चरनी एवं क्रिसमस ट्री के लिए धन्यवाद, संत पापा
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 5 नवम्बर 2019 (रेई)˸ संत पापा फ्राँसिस ने चरनी एवं क्रिसमस ट्री दान करने वाले दल से मुलाकात करते हुए उन्हें अपना आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा, "मैं आप सभी का अभिवादन करता हूँ।" "मैं नागरिक अधिकारियों के प्रति गहरा आभार प्रकट करता हूँ जिन्होंने क्रिसमस के इन दो धार्मिक प्रतीकों की भेंट करने में अपना योगदान दिया है।"
विचेंत्सा,त्रेंतो और त्रेभिजो शहर जो इटली के त्रेन्तो, पादुआ एवं वित्तोरियो वेनेतो महाधर्मप्रांतों के क्षेत्र हैं। उन्होंने संत पापा फ्राँसिस के लिए क्रिसमस के दो प्रतीक, चरणी और क्रिसमस ट्री भेंट की है।
संत पापा ने कहा, "आज की यह मुलाकात मुझे आपके लोगों को प्रोत्साहन देने का अवसर प्रदान करती है जिन्हें पिछले साल प्राकृतिक आपदा के कारण पेड़ों के विनाश का सामना करना पड़ा। ये ऐसे क्षण हैं जो हमें भयभीत करते। ये प्रकृति की चेतावनी के संकेत हैं जो हमारे आमघर की रक्षा हेतु हमसे तत्काल प्रभावशाली कदम उठाने की मांग
करती है।"
क्रिसमस ट्री
संत पापा ने कहा कि क्रिसमस ट्री पर जो सजावट की गयी है उसकी बत्तियाँ आज संध्या प्रज्वलित की जायेंगी और इसे क्रिसमस अवकाश की पूरी अवधि में चरनी के बगल में रखा जाएगा। जिसका दर्शन विश्वभर के तीर्थयात्री करेंगे। संत पापा ने खुशी व्यक्त की कि 40 फीट के इस क्रिसमस ट्री एवं 2018 में नष्ट हुए पेड़ों के स्थान पर दूसरे पेड़ लगाये जायेंगे।
संत पापा ने उनकी भेंट को आशा का चिन्ह कहा, जिनके स्थान को जल्द साफ कर, वहाँ पुनः वनीकरण का काम शुरू किया जाएगा।
चरनी
चरनी पर प्रकाश डालते हुए संत पापा ने कहा कि चरनी जो पूरी तरह लकड़ी से बना है एवं त्रेनतिनो परम्परा के आधार पर बनाया गया है, इसका दर्शन करने वालों को प्रभु के जन्म की समृद्ध आध्यात्मिकता को महसूस करने में मदद देगा। पेड़ों की धड़ें जिन्हें तुफान से हुए विनाश के क्षेत्रों से लाया गया है वे पवित्र परिवार के उस रात को बेतलेहेम में घटी संकट को दर्शाते हैं। रचनात्मक चरनी जो पौल छटवें हॉल में भी स्थापित किया गया है। संत पापा ने कहा कि यह भी विनम्र गुफा में मुक्तिदाता के जन्म की याद दिलायेगा।
ग्रेचो की यात्रा
संत पापा ने ग्रेचो में अपनी यात्रा की याद की जहाँ उन्होंने चरनी के महत्व पर अपने प्रेरितिक पत्र "अमिराबिले सन्यूम" को प्रकाशित किया। उन्होंने कहा कि चरनी जो हमारे विश्वास का अदभुत चिन्ह है वह अभी तक खोया नहीं है बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित किया जा रहा है। यह एक ऐसे विश्व में सुसमाचार का प्रचार करने का सच्चा तरीका है जो यह याद करने से डरती है कि खीस्त जयन्ती वास्तव में क्या है। और क्रिसमस के इस चिन्ह को हटा कर सिर्फ साधारण व्यावसायिक कल्पना को प्रस्तुत करती है।
संत पापा ने उन्हें शांति एवं भाईचारापूर्ण ख्रीस्त जयन्ती की शुभकामनाएँ दीं तथा प्रार्थना की कि कुँवारी मरियम जिन्होंने कमजोर मानव स्वभाव में ईश्वर के पुत्र का स्वागत किया, हमें उन्हें पीड़ित लोगों के चेहरों पर देख पाने में मदद दे तथा दुर्बल एवं सबसे कमजोर लोगों के प्रति हमारे समर्पण को सुदृढ़ करे। अंत में, उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया। सिटी
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