"देश की मां" मरिया अन्तोनिया की सन्त घोषणा पर खुशी
वाटिकन सिटी
"देश की मां" मरिया अन्तोनिया की सन्त घोषणा पर खुशी
रोम, शुक्रवार, 9 फरवरी 2024 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में रविवार, 11 फरवरी को, सन्त पापा फ्राँसिस माम्मा आन्तुल्ला के नाम से विख्यात धन्य मरिया अन्तोनिया दे सान होसे को वेदी का सम्मान प्रदान करेंगे जो आर्जेंटीना की पहली महिला संत बनेगी।
"देश की मां"
आर्जेन्टीना में मरिया अन्तोनिया को कई लोग "देश की मां" के रूप में मानते हैं। रविवार को मरिया अन्तोनिया के सन्त घोषणा समारोह में आर्जेन्टीना के काथलिक धर्माधिकारियों सहित आर्जेन्टीना की काथलिक कलीसिया के अनेक प्रतिनिधि और साथ ही आर्जेन्टीना के राष्ट्रपति ज़ेवियर मिलेई एवं देश के राजनीतिक नेता भी भाग लेंगे।
स्मरण रहे कि आर्जेन्टीना सन्त पापा फ्राँसिस की मातृभूमि है।
रोम में सी.एन.आ. समाचार एजेन्सी के स्पानी भाषी विभाग से बातचीत में आर्जेन्टीना के महाधर्माध्यक्ष जॉर्ज इग्नेशियस गारसिया ने वर्तमान विश्व में मरिया अन्तोनिया के उदाहरण का अनुसरण करने की "चुनौती" पर प्रकाश डालते हुए इसे एक महत्वपूर्ण घटना करार दिया और आर्जेन्टीना की पहली महिला संत पर खुशी व्यक्त की।
"साहसिक रचनात्मकता"
आर्जेन्टीना की राजधानी बोयनस आयर्स के महाधर्माध्यक्ष ने माम्मा अन्तुलल्ला की "साहसिक और प्रेरितिक रचनात्मकता" पर भी प्रकाश डाला। 18 वीं शताब्दी में जब येसु धर्मसमाज के पुरोहितों को स्पेन के राजा कार्लोस तृतीय के निर्णय द्वारा रियो दे ला प्लाता के वायसराय से निष्कासित कर दिया गया था तब सन्त इग्नेशियस द्वारा प्रस्तावित आध्यात्मिक अभ्यासों के इस महत्वपूर्ण अनुभव को अपनाने और उन्हें सम्पूर्ण आर्जेन्टीना में फैलाना जारी रखने की पहल धर्मबहन मरिया अन्तोनिया ने ही की थी।
महाधर्माध्यक्ष ने याद किया कि मरिया अन्तोनिया ने बोयनस आयर्स में "होली हाउस ऑफ स्पिरिचुअल एक्सरसाइजेज" की स्थापना की थी और वहां से उन्होंने इग्नेशियन विरासत को जीवित रखते हुए येसु धर्मसमाज की आध्यात्मिकता का प्रसार किया था।
आर्जेन्टीना में मरिया अन्तोनिया का जन्म 1730 ई. में तथा उनका निधन 1799 ई. में हो गया था।
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