भारतीय कलीसिया ने साधारण जुबली 2025 की तैयारियों का किया उद्घाटन
डॉ. स्टीफ़न अलाथारा, उप महासचिव, सीसीबीआई
बैंगलोर, शु्क्रवार 22 सितंबर 2023 (सीसीबीआई): गोवा-दमन के महाधर्माध्यक्ष एवं भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीसीबीआई) के अध्यक्ष कार्डिनल फिलिप नेरी फेराओ ने 35 काउंसिल पुस्तिकाएं जारी की और कहा, “हमारी कलीसिया अब सिनॉडल कलीसिया 2021-2024 के लिए धर्मसभा के अंतिम चरण (सार्वभौमिक चरण) के पहले सत्र की ओर बढ़ रही है। अब हमारे पास एक और उत्सव है, जुबली 2025, येसु मसीह के जन्म के 2025 वर्षों को चिह्नित करने वाली एक साधारण जुबली। आइए, हम जुबली 2025 समारोह को अपनी धर्मसभा यात्रा के साथ एकीकृत करें।'' उन्होंने जुबली 2025 की तैयारियों और समारोहों के लिए सीसीबीआई रोडमैप का अनावरण किया।
'आशा के तीर्थयात्री'
सामान्य जुबली 2025 के समारोह का आदर्श वाक्य है, 'आशा के तीर्थयात्री' । दुनिया में सुसमाचार प्रचार हेतु बने विभाग के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष रिनो फिसिकेला को लिखे पत्र में, संत पापा फ्राँसिस महामारी और युद्धों से उत्पन्न अनिश्चितताओं और कठिनाइयों के बीच ख्रीस्तीय जीवन में आशा के महत्व को रेखांकित करते हुए लिखते हैं, "हमें आशा की लौ को प्रज्वलित करना चाहिए... आगामी जुबली आशा और विश्वास के माहौल को बहाल करने में बहुत योगदान दे सकती है... यही कारण है कि मैंने जुबली के आदर्श वाक्य के रूप में 'आशा के तीर्थयात्री' को चुना है।"
सीसीबीआई के अध्यक्ष कार्डिनल फिलिप नेरी ने कहा, " जुबली 2025 का उद्देश्य तिहरा है: येसु का उत्सव मनाना, कलीसिया का उत्सव मनाना और हमारे विश्वास का उत्सव मनाना।" जयंती 2025 के लिए दो साल की तैयारी है: (i) 2023 परिषद के वर्ष (सीखने का वर्ष) के रूप में; (ii) 2024 प्रार्थना के वर्ष के रूप में। संत पापा की इच्छा है कि ईश्वर के लोगों के लिए दिशा और मार्गदर्शन प्राप्त करने हेतु द्वितीय वाटिकन महासभा के चार संविधानों का अध्ययन किया जाए।
सुसमाचार प्रचार विभाग ने द्वितीय वाटिकन महासभा के चार सविधानों, ईश्वर के वचन, धर्मविधि और आधुनिक दुनिया में कलीसिया की पृष्ठभूमि की जानकारी देने वाली 35 पुस्तिकाएं प्रकाशित की हैं। सीसीबीआई द्वारा प्रकाशित अंग्रेजी में अनुवादित 35 पुस्तिकाएं एटीसी पब्लिशर्स इंडिया द्वारा वितरित की जा रही है।
भारत में स्थानीय कलीसिया 26 नवंबर 2023 ख्रीस्त राजा के महोत्सव के दिन जुबली 2025 के लोगो का अनावरण करते हुए, जुबली की तैयारियों का उद्घाटन करेगी और काथलिक विश्वासियों को दूसरी वाटिकन महासभा के खजाने को फिर से देखने और प्रार्थना को शुरू करने के लिए प्रेरित करेगी। राष्ट्रीय सुविधा टीम भारत के सभी 132 लैटिन धर्मप्रांतों का दौरा करने की योजना बना रही है, जिससे हर काथलिक विश्वासी में आशा की किरण जगेगी।
कार्डिनल फेराओ ने कहा, "जुबली 2025 में, हमारी माता कलीसिया हमें 'आशा के तीर्थयात्री' बनने के लिए आमंत्रित करती है। हम रोम के पवित्र द्वार में प्रवेश करने के लिए खुद को तैयार करते हैं, आइए, हम अस्पतालों, अनाथालयों, बेसहारों के घरों, जेलों और शरणार्थी शिविर आदि स्थानों के दरवाजों में भी प्रवेश करें जहां आशा धूमिल है।”
साधारण जुबली 2025 की तैयारियों और समारोहों का समन्वय फादर येसु करुणानिधि द्वारा उद्घोषणा आयोग और धर्मशास्त्र और सिद्धांत आयोग के साथ नेटवर्किंग और सहयोग से किया जाता है।
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