सिस्टर मरिया रोसा लेगोल जिन्हें कभी “होंडुरस की मदर तेरेसा” कहा जाता था। सिस्टर मरिया रोसा लेगोल जिन्हें कभी “होंडुरस की मदर तेरेसा” कहा जाता था।  #SistersProject

'होंडुरास की मदर टेरेसा' की कहानी पर 'विद दिस लाईट' का अमेरिकी प्रीमियर

‘विद दिस लाईट’ शीर्षक के साथ एक डॉक्यूमेंटरी फिल्म अमेरिकी सिनेमाघरों में दिखाया जा रहा है जो सिस्टर मरिया रोसा लेगोल के जीवन और धरोहर पर केंद्रित है। जिन्हें कभी “होंडुरस की मदर तेरेसा” कहा जाता था, होंडुरस के करीब 90,000 बच्चों को गरीबी और शोषण से बचने में मदद की है।

डेबोरा कैस्टेलानो लुबोव

“विद दिस लाईट” का प्रदर्शन अगस्त माह से अमरीका के पाँच बड़े शहरों में किया जा रहा है।  

सिस्टर मरिया रोजा लेगोल के जीवन और विरासत के बारे में "विथ दिस लाइट" शीर्षक की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 11 अगस्त को लॉस एंजिल्स, शिकागो, न्यूयॉर्क, न्यू ऑरलियन्स और ह्यूस्टन के सिनेमाघरों में रिलीज हुई और मांग पर 15 अगस्त को वीडियो में रिलीज हुई।

वाटिकन के कई अधिकारी और परमधर्मपीठ से मान्यता प्राप्त राजनयिक कोर के सदस्यों ने पिछले साल वाटिकन में फिल्म की एक निजी स्क्रीनिंग में भाग लिया था।

स्वर्गीय सिस्टर लेगोल की विरासत होंडुरस में अब भी जीवित है। सबसे शुरू में, सन् 1964 में सिस्टर मरिया रोसा ने एक अनाथालय खोला था और उसके बाद 1966 में गैर-लाभकारी संगठन सोसिएडैड अमिगोस डी लॉस नीनोस (एसएएन) की स्थापना की। समय बीतने के साथ पूरे लातीनी अमेरिका में उन्होंने करीब 500 घर खोले। एक समग्र दृष्टिकोण रखते हुए  सिस्टर मारिया रोजा ने विभिन्न दूरदर्शी उद्यमशीलता और शैक्षिक कार्यक्रमों के माध्यम से, बच्चों के रिश्तेदारों और समुदायों के लिए नौकरियाँ पैदा कीं, साथ ही क्लीनिक और मेडिकल ब्रिगेड के माध्यम से उन तक स्वास्थ्य सेवा पहुँचाकर उन बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने में सहायता दी।

सिस्टर मरिया रोसा लेगोल अनाथ बच्चों के साथ
सिस्टर मरिया रोसा लेगोल अनाथ बच्चों के साथ

उन्होंने तानाशाही, सैन्य तख्तापलट या प्राकृतिक आपदाओं को अपनी योजनाओं में बाधा नहीं बनने दिया। इस प्रकार जीवनभर भलाई के कामों में लगे रहने के बाद 93 वर्ष की उम्र में कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण सिस्टर लेगोल का निधन अक्टूबर 2020 में हो गया।

डॉक्यूमेंट्री की एक निजी स्क्रीनिंग 2022 में होंडुरास के दूतावास और लोस्सालवातोरे रोमानो के स्पेनिश संस्करण द्वारा आयोजित की गई थी। स्क्रिनिंग के बाद पैनल चर्चा हुई जिसमें डॉक्यूमेंटरी की कार्यकारी निर्माता जेसिका सोरोविज, फिल्म सह – निदेशक निकोल बेरनार्दी रीस एवं लौरा बेरमुडेज शामिल थे।

छिपी अच्छाई का खुलासा

लोस एंजेल्स में मीडिया अध्ययन के लिए पौलाईन केंद्र के संस्थापकीय निदेशक और संत पौल की पुत्रियों की सदस्य सिस्टर रोस पाकात्ते ने वाटिकन में सिस्टर बेर्नादेत्त रीस से बातें की और बतलाया कि हाल ही में उन्हें इस अभूतपूर्व धर्मबहन के बारे फिल्म देखने से पता चला और "उनसे मिलने" के बाद, वे वहाँ उन्हें काम करते हुए देखने के लिए प्रेरित हुईं।

उन्होंने कहा, “मैं बहुत खुश हूँ कि दुनिया में अच्छाई बरकरार है और जिसको मैं फिल्म के माध्यम से अब भी खोज सकती हूँ।"

उन्होंने कहा कि यह उन्हें अमेरिका सहित दुनिया भर में हो रही सभी अच्छी घटनाओं के बारे में चिंतन करने हेतु प्रेरित करती है जिनके बारे हम नहीं जानते हैं।

“यदि आप मदर तेरेसा को और उनके अच्छे कामों को प्यार करते हैं तब आप इस धर्मबहन को भी प्यार करेंगे।”

सिस्टर पकात्ते ने कहा कि “सिस्टर रोसा ने बड़े साहस का काम किया है जिसपर हम अभी हंस सकते हैं लेकिन उस समय बहुत अधिक हिम्मत, साहस और दृढ़ संकल्प की जरूरत थी।”

उन्होंने आगे कहा, “उनमें अपने दृढ़ विश्वास का साहस था और, आप उन्हें निश्चय ही पसंद करेंगे।"

विश्वास, भरोसा और प्रेम का जीवन

फिल्म पर गौर करते हुए सिस्टर पकात्ते ने कहा, “आप देख सकते हैं कि उन्होंने अपने जीवन में विश्वास, भरोसा और प्रेम को हीरो बनने के स्तर तक जीया। वे हमें दिखलाती हैं कि हम भी, हमारे दैनिक जीवन में, हमारे सामान्य परिस्थिति को लेकर, दुनिया में येसु को लाने के लिए बढ़ेंगे।”

अधिक जानकारी और फिल्म के आधिकारिक वेबसाई में जाने के लिए लिंक पर जाएँ www.withthislight.com.

सिस्टर मरिया रोसा लेगोल की संत घोषणा प्रक्रिया धर्मप्रांतीय स्तर पर शुरू की जा चुकी है और अब इसे धन्य घोषणा की ओर आगे बढ़ाया जा रहा है।

 

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01 September 2023, 15:58