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2021.12.08  संत पापा द्वारा सेनाक्ल समुदाय का दौरा 2021.12.08 संत पापा द्वारा सेनाक्ल समुदाय का दौरा  

सेनाक्ल समुदाय 40 वर्षों से सबसे गरीबों सेवा में

संत पापा फ्राँसिस ने सेनाक्ल समुदाय की मदर एल्विरा और समुदाय के सभी सदस्यों को उनकी सेवा के लिए धन्यवाद दिया। 16 जुलाई 1983 को सालुज़ो में इस समुदाय को शुरु किया गया और पूरी दुनिया में फैल गया। यह हाशिये पर पड़े और हताश लोगों के लिए आशा का मरूद्यान है।

वाटिकन समाचार

वाटिकन सिटी, सोमवार 17 जुलाई 2023 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद सेनाक्ल (अंतिम व्यारी) समुदाय की प्रशंसा की जो उन लोगों के प्रति गहरी कृतज्ञता के साथ दशकों से शारीरिक और आध्यात्मिक परेशानी में पड़े लोगों, विशेष रूप से नशीली दवाओं और शराब की लत में फंसे एवं हाशिये पर पड़े परिस्थितियों से कुचले हुए हताश लोगों का स्वागत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

संत पापा ने कहा, मैं सेनाक्ल समुदाय को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ, जो 40 वर्षों से स्वागत और मानव संवर्धन का स्थान रहा है। मैं सलूज़ो के धर्माध्यक्ष, मदर एलविरा और सभी समुदायों और दोस्तों को आशीर्वाद देता हूँ। आप जो करते हैं वह सुंदर है और आपका अस्तित्व भी सुंदर है! आप को धन्यवाद!”

सलूज़ो से पूरी दुनिया में

धर्मबहन एलविरा पेत्रोज़ी अब बुजुर्ग हो गई हैं और स्वास्थ्य से कमजोर हैं, उन्हें "मदर" (माँ) कहा जाता है, न केवल इसलिए कि वे समर्पित हैं, बल्कि उस मातृ प्रेरणा के कारण भी, जिसके साथ उन्होंने समुदाय को जन्म दिया और इसका पालन-पोषण किया। 16 जुलाई 1983, को सालुज़ो पहाड़ी पर एक खंडहर और परित्यक्त घर में इस समुदाय को शुरु किया और यह हर महाद्वीप पर फैल गया है। आज 20 देशों में 70 से अधिक घर मौजूद हैं, खासकर लैटिन अमेरिका में।

इस समुदाय में लागू होने वाला एकमात्र नियम प्रेम है, जबकि उनका दिनचर्या कई गतिविधियों से चिह्नित होता है: प्रार्थना से लेकर बागवानी तक,  प्रदर्शन से लेकर खाना पकाने तक। आधिकारिक वेबसाइट पर सेनाकल समुदाय का वर्णन है, "कई खोए हुए, धोखा खाये हुए और निराश युवाओं की निराशा की पुकार पर ईश्वर की कोमलता की प्रतिक्रिया, जो जीवन का आनंद चाहते हैं।"

 

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17 July 2023, 16:31