स्टेन स्वामी के नाम से कलंक हटाने का आग्रह
वाटिकन सिटी
नई दिल्ली, शुक्रवार, 7 जुलाई 2023 (ऊका समाचार): भारत के मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं के एक समूह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमु से आग्रह किया है कि 2018 के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में दिवंगत येसु धर्मसमाजी पुरोहित फादर स्टेन स्वामी और 15 अन्य आरोपियों के खिलाफ आतंक से संबंधित मामले को वापस लिया जाये तथा फादर स्टेन स्वामी के नाम से हर प्रकार का कलंक हटाया जाये।
दिवंगत जेसुइट पुरोहित फादर स्टेन स्वामी की दूसरी पुण्य तिथि पर देशभर में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। फादर स्टेन स्वामी पर आतंक संबंधी कानूनों के उल्लंघन का झूठा आरोप लगाया गया था।
झूठा मामला वापस लिया जाये
5 जुलाई को पूर्वी झारखंड राज्य में फादर स्टेन स्वामी की दूसरी पुण्य तिथि के अवसर पर एक सभा में सामाजिक कार्यकर्ता फादर एंटनी पी.एम ने कहा, "यह फादर स्वामी और अन्यों के खिलाफ दर्ज किया गया एक झूठा मामला है और इसे वापस लिया जाना चाहिए।"
06 जुलाई को फादर एंटनी ने ऊका समाचार को बताया कि कार्यकर्ताओं का एक समूह राष्ट्रपति से अपील कर रहा है, ताकि वे अपने अच्छे कार्यालय का उपयोग करके "सही रक्षकों के खिलाफ दर्ज किए गए पूरी तरह से झूठे मामले" को वापस ले लें।
मानवाधिकार कार्यकर्ता राज्य की राजधानी रांची में झारखंड के राज्यपाल के आधिकारिक आवास के सामने एकत्र हुए थे, जिसका आयोजन शहीद फादर स्टेन स्वामी न्याय मोर्चा द्वारा किया गया था।
झारखंड में जेसुइट सामाजिक केंद्र तथा फादर स्टेन स्वामी के कार्यस्थल एवं निवास स्थान बगाइचा के निदेशक फादर एंटनी ने कहा, "झारखंड में देशज और आदिवासी लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष करनेवाले फादर स्वामी को अंततः एक क़ैदी के रूप में चिकित्सा देखभाल के अभाव में मरना पड़ा।"
आरोप
2018 में पश्चिमी महाराष्ट्र राज्य के भीमा-कोरेगांव गांव में एक हिंसक झड़प से जुड़े मामले में 15 प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ताओं तथा फादर स्वामी पर ग़ैरकानूनी माओवादियों के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया गया था।
भारतीय येसु धर्मसमाज पौरोहित्य संगठन ने "झूठे मामलों से फादर स्वामी का नाम हटाने" के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी, कारावास और हिरासत में मौत हो गई थी।
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