बहरीन में पोप ˸ हम मिलकर शांति के संस्थापक बन सकें
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
बृहस्पतिवार को स्थानीय समयानुसार वे शाम करीब 4:36 बजे बहरीन के केंद्रीय शहर अवाली के सखीर हवाई अड्डा पहुँचे। अवाली अतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वहाँ के अधिकारियों द्वारा स्वागत के बाद, संत पापा फ्राँसिस सखीर रोयल पैलेस चले गये।
खजूर के हरे भरे पेड़ों के बीच रोयल पैलेस जाने के रास्ते पर सड़क के दोनों किनारे लोगों ने जय नारों के साथ वाटिकन और बहरीन के ध्वज लहराते हुए संत पापा का अभिवादन किया। उन्होंने अपने सुन्दर परिधानों में झूमते और गाते हुए उनका स्वागत किया। संत पापा के सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी गई।
सखीर राजदरबार में संत पापा ने बहरीन के राजा हमद बिन ईसा अल खलीफा से औपचारिक मुलाकात की। जिसके तुरन्त बाद उन्होंने वहाँ के नागरिक अधिकारियों और राजनयिकों को सम्बोधित किया। उनके स्वागत के लिए धन्यवाद देते हुए पोप ने देश से सभी लोगों के प्रति अपने मैत्रीपूर्ण प्रेम का इजहार किया। उन्होंने अपनी यात्रा का मकसद बतलाते हुए कहा कि "आज मैं एक ख्रीस्तीय विश्वासी, एक मानव और एक तीर्थयात्री के रूप में यहाँ आया हूँ जिससे हम मिलकर शांति के संस्थापक बन सकें।" उन्होंने देश के नेताओं को याद दिलाया कि हम एक ऐसी दुनिया के लिए प्रतिबद्ध हैं जहाँ लोग निष्ठापूर्ण विश्वास से एक साथ मिलकर उस चीज को अस्वीकार कर सकें जो हमें विभाजित करती, इसके बदले वे उस विषय पर ध्यान केंद्रित करें जो हमें एकजुट करती है।
मुलाकात के उपरांत बालिकाओं ने अपने परम्पारिक परिधानों में संत पापा के रास्ते पर फूल बरसाकर उनका सादर स्वागत किया। संत पापा फ्राँसिस 3 से 6 नवम्बर तक बहरीन की प्रेरितिक यात्रा पर हैं।
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