बुडापेस्ट स्थित प्रेरितिक राजदूतावास में प्राधिधर्माध्यक्ष हिलेरियन से मुलाकात, 29.04.2023 बुडापेस्ट स्थित प्रेरितिक राजदूतावास में प्राधिधर्माध्यक्ष हिलेरियन से मुलाकात, 29.04.2023  (Vatican Media)

शरणार्थियों और प्राधिधर्माध्यक्ष हिलेरियन से मुलाकात

बुडापेस्ट के सन्त एलीज़ाबेथ महागिरजाघर में शनिवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने यूक्रेनी शरणार्थियों से मुलाकात की तथा युद्ध शुरु होने के बाद से उनके द्वारा सही गई व्यथाओं को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद उनसे कहा कि एक अलग भविष्य संभव है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

बुडापेस्ट, रविवार, 30 अप्रैल 2023 (रॉयटर्स, वाटिकन रेडियो) बुडापेस्ट के सन्त एलीज़ाबेथ महागिरजाघर में शनिवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने यूक्रेनी शरणार्थियों से मुलाकात की तथा युद्ध शुरु होने के बाद से उनके द्वारा सही गई व्यथाओं को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद उनसे कहा कि एक अलग भविष्य संभव है।

ख्रीस्तीय धर्म का एक सच्चा संकेत

शुक्रवार को यूरोप में बढ़ते राष्ट्रवाद के खतरों की चेतावनी देने के एक दिन बाद शनिवार को सन्त एलीज़ाबेथ महागिरजाघर में लगभग 600 शरणार्थियों, निर्धनों और बेघर लोगों से सन्त पापा ने मुलाकात की तथा हंगरी के प्रधान मंत्री विक्टर ऑरबान की सरकार को स्पष्ट शब्दों में बताया कि यूरोपीय महाद्वीप के बाकी हिस्सों के साथ आप्रवासियों एवं शरणार्थियों को स्वीकार करना ख्रीस्तीय धर्म का एक सच्चा संकेत होगा।

इस अवसर पर फूलों के पैटर्न वाले कपड़े पहने हंगरी के खानाबदोश रोमा जाति के एक गायन समूह ने व्हीलचेयर पर बैठे सन्त पापा फ्राँसिस का अभिवादन किया। प्रायः रोमा जाति के घुमक्कड़ लोगों को समाज से बहिष्कृत समझा जाता है। ऐसे ही लोगों की पैरवी करना सन्त एलीज़ाबेथ महागिरजाघर में आयोजित समारोह का उद्देश्य था।

अलग भविष्य संभव

सन्त पापा ने इस अवसर पर ओलेग याकोलेव नामक एक यूक्रेनी व्यक्ति का साक्ष्य सुना। ओलेग ने बताया कि वे तथा उनकी पत्नी लूडमिला अपने पाँच बच्चों के साथ एक वर्ष पूर्व रूसी बमबारी के बाद दीनीप्रो शहर से भागकर बुडापेस्ट आये थे। ओलेग ने कहा कि हंगरी में उन्हें शरण मिली है तथा वे अपना घर बसा सके हैं किन्तु सैकड़ों हज़ारों यूक्रेनी परिवार अभी भी एक सुरक्षित शरणस्थल के लिये भटक रहे हैं।  

"बिना भेद-भाव के समस्त निर्धन एवं पीड़ित लोगों के प्रति करुणा की अभिव्यक्ति ख्रीस्तीय होने का एक अभिन्न अंग है", सन्त पापा फ्रांसिस के इन शब्दों ने अवश्य ही विश्व के उत्पीड़ितों में आशा का संचार किया होगा। सन्त पापा ने कहा, "दर्द और पीड़ा के बीच भी, एक बार जब हमें प्यार का लेप मिल जाता है, तो हमें आगे बढ़ने के लिए आवश्यक साहस मिलता है: हमें यह विश्वास करने की शक्ति मिल जाती है कि सब कुछ खोया नहीं है,  तथा यह कि एक अलग भविष्य संभव है।"

अंतर-धार्मिक क्षितिज

अंतर-धार्मिक संवाद के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, सन्त पापा फ्राँसिस ने शनिवार को ही बुडापेस्ट के  ग्रीक काथलिक समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। शनिवार अपरान्ह उन्होंने बुडापेस्ट स्थित परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूतावास में रूसी ऑरथोडोक्स कलीसिया (आरओसी) के प्रतिनिधि मेट्रोपॉलिटन प्राधिधर्माध्यक्ष हिलेरियन के साथ एक "सौहार्दपूर्ण" बैठक की। यूक्रेन पर आंतरिक मतभेद के चलते विगत वर्ष मॉस्को के रूसी ऑरथोडोक्स कलीसियाई मुख्यालय में नंबर दो पद से उन्हें हटा दिया गया था। प्राधिधर्माध्यक्ष हिलेरियन मास्को प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ में विदेशी मामलों सम्बन्धी विभाग के प्रमुख थे।  

इसी बीच, रूसी ऑरथोडोक्स कलीसिया (आरओसी) के प्रधान प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के क़रीबी मित्र हैं तथा यूक्रेन पर युद्ध का पूरी तरह से समर्थन करते हैं, जिसे वे पतनशील पश्चिम के खिलाफ  ज़रूरी मानते हैं। यूरोपीय संघ ने विगत वर्ष किरिल को अपनी प्रतिबंध सूची में डालने की कोशिश की थी लेकिन सदस्य देश इस मुद्दे पर एकमत नहीं हो पाए क्योंकि हंगरी ने उन्हें शामिल करने का विरोध कर दिया था।

शनिवार देर सन्ध्या, सन्त पापा फ्राँसिस ने अपने येसु धर्मसमाजी जेसुइट भाइयों के साथ परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूतावास में मुलाकात की, जहाँ हंगरी की प्रेरितिक यात्रा के दौरान सन्त पापा रह रहे हैं।

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30 April 2023, 11:37