय अखंडता को कम करने" के लिए 26 साल की सजा काट रहे हैं।
निकारागुआ के प्रेरितिक राजदूत आर्कबिशप वाल्देमार सोमर्टैग को पिछले साल मार्च में देश से निष्कासित कर दिया गया।
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