कार्डिनल बनने वाले पापमोचक ने हमेशा क्षमा करने के लिए येसु से मांफी मांगी
संपादक अंद्रेया तोर्नेली
वाटिकन सिटी, सोमवार 10 जुलाई 2023 (वाटिकन न्यूज) : भले ही वह सूची में आखिरी थे, लेकिन वे निश्चित रूप से संत पापा फ्राँसिस के दिल में आखिरी नहीं थे।
रविवार को देवदूत प्रार्थना के बाद 30 सितंबर को कंसिस्टरी में लाल टोपी प्राप्त करने वाले नए कार्डिनलों की सूची की घोषणा करते हुए, संत पापा ने एक बुजुर्ग फ्रांसिस्कन मठवासी के नाम के साथ सूची समाप्त की, जो 2007 में सेवानिवृत्त होने के बाद से, ब्यूनस आयर्स में पोम्पेई की माता मरियम तीर्थालय में ध्वनिरोधी पापमोचक पीठिका में रह रहे हैं।
कपुचिन फादर लुईस पास्कुअल ड्रि का जन्म 17 अप्रैल 1927 को अर्जेंटीना के एंट्रे रियोस प्रांत के फेदेरासिओन में एक ऐसे परिवार में हुआ था, जहां एक को छोड़कर सभी बच्चों ने धर्मसंघों में प्रवेश करईश्वर को अपना जीवन में समर्पित कर दिया था।
संत पापा फ्राँसिस ने उनके बारे में कई बार बात की।
संत पापा ने पहली बार 6 मार्च 2014 को रोम के पल्ली पुरोहितों से मुलाकात के वक्त कपुचिन फादर लुईस पास्कुअल ड्रि के बारे बताया। उन्होंने कुछ महीने बाद, 11 मई 2014 को पुरोहिताभिषेक हेतु सामूहिक प्रार्थना सभा के दौरान इस उदाहरण को दोहराया। उन्होंने "द नेम ऑफ गॉड इज मर्सी" (ईश्वर का नाम दया है) नामक पुस्तक साक्षात्कार में फादर लुईस को उद्धृत किया। फिर फरवरी 2016 में संत पेत्रुस महागिरजाघऱ में कपुचिन मठवासियों को उपदेश के दौरान और हाल में संत जॉन लातेरन महागिरजाघर में पापमोचकों की जुबली के अवसर पर एक बार फिर फादर लुईस को उद्धृत किया।
जब पाप-स्वीकार के बारे में बात की जाती है और पाप-स्वीकृति में प्रायश्चित्त प्राप्त होते हैं, तो संत पापा फ्राँसिस के विचार हमेशा उनकी ओर चले जाते हैं।
संत पापा : 'मुझे एक महान पापमोचक की याद है'
"मुझे एक महान पापमोचक, एक कपुचिन पुरोहित याद है, जिन्होंने ब्यूनस आयर्स में अपनी प्रेरितिक सेवा दी थी। एक बार वे मुझसे मिलने आए, वे बात करना चाहते थे। उन्होंने मुझसे कहा: 'मैं आपसे मदद मांगने आया हूँ। मेरे पास हमेशा बहुत सारे लोग आते हैं। पापस्वीकार पीठिका के सामने सभी प्रकार के लोग, विनम्र और कम विनम्र, लेकिन कई पुरोहित भी... मैं बहुत माफ करता हूँ और कभी-कभी मुझे एक संकोच आ जाता है, बहुत ज्यादा माफ करने का संदेह।''
"हमने दया के बारे में बात की और मैंने उससे पूछा कि जब उसने संकोच महसूस किया तो उसने क्या किया। उसने मुझे इस तरह उत्तर दिया: 'मैं हमारे छोटे चैपल में पवित्र संदूक के सामने जाता हूं और येसु से कहता हूँ: 'प्रभु, मुझे माफ कर दो क्योंकि मैंने बहुत माफ कर दिया है। लेकिन आप ही हैं जिसने मुझे बुरा उदाहरण दिया!'' यह, मैं कभी नहीं भूलूंगा। जब एक पुरोहित खुद पर इस तरह दया करता है, तो वह इसे दूसरों को दे सकता है।"
सात साल पहले, मैं ब्यूनस आयर्स में पोम्पेई की माता मरिया समर्पित तीर्थालय में उसकी तलाश करने गया। वहाँ बहुत कम लोग थे और काफ़ी उमस भरी दोपहर थी। केवल एक पापस्वीकार पीठिका खुली थी, जहाँ कपुचिन मठवासी एक पुराने रेडियो स्टूडियो के समान सफेद साउंडप्रूफिंग पैनलों के बीच इंतजार कर रहा था। वो फादर लुईस ही था।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here