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2024.07.15 प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करते धर्माध्यक्ष 2024.07.15 प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करते धर्माध्यक्ष 

ख्रीस्तियों पर हमले पर चर्चा करने भारतीय धर्माध्यक्ष, पीएम मोदी से मिले

महाधर्माध्यक्ष अंड्रूज थजाथ की अगुवाई में कलीसिया के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से मुलाकात कर देश में बढ़ती ख्रीस्तीय-विरोधी हिंसा पर धर्माध्यक्षों की चिंता व्यक्त की। भारत के काथलिक धर्माध्यक्षों ने देश में ख्रीस्तीयों के प्रति बढ़ती शत्रुता के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है।

वाटिकन न्यूज

भारत, मंगलवार, 16 जुलाई 2024 (उका न्यूज) : भारत के काथलिक धर्माध्यक्षों ने देश में ख्रीस्तियों के प्रति बढ़ती शत्रुता के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है।

उका समाचार एजेंसी के अनुसार, पिछले सप्ताह नई दिल्ली में नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करते हुए, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीबीसीआई) के एक प्रतिनिधिमंडल ने त्रिचूर के महाधर्माध्यक्ष एंड्रयूज थजाथ के नेतृत्व में, ख्रीस्तीयों पर हिंसा और उत्पीड़न को रोकने के लिए उनके हस्तक्षेप का अनुरोध किया।

अत्याचार एवं नफरत के खिलाफ कार्रवाई की मांग  

45 मिनटों की मुलाकात जिसको धर्माध्यक्षों ने सौहार्दपूर्ण बतलाया, चार प्रतिनिधियों ने भारतीय जनता पार्टी के नेता के सामने एक ज्ञापन के साथ धर्मांतरण विरोधी कानूनों के दुरुपयोग और जबरन धर्मांतरण के झूठे बहाने के तहत ख्रीस्तियों पर बढ़ते हमलों पर खेद व्यक्त किया।

भेदभाव

ज्ञापन में उन्होंने सरकार से कलीसिया के लंबे समय से किए जा रहे आह्वान को दोहराया है कि वह भारत में निम्न जाति के दलितों के लिए आरक्षित विशेष लाभों - जैसे सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में कोटा एवं वित्तीय सहायता - को ईसाई दलितों के लिए भी प्रदान किया जाए। कहा गया है कि ख्रीस्तीय एवं मुस्लिम दलितों को उन सुविधाओं से वंचित रखा गया है। कलीसिया के धर्मगुरूओं ने पीएम मोदी से आगे आग्रह किया है कि कलीसिया के नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी से यह भी कहा कि वे सरकार द्वारा आदिवासी ईसाइयों को दी जाने वाली विशेष सुविधाओं को बंद न करें, जैसा कि कुछ हिंदू समूहों द्वारा मांग की जा रही है। इन समूहों के अनुसार ईसाई आदिवासी लोग आदिवासी धर्मों का पालन नहीं करते हैं और इसलिए धर्म परिवर्तन के बाद उन्हें आदिवासी नहीं माना जाना चाहिए।

ज्ञापन में मोदी को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग में ईसाई प्रतिनिधित्व की लंबे समय से अनुपस्थिति के बारे में जानकारी दी गई है और इन संस्थानों में ईसाइयों की नियुक्ति की मांग की गई है।

ख्रीस्तीय एनजीओंस के लिए अनुचित चुनौतियाँ

यह “अनुचित चुनौतियों” पर भी चिंता व्यक्त करता है। ख्रीस्तीय गैर-सरकारी संगठनों को एफसीआरए (विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम) के तहत अपने पंजीकरण को नवीनीकृत करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, जो ईसाई समुदाय के महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करता है, विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और सामाजिक कल्याण में।

भारत यात्रा हेतु पोप फ्राँसिस को मोदी का निमंत्रण

ज्ञापन में दक्षिणी इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के जून आउटरीच सत्र के दौरान मोदी द्वारा पोप फ्राँसिस को भारत आने के लिए निमंत्रण की सराहना की गई है और पोप को भारत लाने की प्रक्रिया में तेजी लाने हेतु निरंतर प्रयास करने का आह्वान किया है। मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने पूर्वोत्तर भारतीय राज्य मणिपुर में मोदी के हस्तक्षेप की भी मांग की है, जहां 3 मई, 2023 से जातीय हिंसा भड़की हुई है।

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16 July 2024, 16:29