इस्राएल द्वारा गाजा पट्टी के जबालिया शरणार्थी शिविर में बम विस्फोट इस्राएल द्वारा गाजा पट्टी के जबालिया शरणार्थी शिविर में बम विस्फोट  (AFP or licensors)

'गाजा में युद्ध एक-दूसरे की अधिक देखभाल करने का निमंत्रण'

गाजा में होली फामिली पल्ली में शरण लेने वाले 18 वर्षीय काथलिक सुहैल अबो दाऊद ने अपना विश्वास व्यक्त किया कि युद्ध लोगों को एक-दूसरे से अधिक प्यार करने और अपने दृष्टिकोण को बदलने का अवसर प्रदान करता है।

वाटिकन न्यूज

गाजा, बुधवार, 1 नवम्बर 2023 : 7 अक्टूबर को इज़राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद 700 से अधिक लोगों ने उत्तरी गाजा में होली फामिली काथलिक पल्ली में शरण ली है। वे एक ख्रीस्तीय समुदाय के रूप में एकजुट हुए हैं, जिसमें प्रतिदिन दो बार पवित्र मिस्सा समारोह मनाया जाता है। शांति और सुरक्षा के लिए अनगिनत रोजरी प्रार्थना करते हैं।

फिर भी, वे कठिनाई भी सहन कर रहे हैं क्योंकि पानी और भोजन की आपूर्ति कम हो गई है और 3 सप्ताह से अधिक समय तक पल्ली में रहने और सोने की व्यावहारिक कठिनाइयों ने उनके मनोबल को कमजोर कर दिया है।

समूह में से एक युवक, सुहैल अबो दाऊद, बाहरी दुनिया के लिए अंतर्दृष्टि और आशा की आवाज़ बन गया है। वह अनिश्चितता और परीक्षणों के बीच मसीह से जुड़े रहने की अपनी इच्छा को प्रकट करते हुए संक्षिप्त पत्र भेजना जारी रखा है।

गज़ा के ख्रीस्तियों के लिए ईश्वर का एक संदेश

सोमवार, 30 अक्टूबर को लिखे गए और वाटिकन न्यूज़ द्वारा देखे गए अपने सबसे हालिया पत्र में, श्री अबो दाऊद ने स्वीकार किया कि उन्होंने "गाजा में युद्ध का एक और कठिन" बर्दास्त किया है। साथ ही, उन्होंने कुछ "सरल आध्यात्मिक विचार" प्रस्तुत किया जो युद्ध की राजनीति से बचते हैं।

उन्होंने कहा, "मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह युद्ध पूरी मानवता के लिए, हमारे लिए, सभी के लिए एक संदेश है।" "लेकिन मुझे यह भी लगता है कि गाजा में हमारे ख्रीस्तीय समुदाय के लिए ईश्वर का एक संदेश है।"

दूसरों से प्यार करना और त्याग करना सीखना

पुरानी कहावत है, "हर बादल में एक उम्मीद की किरण होती है।" और श्री अबो दाऊद को लगता है कि युद्ध "जीवन का एक कठिन सबक" दे रहा है।

उन्होंने कहा, "शायद, हम सभी को, युद्ध के बाद, एक ही परिवार की तरह अधिक प्यार करने और एक-दूसरे की अधिक मदद करने के लिए बुलाया गया है, ठीक उसी तरह जैसे येसु ने दूसरों की मदद की और सेवा की।" "हमें उसी तरह बलिदान देना होगा जैसे येसु ने हमारे लिए खुद को बलिदान किया था।"

श्री अबो दाऊद ने कहा, ऐसे कठिन समय के बाद दृष्टिकोण और व्यवहार को बदलने की आवश्यकता होगी।

उन्होंने कहा, ''हम एक अलग जीवनशैली जियेंगे।'' "हम बड़े और अनोखे दिल से एक-दूसरे की मदद करेंगे, लोगों की सेवा करेंगे जैसे येसु ने अपनी बड़ी और सुंदर आत्मा से लोगों को कई बीमारियों से ठीक किया।"

एक स्वर्गीय निवास

युवा काथलिक ने अपने पत्र का समापन उस सबक को याद करते हुए किया, जो उसने बुधवार, 25 अक्टूबर को गाजा में एक इजरायली हवाई हमले के बाद गाजा में उसके सांसारिक निवास को नष्ट करने के बाद पहले ही सीख लिया था।

उन्होंने लिखा, “मैं येसु को अपना सच्चा घर मानता हूँ। इस क्रूर दुनिया में येसुमेरी शांति और प्रेम का घर हैं।''

और भविष्य को ध्यान में रखते हुए, श्री अबो दाऊद ने थॉमस मूर के एक उद्धरण को याद किया: "पृथ्वी का ऐसा कोई दुःख नहीं है जिसे स्वर्ग ठीक नहीं कर सकता।"

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01 November 2023, 15:15