#E0F2022: युवाओं ने संत पापा फ्राँसिस के साथ अपने सपने साझा किए
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
असीसी, इटली शनिवार 24 सितम्बर 2022 (वाटिकन न्यूज) : तीसरे और अंतिम दिन को समाप्त करने का सबसे अच्छा तरीका: संत पापा फ्राँसिस की भागीदारी। इकोनोमी ऑफ फ्रांचेस्को (फ्रांसिस की अर्थव्यवस्था) सम्मेलन में भाग लेने वाले युवाओं ने असीसी के लिरिक थिएटर में उसी हॉल को भर दिया, जिसे उन्होंने पहली बार 2019 में भरा था। लेकिन शनिवार को कुछ अलग था, उनके दिल और दिमाग भरे हुए थे।
वैश्विक अर्थव्यवस्था को बेहतर और अधिक न्यायसंगत बनाने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार को हेलीकॉप्टर से असीसी शहर की यात्रा कर युवाओं के बीच पधारे।
युवा लोगों ने संत पापा फ्राँसिस का स्वागत किया और अपने विभिन्न प्रदर्शनों की शुरुआत की, सर्वप्रथम इसकी शुरुआत इसायाह की पुस्तक से एक अनुकूलन के साथ हुई। दुनिया भर के अभिनेताओं और अभिनेत्रियों ने बाइबल के पढ़े गए अंश के चिंतन में सवाल पूछे और जवाब दिए।
संगीत के बाद 8 युवकों ने मंच पर खड़े होकर अपनी गवाही दी।
इटली
इटली की अर्थशास्त्र की छात्रा सेरेना इओनाटा ने बताया कि कैसे वह अपनी पढ़ाई में राज्यों, राष्ट्रों और संस्थानों को अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर देती है। वह कहती हैं, इकोनोमी ऑफ फ्रांचेस्को (ईओएफ) बैठक इस बात का जीता जागता सबूत है कि "अर्थव्यवस्था पहले और सबसे महत्वपूर्ण मानवीय संबंधों का मामला है, फिर वस्तुओं का; यह लोगों की बात है, फिर वस्तुओं की; पहले आम वस्तुओं की, फिर निजी वस्तुओं की।"
उन्होंने कहा कि हम में से प्रत्येक फिर से शुरू करें - अपनी अर्थव्यवस्था और इसमें रहने वाले पुरुषों और महिलाओं को भाईचारे की नज़र से देखें।
बेनिन
अगली गवाही बेनिन में एक गैर सरकारी संगठन के कार्यकारी निदेशक हेनरी टोटिन से मिली। हेनरी ने अपना जीवन हरित अर्थव्यवस्थाओं के अध्ययन के लिए समर्पित कर दिया है, जिसे वह उन लोगों के जीवन में मदद करने के लिए काम कर रहा है जो ओउमे की घाटी में डांगबो में रहते हैं, जहां लोग एक आक्रामक पौधे से लड़ रहे हैं जो पानी के सतहों को कवर करता है।
अब, वह इस पौधे से प्रभावित सभी विभिन्न समुदायों के साथ काम करता है, इसे उर्वरक में बदल देता है, और कभी-कभी कला भी। उसने इकोनोमी ऑफ फ्रांचेस्को को धन्यवाद दिया। वह और उनके जैसे अन्य लोग प्रकृति से प्रभावित समुदायों के साथ काम करना जारी रखने के लिए इस हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।
अर्जेंटीना
फाकुन्दो पास्कुत्तो अर्जेंटीना से है और "100 असीसी" नामक एक परियोजना पर काम करते हैं। वे संत पापा की हरित अर्थव्यवस्थाओं को लागू करने और काम करने के लिए समर्पित है।
उन्होंने कहा, "यह परियोजना, एक ओर सामुदायिक अभिनेताओं के बीच संबंधों की प्रणाली उत्पन्न करता है जो या तो मौजूद नहीं थे या उन्हें मजबूत करने की आवश्यकता थी। दूसरी ओर, प्रत्येक बैठक में हम एक समस्या का समाधान करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करते हैं, और वहां से हम इस समस्या को कम करने के लिए मिलकर काम करते हैं (यह पर्यावरण, श्रम, पेशेवर प्रशिक्षण, हो सकता है)। और तीसरा, हम इन मुद्दों पर उस दृष्टिकोण से चर्चा करते हैं जो संत पापा फ्राँसिस हमें सिखाते हैं।"
उनका निष्कर्ष है कि सामान्य भलाई, समग्र विकास की दिशा में परिवर्तन की प्रेरक शक्ति है।
थाईलैंड
लिली रैलिन सतीदतानासन केवल 14 साल की हैं। एक पर्यावरण कार्यकर्ता के रूप में, वह कई सरकारी मंत्रालयों से मिलीं, लेकिन इस बात पर जोर देती हैं कि "सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण मैं युवाओं की सदस्य हूँ, जो हमारे भविष्य के लिए लड़ रहा है। जब मैं 8 साल की थी तब मैंने अपनी सक्रियता शुरू कर दी थी।"
हालांकि उसे बताया गया था कि वह एक कार्यकर्ता बनने के लिए बहुत छोटी थी, लिली ने उस नकारात्मकता का इस्तेमाल दृढ़ता के लिए किया। उसने ईओएफ को धन्यवाद दिया, उसे लगता है कि वह अब अकेली नहीं है।
उसने कहा, "हमें अन्य युवा महिलाओं और युवाओं को संसाधनों और अवसर देकर उन बाधाओं को दूर करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, जो उन्हें रोक या पंगु बना देते हैं। आज आपने मुझे सीखने का अवसर दिया।”
केन्या
केन्या के सामुअल लेकाडो एक मासाई समुदाय में काम करते हैं, जो संरक्षण पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सामुदायिक सेवाएं चला रहे हैं।
इंटरनेट के माध्यम से वह इकोनोमी ऑफ फ्रांचेस्को के सदस्यों से जुड़ने में सक्षम हुए। “आज मेरे पास 20 बच्चों का एक समूह है, जिन्हें निरक्षरता से छुड़ाकर स्कूल भेजा गया था। हमने स्वास्थ्य और पर्यावरण के मुद्दों पर जागरूकता पैदा की है।”
सामुएल का कहना है कि वह पूरे मासाई समुदाय को अपने कंधों पर ले जाता है, यह देखते हुए कि ईओएफ में जो बनाया गया है वह वही है जो मार्टिन लूथर किंग ने सपना देखा था।
“जलवायु परिवर्तन पूरी दुनिया में एक बड़ी चुनौती और संकट बना हुआ है। इसलिए मेरा विनम्र निवेदन है कि हम एक हरे भरे वातावरण और अपनी खूबसूरत भूमि के राजदूत बनने के लिए मिलकर काम करें। वह उपहार जो ईश्वर ने मानव जाति को नियंत्रित करने के लिए दिया था। पेड़ लगाएँ, भविष्य बचाएँ।"
अफ़ग़ानिस्तान
अफगानिस्तान की एक युवती याद करती है कि तालिबान के आने से महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने वाले उसके 20 साल के काम को कैसे रद्द कर दिया गया।
उसने कहा, “मेरे पति ने भी नए शासन के खिलाफ कुछ प्रदर्शनों में भाग लिया था: उनकी नौकरी तालिबान के एक सदस्य को दी गई थी और हमारा घर जला दिया गया था। 26 अगस्त 2021 को, हमें अमेरिका के लिए एक उड़ान भरना था, लेकिन बम विस्फोट ने हवाई अड्डे तक पहुंचना असंभव बना दिया। फिर प्रस्थान नाकाबंदी ने हमें अफगानिस्तान में रहने के लिए मजबूर किया।”
अक्टूबर में इकोनोमी ऑफ फ्रांचेस्को द्वारा उससे संपर्क किया गया और तब वह इटली आने में सक्षम हुई और अब वह यहां से काम कर रही है जिसे उसने घर पर शुरू किया था।
पोलैंड
माटुज चिसनोहा पोलैंड के एक किसान हैं: फ्रांसेस्को का फार्म। माटुज़ ने कहा, "हम दो दुनिया और दो शब्दों को जोड़ने के मिशन पर हैं: कृषि और न्याय।" उन अन्यायों से लड़ने के लिए एक समुदाय काम कर रहा है जिसका हम हर दिन सामना करते हैं।
माटुज ने जोर देते हुए कहा, "हम अपने सपनों को साकार बनाना जारी रखना चाहते हैं, फ्रांचेस्को का फार्म - और दुनिया के किसान, विशेष रूप से युवा किसान - अंतरराष्ट्रीय प्रक्रियाओं में ईओएफ की भागीदारी को सक्रिय रूप से समर्थन जारी रखने के लिए तैयार हैं, साथ ही साथ दुनिया भर में नीचे से ऊपर तक, भाईचारे के कार्यों को मजबूत करना, जिसमें लौदातो सी 'एक्शन प्लेटफॉर्म भी शामिल है।"
इटली
एंड्रिया नौ साल से कैदी है। वह कहता है कि इस समय, उनके पास जीवन के अर्थ पर चिंतन करने के लिए बहुत समय है कि किस कारण से वह इससे इतनी दूर भटक गया।
वह कहता है कि अपनी गलती का एहसास होने के बाद से, उसने अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की है और उसे लगता है कि वह सही रास्ते पर है। वह एक जेल में रहकर वहां के कार्यकलापों से अवगत है जो बंदियों को पुनर्वास का अवसर देता है। "एक ऐसी जगह जहां इंसान को खिलने का मौका दिया जाता है।"
एंड्रिया, अपने कारावास के माध्यम से, काम करने में सक्षम है, और जानता है कि वह जेल को एक बेहतर व्यक्ति के रूप में छोड़ देगा। एंड्रिया कहता है, "हर इंसान में बड़ी क्षमता होती है: इसे बस खोजने की जरूरत है। मुझे खुद भी इस पर विश्वास नहीं हुआ था, पर उन लोगों को धन्यवाद,जिन्होंने मेरा समर्थन किया और मैं आज यहां अपनी गवाही देने के लिए आपके सामने उपस्थित हूँ।”
इन साक्ष्यों के अंत में, संत पापा फ्राँसिस ने अपना संदेश दिया।
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