आप्रवासियों के लिए संगीत : एक भूमध्यसागरीय अंतिम संस्कार ख्रीस्तयाग
वाटिकन न्यूज
अक्टूबर 2013 में भूमध्य सागर में दो अलग-अलग जहाज़ दुर्घटनाओं में 636 आप्रवासियों की मौत हो गई थी। ग्यारह साल बाद, 3 अक्टूबर 2024 को, पहली त्रासदी की सालगिरह पर, मिलान शहर स्थित संत अम्ब्रोस महागिरजाघर, भूमध्य सागर में खोए सभी लोगों की याद में श्रद्धांजलि अर्पित करेगा। पिछले दशक में ही, यह संख्या 30,300 से ज़्यादा हो गई है।
इस वर्षगांठ पर, क्वार्तेत ऑफ द सी (इतालवी में, "क्वार्तेत्तो डेल मारे") मंच पर आएगी, जो मोजार्ट के रिक्विम की एक व्यवस्था का प्रतीकात्मक प्रदर्शन पेश करेगी। हालाँकि संरचना वही है, लेकिन वाद्य यंत्र सामान्य से बहुत अलग हैं। इन्हें दो इतालवी जेलों के कैदियों द्वारा नावों की लकड़ी से तैयार किया गया है जो कभी समुद्र के पार प्रवासियों को ले जाती थीं।
यह संगीत कार्यक्रम "मेटामोर्फोसिस" परियोजना का हिस्सा है, जो एक ऐसी पहल है जो खतरे के साधनों को सुंदरता और चिंतन के उपकरणों में बदलने का प्रयास करती है। कार्यक्रम की शुरूआत एक शरणार्थी एवं एक कैदी की गवाही के साथ शुरू होगी, जो जीवित रहने, बदलाव और दूसरे अवसरों की शक्ति के अपने अनुभवों को साझा करेंगे।
संगीत
सागर की चौकड़ी में वायलिन पर यूजेन गार्गजोला और एग्नेस तासो, वायोला पर ईवा इम्पेलिज़ेरी और सेलो पर मिशेल बॉलरिनी शामिल हैं। मोजार्ट के रिक्विम की व्यवस्था ईवा इम्पेलिज़ेरी ने खुद लिखी थी, जिन्होंने इसका शीर्षक मोजार्ट का अधूरा रखा था। यह शीर्षक संगीतकार की असामयिक मृत्यु की ओर ध्यान आकर्षित करता है, जिसने अपनी उत्कृष्ट कृति को अधूरा छोड़ दिया, इस प्रकार भूमध्य सागर के पानी में कटे हुए जीवन के समानांतर खींचा गया, जिसे पोप फ्रांसिस ने बार-बार एक नई शुरुआत की तलाश करनेवाले कई लोगों के लिए "कब्रिस्तान" के रूप में वर्णित किया है।
अंतिम विदाई मिस्सा या मृतकों के लिए ख्रीस्तयाग, मृतकों की आत्माओं के लिए प्रार्थना के रूप में मनाया जाता है। ईवा इम्पेलिज़ेरी ने अपनी व्यवस्था को लाक्रिमोसा (लैटिन में जिसका अर्थ है आंसू भरा) पर समाप्त करने का विकल्प चुना, जो मोजार्ट के रेक्विम का एक मार्मिक और शायद सबसे प्रसिद्ध खंड है, जो मोजार्ट की मृत्यु के समय अधूरा रह गया था, ठीक उसी तरह जैसे डूबे हुए प्रवासियों के जीवन।
इवा इम्पेलिज़ेरी ने उल्लेख किया है कि किस प्रकार संगीतकार के छात्र, सुस्मेयर ने शेष कार्य को पूरा किया, तथा इस बात का उदाहरण दिया है कि किस प्रकार मानवता अधूरी कहानियों, प्रवासियों, कैदियों और हाशिए पर पड़े सभी लोगों की कहानियों का बोझ ढोती रहती है।
यह आयोजन, और इसके पीछे के संगठन और लोग, सभी पोप फ्रांसिस की शिक्षाओं का पालन करते हैं, जो समुद्र में प्रवासियों के जीवन के लिए अथक वकालत करते हैं। उन्होंने हाल ही में कहा, "प्रवासियों को उन घातक समुद्रों में नहीं होना चाहिए"।
यह संगीत समारोह सिर्फ एक श्रद्धांजलि नहीं है, बल्कि भविष्य के लिए एक प्रार्थना है, जहां प्रेम राज करता है, यहाँ तक कि हमारे बीच सबसे टूटे हुए लोगों के लिए भी।
पोप फ्राँसिस की शिक्षाओं का अनुसरण करनेवाली एक परियोजना
मेटामोर्फोसिस परियोजना ने चौकड़ी को प्रकाश दिया और इसकी स्थापना कासा डेलो स्पिरितो ई डेले आर्टी फाउंडेशन द्वारा की गई थी, और इसमें ओपेरा और सेकोंदिग्लियानो की जेलों के कैदी शामिल हैं जो प्रवासी नावों की लकड़ी से संगीत वाद्ययंत्र बनाते हैं। इस पहल का उद्देश्य परिवर्तन और मुक्ति का प्रतीक है, जिसमें कैदियों को नए कौशल और उद्देश्य प्राप्त होते हैं।
2012 में अर्नोल्डो मोस्का मोंदादोरी और मारिसा बाल्दोनी द्वारा स्थापित यह फाउंडेशन दूसरे अवसर प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है और इटली एवं दुनियाभर में विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से कमजोर व्यक्तियों के साथ काम करता है। इस परियोजना को रियलमोंटे ईटीएस एसोसिएशन द्वारा समर्थित किया जाता है, जो शरणार्थियों की सहायता करता है।
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