इता एयरवेस के प्रतिनिधियों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस इता एयरवेस के प्रतिनिधियों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस   (VATICAN MEDIA Divisione Foto)

इता एयरवेस कर्मचारियों से पोप : आप पोप को उड़ान भरने में मदद देते हैं

संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को इता एयरवेस के प्रतिनिधियों एवं कर्मचारियों से मुलाकात की जो प्रेरितिक यात्रा में पोप की मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि वे उनके लिए लोगों से मुलाकात करना, पीड़ितों के निकट आना एवं शांति के लिए प्रतिबद्ध लोगों की मदद करना संभव बनाते हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा ने कहा, “मैं आपकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद देता हूँ ... किसी न किसी प्रकार से आप पोप की उड़ान का प्रतिनिधित्व करते हैं, क्योंकि आप मुझे आशा एवं शांति के सुसमाचार को लेकर पृथ्वी के सीमांतों कर उड़ान भरने में मदद देते हैं।”

संत पापा पॉल षष्ठम उड़ान भरनेवाले पहले पोप

 

संत पापा ने याद किया कि संत पौलुस के नाम को अपनाने वाले संत पापा पौल षष्ठम ने इतिहास में पहली बार 4 जनवरी 1964 को अल इतालिया डी सी 8 से प्रेरितिक तीर्थयात्रा की थी, जो अब सेवामुक्त हो चुका है। संत पापा पौल छटवें को पवित्र भूमि की तीर्थयात्रा करने की बड़ी इच्छा की। विमान रोम के फ्यूमिचिनो हवाई अड्डे से प्रस्थान की और अमान पहुँची इस तरह विश्व में पोप की यात्रा का उद्घाटन हुआ। यह पोप की प्रेरिताई को आगे ले जाने का एक नया रास्ता है जिसमें रोम के धर्माध्यक्ष अधिक लोगों तक पहुंच सकते हैं।

पोप फ्राँसिस ने याद किया कि संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने अपने 27 साल के परमाध्यक्षीय काल में कुल 104 अंतरराष्ट्रीय यात्राएँ कीं, इस तरह यह प्रेरिताई परमाध्यक्षों की प्रेरिताई का अभिन्न हिस्सा बन गयी है। संत पापा बेनेडिक्ट 16वें ने भी कई प्रेरितिक यात्राएँ कीं। संत पापा फ्राँसिस विदेशों में 40 यात्राएँ पूरी कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “मैं अपने 41वीं प्रेरितिक यात्रा पर हंगरी जा रहा हूँ। उसके बाद मार्सिले, और फिर मंगोलिया जाऊंगा।”

संत पापा ने इता एयरवेस के कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि वे बाहर यात्रा करने में पेत्रुस के उतराधिकारी एवं उनके सहयोगियों की सहायता करते हैं। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण सेवा है जिसके लिए क्षमता, देखभाल एवं कई चीजों पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है और कई बार कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ता है।

आगामी यात्राएँ

उन्होंने कहा, “मेरे लिए लोगों के साथ मिलना, समुदायों, विश्वासियों, दूसरे धर्मों के लोगों एवं भली इच्छा रखनेवाले महिलाओं एवं पुरूषों से मिलना महत्वपूर्ण है।” संत पापा ने गौर किया कि लोगों से मिलना एवं उनसे व्यक्तिगत बातचीत करना और केवल संदेश भेज देना दोनों में फर्क है। पोप भाइयों को विश्वास में सुदृढ़ करने, पीड़ितों के निकट आने एवं शांति के लिए समर्पित लोगों की मदद करने के लिए यात्रा करते हैं जो उनके कारण संभव हो पाता है। अतः संत पापा ने उन्हें धन्यवाद दिया एवं उनके कार्यों के लिए शुभकामनाएँ दीं तथा माता मरियम से प्रार्थना करते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

     

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14 April 2023, 18:41