केबेक में कनाडा के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सन्त पापा का अभिवादन
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर - वाटिकन सिटी
केबेक, कनाडा, गुरुवार, 28 जुलाई 2022 (रेई, रॉयटर, एपी): "आज भी, वैचारिक उपनिवेशीकरण के कई रूप हैं जो "रद्द संस्कृति" के प्रति अभिमुख हैं, जो सबसे कमज़ोर और दुर्बल लोगों के प्रति अपने कर्तव्यों की उपेक्षा करते हैं: गरीब, आप्रवासी, बुजुर्ग, बीमार, अजन्में ... ये सब कथित भले समाजों में भुला दिये जाते हैं।" 28 जुलाई को प्रकाशित सन्त पापा फ्राँसिस के इस ट्वीट सन्देश में उन क्रूर तथ्यों का सार निहित है जो आज हमारे आधुनिक समाज में हो रहे हैं और जिनके प्रति लोगों में चेतना जागृत करना सन्त पापा फ्राँसिस ने अपना मिशन मान लिया है।
विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस इस समय कनाडा की छः दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पर हैं। आवासीय स्कूलों में काथलिक कलीसिया के मिशनरियों के सहयोग हेतु क्षमा याचना से पूर्ण इस प्रेरितिक यात्रा को इसीलिये "प्रायश्चित तीर्थयात्रा" निरूपित किया गया है। यात्रा के चौथे दिन काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस ने कनाडा के गवर्नर जनरल, प्रधान मंत्री, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, राजनीतिज्ञों तथा कूटनीतिज्ञों से मुलाकात कर उन्हें अपना सन्देश दिया।
केबेक में सन्त पापा का स्वागत
बुधवार प्रातः एडमनटन से लगभग साढ़े चार घण्टों की विमान यात्रा के उपरान्त सन्त पापा फ्राँसिस सेन्ट लॉरेन्स नदी के तट पर बसे फ्रेंच भाषा-भाषी प्रान्त केबेक पहुँचे। सिटाडेल दे केबेक में विमान से उतर कर सन्त पापा व्हीलचेयर पर बैठे जिनका अभिवादन देशज लोगों के प्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ राजनीतिक अधिकारियों ने किया। जैसे ही सन्त पापा का काफिला हवाई अड्डे से शहर के लिए रवाना हुआ, कई लोग सड़क के ओर- छोर एकत्र हो गये ताकि दया एवं विनम्रता की इस महान हस्ती की एक झलक पा सकें।
सिटाडेल दे केबेक में कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष और प्रधान मंत्री द्वारा काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष एवं वाटिकन राज्य के राष्ट्राध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस का स्वागत लाल वर्दी एवं काली टोपी पहने गार्ड ऑफ ऑनर सहित किया गया। सिटाडेले दे केबेक उत्तरी अमेरिका में सर्वाधिक विशाल ब्रिटिश किला है, जिसके समक्ष इब्राहीम के मैदानों नामक एक विशाल उद्यान है। यह कनाडा के गवर्नर जनरल मेरी साईमन के आधिकारिक आवासों में से भी एक है, जो राज्य की प्रमुख, महारानी एलिजाबेथ, की प्रतिनिधि हैं।
सिटाडेल दे केबेक के केन्द्रीय भवन में सन्त पापा ने कनाडा की गवर्नर जनरल मेरी साईमन तथा कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो से अलग-अलग औपचारिक मुलाकातें कीं और इसके बाद वे देश के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं नागर अधिकारियों, राजनीतिज्ञों तथा कूटनीतिज्ञों से मिले।
अभिवादन
केबेक के ऐतिहासिक सिटाडेल में एकत्र कनाडा के उच्चाधिकारियों के समक्ष सन्त पापा फ्राँसिस का अभिवादन करते हुए कनाडा में महारानी एलीज़ाबेथ की प्रतिनिधि गवर्नर जनरल मेरी साईमन ने कहा, "परम पावन, सन्त पापा कनाडा की यात्रा करने के लिए हार्दिक धन्यवाद जिसे आपने "प्रायश्चित तीर्थयात्रा" का नाम दिया है। हम कनाडा के इस ऐतिहासिक गढ़ में एकत्र हुए हैं, जहां कहानियां साझा की जाती हैं और विचारों का आदान-प्रदान किया जाता है। इस यात्रा के द्वारा आप दुनिया को संकेत दे रहे हैं कि आप और रोमी काथलिक कलीसिया सुलह, उपचार, आशा और नवीनीकरण के हमारे पथ पर हमारे साथ जुड़े हैं।"
श्रीमती मेरी साईमन ने आगे कहा, "चंगाई या उपचार एक लम्बी यात्रा है, यह कोई मंजिल नहीं है। इसमे समय लगता है। यह धीरे-धीरे, सावधानी से शुरू होती, हमें आगे ले जाती, लेकिन कई अन्य दिशाओं में भी हमारा मार्ग दर्शन करती है।" उन्होंने कहा, "आपकी इस यात्रा के दौरान मैंने अब तक जो देखा है, उससे मुझे बहुत आशा है। कनाडा, पुनर्मिलन की प्रक्रिया में, परमधर्मपीठ के साथ मिलकर, शांति और शिक्षा को बढ़ावा देने, बाधाओं को दूर करने, ग़रीबी और बीमारी से लड़ने और विश्वास के पुनर्निर्माण जैसे कई अन्य वैश्विक मुद्दों पर काम करने के लिए तत्पर है। आपके प्रयासों के लिए हम आभारी हैं।"
इसी प्रकार, प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सन्त पापा फ्राँसिस के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सन्त पापा में सुनने और समझने की अपार क्षमता है तथा भलाई करने तथा उपचार ढूँढ़ने में वे अग्रणी रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह सन्त पापा द्वारा आवासीय स्कूलों में मूल निवासियों की नष्ट हुई संस्कृतियों का खण्डन वास्तव में एक साहसिक कृत्य था। ट्रूडो ने कहा कि जैसा कि सन्त पापा ने कहा है क्षमा मांग लेना ही मुद्दे का अन्त नहीं है, यह आगे बढ़ने का प्रथम चरण है। उन्होंने कहा, "सोमवार को मैंने कई मूलनिवासियों के संग बैठकर सन्त पापा फ्राँसिस के मार्मिक शब्दों को सुना और प्रतिक्रियाएं भी सुनी, इसीलिये मेरा मानना है कि हर कोई उनके शब्दों से वह ग्रहण करेगा जिसकी उसे ज़रूरत होगी, किन्तु इसमें ज़रा भी सन्देह नहीं कि आपके शब्दों ने कनाडा के सभी लोगों पर गहरा प्रभाव छोड़ा है।"
इन अभिवादनों के उपरान्त सन्त पापा ने देश के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं नागर अधिकारियों, राजनीतिज्ञों, एवं कूटनीतिज्ञों तथा मूल निवासियों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने एक बार फिर आवासीय स्कूलों में सही गई पीड़ा के लिये काथलिक कलीसिया की क्षमा याचना को दुहराया। साथ ही, उन्होंने विश्व के लोगों से सृष्टि की देखभाल, परिवार की रक्षा और सभी वैचारिक उपनिवेशवाद के खिलाफ देशज लोगों के महान मानवीय मूल्यों से प्रेरित होने की ज़ोरदार अपील की।
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