संत पापा फ्राँसिस बुधवारीय आम दर्शन समारोह में संत पापा फ्राँसिस बुधवारीय आम दर्शन समारोह में  (ANSA)

संत पापाः ईश्वर की दया हमें कभी नहीं छोड़ती, भले ही विश्व युद्ध से पस्त हो

आम दर्शन समारोह के दौरान, संत पापा फ्राँसिस ने विश्वपत्र ‘पाचेम इन तेर्रिस’ को याद किया। संत पापा फ्राँसिस ने सभी विश्वासियों और भली इच्छा वाले पुरुषों और महिलाओं को ‘पाचेम इन तेर्रिस’ को पढ़ने के लिए आमंत्रित किया और दुनिया में शांति के लिए अपनी प्रार्थनाओं को नवीनीकृत किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 12 अप्रैल 2023 (वाटिकन न्यूज) : बुधवार 12 अप्रैल को अपने साप्ताहिक आम दर्शन समारोह के समापन पर, संत पापा फ्राँसिस ने इतालवी भाषा बोलने वाले तीर्थयात्रियों का अभिवादन कर कहा, “कल विश्व पत्र ‘पाचेम इन तेर्रिस’ (पृथ्वी पर शांति) की 60वीं वर्षगांठ थी, जिसे संत पापा जॉन तेईसवें ने तथाकथित शीत युद्ध में दो विरोधी गुटों के तनाव के बीच कलीसिया और दुनिया को संबोधित किया था। संत पापा जॉन तेईसवें ने सभी के सामने शांति की बात करने और शांति के निर्माण के लिए व्यापक क्षितिज खोल दिया : यह दुनिया और मानव परिवार के लिए ईश्वर की योजना है। संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि यह विश्व पत्र एक सच्चा आशीर्वाद था, जैसे काले बादलों के बीच निर्मलता की झलक। उनका संदेश बहुत सामयिक है। उदाहरण के लिए, "राजनीतिक समुदायों के बीच संबंध, जैसे कि मनुष्यों को हथियारों के बल का सहारा लेकर नहीं, बल्कि तर्क के प्रकाश में, यानी सच्चाई में, न्याय में सक्रिय एकजुटता में किया जाना चाहिए।" (संख्या 62)

संत पापा फ्राँसिस ने सभी विश्वासियों और भली इच्छा वाले पुरुषों और महिलाओं को विश्वपत्र ‘पाचेम इन तेर्रिस’ को पढ़ने के लिए आमंत्रित किया। उनकी प्रार्थना है कि राष्ट्रों के प्रमुख अपनी परियोजनाओं और निर्णयों को लेते वक्त खुद को “पाचेम इन तेर्रिस” से प्रेरित होने दें।

पस्त यूक्रेन के लिए प्रार्थना

हमेशा की तरह संत पापा फ्राँसिस ने यूक्रेन में खूनी संघर्षों के अंत के लिए प्रार्थना की अपील की जिसने पांच महाद्वीपों को अनेक तरह से प्रभावित किया है। संत पापा ने यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत के बाद से ही प्रार्थना करने और उन्हें नहीं भूलने की सार्वजनिक अपील जारी रखा है।


संत पापा ने कहा, “आइए हम शहीद यूक्रेन के लिए प्रार्थना में लगे रहें। आइए हम यूक्रेन की पीड़ा के लिए प्रार्थना करें।”

हमें पिता की दया की आवश्यकता है

संत पापा फ्राँसिस ने पोलिश भाषा बोलने वाले तीर्थयात्रियों का अभिवादन कर कहा, “हम जल्द ही दिव्य करुणा रविवार मनाएंगे, जिसकी स्थापना संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने लगभग एक सदी पहले संत फौस्तिना कोवाल्स्का के माध्यम से प्रभु येशु की इच्छा से की थी। आज जबकि संसार युद्धों से अधिकाधिक पीड़ित है और खुद को ईश्वर से दूर कर रहा है, हमें पिता ईश्वर की दया की और भी अधिक आवश्यकता है।”

संत पापा ने वहाँ उपस्थित सभी विश्वासियों को करुणामय प्रभु से प्रार्थना करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा, “आइए, हम मसीह से प्रार्थना करें: "प्रभु अपने दुःखभोग और क्रूस मरण द्वारा, हम पर और पूरी दुनिया पर दया करें।"

विदित हो कि पास्का रविवार के बाद आने वाले रविवार को काथलिक कलीसिया ‘दिव्य करुणा रविवार’ मनाती है।

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12 April 2023, 15:56