रूसी प्राधिधर्माध्यक्ष से मिलने के लिए पोप के दूत मॉस्को में
पोप की ओर से भेजे गये प्रथम और एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में कार्डिनल मातेओ मरिया जुप्पी मोस्को पहुँचे हैं ताकि “एक न्यायसंगत शांति” की खोज की जा सके।
“जैसा कि आप जानते हैं कि संत पापा फ्राँसिस ने कार्डिनल जुप्पी को जो मिशन सौंपा है, वह मानवीय पहलों को पहचानना और उसे प्रोत्साहित करना है जो हमें एक ऐसा रास्ता शुरू करने में सक्षम बनायेगा जिससे हमें आशा है कि वह बहुप्रतीक्षित शांति की ओर ले जाएगा।"
इन शब्दों के साथ, मास्को में प्रेरितिक राजदूत, महाधर्माध्यक्ष जोवान्नी डी'एनिएलो ने विदेश नीति के मुद्दों के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सलाहकार यूरी उशाकोव के साथ कार्डिनल जुप्पी की बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी दी।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा, “इस पर, "कल महामहिम श्री उचाकोव के साथ हुई बैठक में चर्चा हुई।"
शीर्ष स्तरीय बैठकें
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि पोप के दूत बच्चों के अधिकारों के लिए आयुक्त मारिया अलेक्सेवना लावोवा-बेलोवा से मिलेंगे और दोपहर में, प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल के साथ बैठक होगी।
बाल अधिकार आयुक्त के साथ बैठक के केंद्र में 19,000 से अधिक यूक्रेनी बच्चों का मुद्दा है, जिन्हें रूस में निर्वासित किया गया है, एक मुद्दा जिस पर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मई में पोप फ्राँसिस के साथ अपने मुलाकात के दौरान परमधर्मपीठ से मदद मांगी थी।
उन्होंने कहा, "गुरुवार शाम को महामहिम ईश माता को समर्पित महागिरजाघर में एक समारोही ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता करेंगे, जहां वे काथलिक समुदाय से मिलेंगे, और उन्हें संत पापा की शुभकामनाएँ, सामीप्य और प्रार्थनाएँ अर्पित करेंगे।" "कल, दोपहर में, कार्डिनल जुप्पी रोम लौट आएंगे।"
इटली के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल जुप्पी, "एक न्यायसंगत शांति के रास्ते" की खोजने के लिए पोप की ओर से तीन दिवसीय मिशन (28-30 जून) पर मास्को में हैं।
प्रार्थना की शक्ति
मॉस्को में पोप के दूत के रूप में उनके मिशन के दो दिन बाद, हम तक पहुंचनेवाली पहली और एकमात्र तस्वीर है, माता मरियम के सामने घुटनी टेकते हुए कार्डिनल की एक तस्वीर है: यह ब्लादिमीर की माता मरियम का प्रतिनिधित्व करती है, जिसे कोमलता की माता के रूप में भी जाना जाता है। यह रूस में मरियम की सबसे पुरानी तस्वीर है, जो क्रेमलिन के नजदीक ट्रेटयाकोव गैलरी में स्थापित है।
कीव में 5-6 जून की यात्रा के बाद अब इसके दूसरे चरण में कार्डिनल जुप्पी का पहला और सबसे महत्वपूर्ण मिशन है प्रार्थना। उस अवसर पर कार्डिनल ने बोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। मोस्को में बुधवार को उनका स्वागत विदेश नीति मुद्दों पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सलाहकार यूरी उशाकोव ने किया।
76 वर्षीय राजनयिक 1998 से 2008 तक संयुक्त राज्य अमेरिका में पूर्व रूसी राजदूत रहे।
रूस का स्वागत पहल
रूसी न्यूज एजेंसियों जिसमें इंटरफैक्स भी शामिल है, बुधवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव की एक टिप्पणी उद्धृत की गई थी, वार्ता यूक्रेन में संघर्ष और "राजनीतिक और राजनयिक समाधान के संभावित तरीकों" पर केंद्रित थी।
जुप्पी और उशाकोव के बीच बैठक के बाद एक ब्रीफिंग के दौरान, पेसकोव ने कहा: “सामान्य तौर पर, हम पहले ही कई बार कह चुके हैं कि हम यूक्रेनी संकट के शांतिपूर्ण समाधान की तलाश में वाटिकन के प्रयासों और पहलों को अत्यधिक महत्व देते हैं। हम यूक्रेन में सशस्त्र संघर्ष को समाप्त करने में योगदान देने की पोप की इस इच्छा का स्वागत करते हैं।”
इसके बाद कार्डिनल जुप्पी ने दोपहर में महाधर्माध्यक्ष जोवान्नी डी'अनिएलो की अध्यक्षता में प्रेरितिक राजदूतावास में रूस के काथलिक धर्माध्यक्षों से मुलाकात की।
वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में, मॉस्को में ईश माता के महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि कार्डिनल जुप्पी के मिशन के अंत में, कैदियों की नई अदला-बदली या इस युद्ध के कारण अनेक शरणार्थियों के समर्थन के प्रयास की घोषणा जैसे ठोस संकेत" देखने को मिल सकते हैं।
महाधर्माध्यक्ष पाऊलो पेत्सी ने कार्डिनल जुप्पी और ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल के बीच एक बैठक की संभावना के बारे भी बात की गई: "ख्रीस्तीय धर्म मेल-मिलाप और क्षमा का मार्ग जानता है; वह जानता है कि शांति का साक्ष्य लोगों के बीच, परिवारों में, अपने दिल में रहता है।"
"यही कारण है कि," धर्माध्यक्ष ने आगे कहा, "इस संवाद में धार्मिक नेताओं की भागीदारी की आवश्यकता है। मेरी जानकारी के अनुसार, कार्डिनल जुप्पी के रूसी ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल से मिलने की उम्मीद है। यदि ऐसा है, तो यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।"
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