लेगाप्सी धर्मप्रांत के पल्ली गिरजाघर में बाढ़, लोगों को शरण लेगाप्सी धर्मप्रांत के पल्ली गिरजाघर में बाढ़, लोगों को शरण  

तूफान प्रभावित फिलीपीन काथलिक धर्मप्रांतों ने आपातकालीन जवाबी इकाइयाँ सक्रिय कीं

जब तूफान ट्रामी के कारण फिलीपींस के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है, काथलिक कलीसिया के उदार संगठन कारितास ने प्रभावित क्षेत्रों में काथलिक धर्मप्रांतों के साथ मिलकर आपातकालीन प्रतिक्रिया को सक्रिय करने और जरूरतमंद लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है।

मार्क सालुदेस, लिकास न्यूज

स्थानीय काथलिक कलीसिया की सामाजिक कार्य शाखा कारितास फिलीपींस ने घोषणा की है कि टाइफून क्रिस्टीन (अंतरराष्ट्रीय नाम: ट्रैमी) से प्रभावित या जोखिम में आए धर्मप्रांतों ने आपातकालीन प्रतिक्रिया दल को सक्रिय कर दिया है। कारितास फिलीपींस के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष कॉलिन बागाफोरो ने कहा, "हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि सबसे अधिक ज़रूरतमंद लोगों तक त्वरित और प्रभावी सहायता पहुंचे।"

देश की राष्ट्रीय आपदा जोखिम रोक एवं प्रबंधन परिषद (एनडीआरआरएमसी) ने 23 अक्टूबर को बताया कि टाइफून क्रिस्टीन के प्रभाव से 14 प्रांतों के 77,910 परिवार प्रभावित हुए हैं।

कारितास फिलीपींस ने बताया कि काथलिक धर्मप्रांतों ने नुकसान की सीमा का आकलन करने और उचित प्रतिक्रिया निर्धारित करने के लिए त्वरित मूल्यांकन टीमों को तैनात किया है। धर्माध्यक्षप कॉलिन ने कहा, "हम प्रभावित समुदायों की तत्काल जरूरतों का आकलन करने और उचित प्रतिक्रिया उपाय तैयार करने के लिए अपने स्थानीय कारितास कार्यालयों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।"

नागा शहर में कैसरेस महाधर्मप्रांत ने प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी निकासी केंद्रों के रूप में कम से कम 25 पल्ली और कलीसियाई संस्थान खोले हैं, जिनमें पेनाफ्रांसिया की लघु बसिलिका और जेसुइट्स संचालित अतेनेओ दी नागा विश्वविद्यालय शामिल हैं।

महाधर्मप्रांत ने कहा कि वह बाढ़ प्रभावित समुदायों की सहायता करने के लिए "वर्तमान में पल्ली और संस्थानों की सूची बना रहा है" और जनता से समर्थन देने का आग्रह करता है।

लेगाप्सी धर्मप्रांत के पल्ली गिरजाघर भी बाढ़ की चपेट में है जो शरण खोजनेवाले परिवारों के लिए खुले हैं। पोलुंगुई पल्ली गिरजाघर बाढ़ के बावजूद करीब 300 लोगों को शरण दे रहा है।

पल्ली ने बताया कि गर्भवती और स्तनपान करानेवाली माताओं और उनके शिशुओं के साथ-साथ बीमार और बुजुर्गों सहित कमजोर विस्थापितों को ऊंचे स्थानों जैसे वेदी और पुरोहितों के निवास स्थान पर ले जाया गया।

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23 October 2024, 16:47