पुरोहितों के आध्यात्मिक जीवन में साथ दें, दोहरापन बर्दाश्त नहीं करें, संत पापा
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शनिवार 24 जून 2023 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 24 जून को वाटिकन में परामर्शदाता के सेवकों के धर्मसंध की महासभा के सदस्यों से मुलाकात की। एक ऐसा धर्मसंघ, जिसका करिश्मा "हर संभव और विवेकपूर्ण तरीके से कठिनाई में पड़े पुरोहितों के बगल में रहना" है। उन लोगों की सेवा करना जिन्होंने पुरोहिताई का संस्कार प्राप्त किया है।"
संत पापा ने कहा कि “एक पुरोहित का आध्यात्मिक जीवन तब बढ़ता है जब पहल पवित्र आत्मा पर छोड़ दी जाती है। पहल को पवित्र आत्मा पर छोड़ दें: पवित्र आत्मा एक पुरोहित के जीवन में परिवर्तन और सद्भाव को आगे बढ़ाता है। दोहरेपन को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए बल्कि आत्मा के प्रकाश में इसे प्रकाश में लाया जाना चाहिए। वही अकेला हमें बेवफाई से ठीक करता है।"
कलीसिया के शुद्धिकरण का मार्ग साझा करना
इसलिए परामर्शदाता के सेवकों का मिशन स्वयं को "मसीह की सेवा में उसके पुरोहितों में" रखना है। "वर्तमान समय में इसका मतलब शुद्धिकरण के उस विशेष मार्ग में साझा करना भी है जिसे कलीसिया यौन दुर्व्यवहार की त्रासदियों के कारण अनुभव कर रही है।" 7 मार्च, 2019 को रोम के पुरोहितों के साथ बैठक के दौरान दिए गए भाषण के एक अंश का हवाला देते हुए, संत पापा ने यह भी रेखांकित किया कि "पाप हमें विकृत कर देता है और हम दर्दनाक रूप से इसका अपमानजनक अनुभव तब करते हैं जब हम स्वयं या हमारे भाई पुरोहितों में से एक या धर्माध्यक्ष बुराई, भ्रष्टाचार या इससे भी बदतर अपराध की अथाह खाई में गिर जाता है जो दूसरों के जीवन को नष्ट कर देता है।
इस तरह की स्थिति में, "परामर्शदाता के सेवक" होने के नाते आपको अपना जीवन कुछ पुरोहितों और समर्पित भाइयों के साथ समर्पित करने के लिए कहा जाता है, जो तपस्या, हृदयपरिवर्तन और आध्यात्मिक और बुलाहटीय नवीनीकरण का मार्ग प्रदान करते हैं। अच्छे समारी की भावना और शैली के साथ, आप उन लाचार भाईयों के साथ खड़े होते हैं, उनके साथ जीवन और दैनिक प्रार्थना साझा करते हैं।
क्षतिपूर्ति की आध्यात्मिकता
संत पापा ने समझाया कि कठिनाई में सहयोगियों के करीब रहने का मतलब सद्भाव बहाल करने में मदद करना भी है। संत पापा ने कहा, “आप उन्हें, सबसे ऊपर, एक समुदाय, एक प्रार्थना समुदाय में सम्मिलित करते हैं, जो जीवन के सामंजस्य को फिर से खोजने में मदद करता है जिससे एक बुलाहटीय संकट हमेशा समझौता करता है। जैसा कि आप इस समस्या के कई पहलुओं का सामना करते हैं, मैं आपको ईश्वर के लोगों के चरवाहों की पवित्रता की सेवा में, शुद्धिकरण की आवश्यकता से शुरू करके, क्षतिपूर्ति की आध्यात्मिकता को गहरा करने के लिए आमंत्रित करता हूँ।”
संत पापा फ्राँसिस यह कहते हुए अपना संदेश समाप्त किया, "आत्मा आपको येसु की आँखों से, उसके प्रेम से, उसकी कोमलता से प्रत्येक को देखने में मदद करे।"
व्यक्तिगत कठिनाइयों में पड़े पुरोहितों की सहायता
परामर्शदाता के सेवकों के धर्मसंघ की स्थापना 1947 में न्यू मेक्सिको, यू.एस.ए. में फादर जेराल्ड एम.सी. द्वारा की गई थी। परामर्शदाता के सेवकों के पुरोहित बुलाहट एवं आध्यात्मिक जीवन में व्यक्तिगत कठिनाई, शराब और यौन विकारों सहित व्यक्तिगत कठिनाइयों वाले पुरोहितों और धर्मसंघियों की मदद हेतु प्रार्थना और चिंतन, प्रशिक्षण के माध्यम से बुलाहटीय एवं आध्यात्मिक नवीनीकरण के समग्र कार्यक्रमों की पेशकश करते हैं।
यह धर्मसंघ यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, इटली, फिलीपींस, अफ्रीकी और दक्षिण-अमेरिकी देशों सहित दुनिया के कई अन्य देशों में कार्यशील है।
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