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मणिपुर के पीड़ित लोगों के लिए मानव श्रृंखला मणिपुर के पीड़ित लोगों के लिए मानव श्रृंखला  (AFP or licensors)

मणिपुर के पीड़ित लोगों के प्रति राँची के ख्रीस्तियों की संवेदना और प्रार्थना

मणिपुर में मेतेई और कुकी जातियों के बीच हिंसक संघर्ष के बीच, पीड़ित लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करने और उनके लिए प्रार्थना करने हेतु 23 जुलाई को राँची में एक मानव श्रृंखला बनाया जाएगा।

वाटिकन न्यूज

राँची, शनिवार, 15 जुलाई 2023 : राँची के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो येसु समाजी ने एक विज्ञप्ति में विश्वासियों का ध्यान मणिपुर के पीड़ितों की ओर खींचते हुए मानव श्रृंखला बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने लिखा है, “मणिपुर के लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करने और विरोध दर्शाने के लिए झारखंड ख्रीस्तीय यूथ एसोसिएशन की अगुवाई में दिनांक 23 जुलाई 2023 को 10 बजे से 12 बजे तक सुजाता चौक से, सर्जना चौक तथा सर्जना चौक से डंगरा टोली चौक तक एक मानव श्रृंखला बनाकर विरोध दर्ज किया जाएगा। तत्पश्चात् सभी लोग संत मरियम महागिरजाघर में इकट्ठा होकर मणिपुर के भाई-बहनों के लिए प्रार्थना करेंगे।

महाधर्माध्यक्ष ने कहा है कि वे मणिपुर में प्रताड़ित भाई-बहनों, विशेषकर ईसाई भाई-बहनों की दयनीय स्थिति की ओर ध्यान खींचना चाहते हैं।”

झारखंड क्रिस्चियन यूथ एसोससिएशन जो मानव श्रृंखला की अगुवाई कर रहा है, उसने भी विश्वासियों को अवगत कराते हुए लिखा है, “जैसा कि इन दिनों मणिपुर एवं देश के विभिन्न राज्यों में हुए मसीह हिंसक घटनाओं और मसीह विरोधी घटनाओं में वृद्धि हुई है, धर्मांतरण के नाम पर चर्च के अगुओं, नन (धर्मबहनों) एवं मसीही विश्वासियों को मारा जा रहा है, धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाकर जेल में डाला जा रहा है, गिरजाघरों एवं मसीही विश्वासियों के घरों को जलाया जा रहा है, वर्तमान समय में जैसा कि आप सभी अवगत हैं कि मणिपुर हिंसा में हमारे मसीही भाई-बहनों की स्थिति बहुत दयनीय पायी जाती है, कई मसीही मारे गये हैं, कई चर्चों एवं मसीहियों के घरों को जला दिया गया है, कई लोग बेघर होकर रीलिफ कैम्प में शरण लिये हुए हैं, हिंसा के कारण आवश्यक चीजों की सप्लाई नहीं होने के कारण राशन एवं खाने-पीने की चीजें महंगी हो गई हैं जिससे भुखमरी की समस्या खड़ी हो गई है। इसलिए मणिपुर के हमारे मसीही भाई-बहनों के ऊपर हो रहे हिंसक अत्याचार के विरूद्ध दिनाँक 23 जुलाई को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक सुजाता चौक से सर्जना चौक और सरजना चौक से डांगरा टोली चौक तक हमारे राँची शहर के कलीसिया के सभी भाई -बहनों के द्वारा मानव श्रृंखला बनाकर विरोध दर्ज किया जाएगा।"

मणिपुर में जारी हिंसा का विरोध यूरोपीय संघ ने भी किया है। यूरोपीय संसद में प्रस्तुत प्रस्ताव के अनुसार, मणिपुर में हिंसा बीते मई में शुरू हुई और अब तक 120 लोगों की मौत हुई है, 50,000 लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है और 17,000 घरों एवं 250 गिरजाघरों को नष्ट किया गया है।

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15 July 2023, 15:50