संत इजिदियो समुदाय की 'शांति की पुकार' प्रार्थना में पोप फ्राँसिस
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
तीन दिवसीय शांति प्रार्थना सभा का संचालन संत इजिदियो समुदाय कर रहा है। रोम में इस कार्यक्रम का उद्घाटन रविवार को रोम के "नुवोला" कांग्रेस केंद्र में हुआ, जिसमें फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और इटली के राष्ट्रपति सेरजो मत्तारेल्ला की उपस्थिति थे।
25 अक्टूबर की शाम यह प्रार्थना रोम के ऐतिहासिक स्थल कोलोसेयुम में की जाएगी जहाँ संत पापा फ्राँसिस ने भी भाग लिया।
यह लगातार तीसरा वर्ष है जब संत पापा फ्राँसिस ने इस वार्षिक कार्यक्रम में भाग लिया है।
आमतौर पर इस प्रार्थना सभा को विभिन्न यूरोपीय शहरों में आयोजित किए गए हैं, किन्तु महामारी के बाद से, इसे रोम में आयोजित किया जा रहा है, और प्रत्येक प्रार्थना सभा में संत पापा की उपस्थिति रही है।
संत पापा जॉन पौल द्वितीय के साथ 27 अक्टूबर 1986 को शांति के लिए अंतरधार्मिक प्रार्थना के ऐतिहासिक विश्व दिवस के मद्देनजर शुरू की गई, यह 36वीं प्रार्थना सभा है।
इस वर्ष इसकी विषयवस्तु है, "इल ग्रीदो देला पाचे" (शांति की पुकार)।
शांति के लिए इस प्रार्थना में ख्रीस्तीय, यहूदी, इस्लाम, बौद्ध, सिख और हिंदू धर्म के धार्मिक नेता एक साथ भाग ले रहे हैं।
संत पापा ने रविवार को देवदूत प्रार्थना के उपरांत शांति के लिए आयोजित इस प्रार्थना सभा की जानकारी दी थी एवं विश्वासियों को इसमें आध्यात्मिक रूप से भाग लेने का निमंत्रण दिया था।
उन्होंने प्रार्थना में भाग लेने का निमंत्रण देते हुए कहा, "मैं आप सभी को ईश्वर से विशेष अर्जी करने में आध्यात्मिक रूप से भाग लेने का निमंत्रण देता हूँ। प्रार्थना शांति की शक्ति है, आइये हम प्रार्थना करें, हम संतप्त यूक्रेन के लिए प्रार्थना जारी रखें।"
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