गाजा अस्पताल में विस्फोट के बाद ख्रीस्तीय नेताओं की शांति की अपील
वाटिकन न्यूज रिपोर्टर
पवित्र भूमि, बृहस्पतिवार, 19 अक्टूबर 2023 (रेई) : गाजा में बढ़ते मानवीय संकट के बीच कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष, जस्टिन वेल्बी और येरूसालेम में कलीसियाओं के प्राधिधर्माध्यक्षों और प्रमुखों सहित धर्मों के नेताओं ने तत्काल शांति का आह्वान किया।
अलग-अलग बयानों में, कलीसिया के नेताओं ने मानवीय सहायता और तनाव कम करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अस्पतालों और नागरिकों पर हमलों की निंदा की है।
कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेल्बी का वक्तव्य
अंग्लिकन समुदाय के प्रमुख, महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेल्बी ने पवित्र भूमि में शांति की हार्दिक अपील की। उन्होंने गाजा में अंग्लिकन संचालित अल-अहली अस्पताल में विस्फोट की निंदा की और अस्पतालों, डॉक्टरों और मरीजों की सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, "यह अत्याचार मानव जीवन की पवित्रता और गरिमा का उल्लंघन करता है। यह मानवीय कानून का उल्लंघन है, जिससे स्पष्ट है कि अस्पतालों, डॉक्टरों और मरीजों की रक्षा की जानी चाहिए।"
कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष की वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में, महाधर्माध्यक्ष वेल्बी ने आत्मरक्षा और अपनी सुरक्षा स्थापित करने के इज़राइल के अधिकार को स्वीकार किया।
उन्होंने कहा, "इज़राइल में लोगों पर हमास द्वारा किए गए बुरे और जघन्य आतंकवादी हमले, ईश्वर और मानवता के खिलाफ अपराध है। इज़राइल के पास अपनी रक्षा करने और अपनी सुरक्षा स्थापित करने के लिए आनुपातिक और भेदभावपूर्ण प्रतिक्रिया करने का वैध अधिकार और कर्तव्य है।"
हालाँकि, उन्होंने हमास पर इज़राइल के बमबारी अभियान के परिणामस्वरूप नागरिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया।
महाधर्माध्यक्ष वेल्बी ने कहा, "यह अक्षम्य है कि अस्पतालों, स्कूलों और शरणार्थी शिविरों पर हमला किया जा रहा है।" "यह जुल्म है कि हमास ने लोगों को बंधक बना रखा है।"
गाजा में मानवीय संकट के लिए अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, महाधर्माध्यक्ष ने बंधकों की रिहाई और मानवीय पहुंच की अपील की तथा "एक अलग रास्ता - जो निर्दोष लोगों की जान बचाता और सभी के लिए न्याय, सुरक्षा और स्थायी शांति का प्रयास करता है" का आह्वान किया।"
येरूसालेम में चर्चों के प्राधिधर्माध्यक्षों और प्रमुखों का वक्तव्य
पवित्र भूमि में बढ़ते मानवीय संकट को संबोधित करने के लिए आयोजित एक बैठक के बाद, येरूसालेम में कलीसियाओं के प्राधिधर्माध्यक्षों और प्रमुखों ने भी एक बयान जारी की।
मानव जीवन की पवित्रता पर जोर देते हुए, इस वक्तव्य का शीर्षक था, "ईश्वर ने मानव जाति को अपनी छवि में बनाया" – जिसको उत्पत्ति ग्रंथ 1 से लिया गया है।
कलीसिया के नेताओं ने विशेषकर, गाजा में नागरिकों को निशाना बनाकर की जा रही हिंसा की निंदा करते हुए कहा, "हम सभी नागरिकों के खिलाफ अप्रमाणित हमले के साथ हिंसा का एक नया चक्र देख रहे हैं।"
उन्होंने गाजा के उत्तर को खाली करने के निर्णय पर भी अपनी व्यथा व्यक्त की और कहा कि यह "पहले से ही विनाशकारी मानवीय तबाही को और गहरा कर देगा," और उन्होंने मानवीय आवश्यकताओं के पहुँच का आह्वान किया।
कलीसियाओं के प्रमुखों ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन के साथ इजराइल से गाजा में मानवीय आपूर्ति की अनुमति देने का आह्वान किया और सभी पक्षों से संघर्ष को कम करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, "हम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समर्थन से इज़राइल राज्य से मानवीय आपूर्ति को गाजा में प्रवेश करने की अनुमति देने का आह्वान करते हैं... इसके अलावा, हम सभी पक्षों से इस युद्ध को कम करने का आह्वान करते हैं।"
प्रार्थना और उपवास का दिन
अंत में, धर्मगुरूओं ने बुधवार की सुबह साप्ताहिक आमदर्शन समारोह में पोप फ्राँसिस के निमंत्रण को दोहराते हुए, वैश्विक समुदायों और सभाओं से 27 अक्टूबर को प्रार्थना और उपवास के दिन के रूप में मनाने का अनुरोध किया।
अंत में, उन्होंने कहा, "नफरत को रोकने का अभी भी समय है।"
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