वकीलों के एक प्रतिनिधिमंडल से संत पापा की भेंट वकीलों के एक प्रतिनिधिमंडल से संत पापा की भेंट  (Vatican Media)

संत पापाः सच्चाई और न्याय की सेवा करें

यूरोपीय संघी सदस्य देशों के वकीलों के एक प्रतिनिधिमंडल को अपने संबोधन में, संत पापा फ्रांसिस ने कानून के शासन को बनाए रखने और यह याद रखने के लिए प्रोत्साहित किया कि प्रत्येक व्यक्ति के पास समाज के संबंध में अधिकार और कर्तव्य दोनों हैं।

वाटिकन सिटी

वाटकिन सिटी, सोमावर, 21 अगस्त 2023 (रेई) संत पापा फ्रांसिस ने यूरोपीय संघी देशों के एक प्रतिनिधिमंडल वकीलों से मुलाकात की, जो वियना घोषणा के हस्ताक्षरकर्ता हैं।

संत पापा ने वाकिलों के प्रतिनिधिमंडल का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र और मानवीय गरिमा, स्वतंत्रता को बढ़ावा देने हेतु आप सबों का धन्यवाद। वर्तमान समय की आर्थिक और सामाजिक संकट इसके साथ ही पहचान और सुरक्षा के संबंध में उठने वाले संकट लोकतंत्र के मूलभूत बातों के प्रति निष्ठावान बने रहने की एक चुनौती प्रस्तुत करते हैं। “हमें चाहिए कि हम उन सिद्धांतों का निरंतर पुनःनियोजन करते हुए अपनी सजगता में उनकी रक्षा करें।”

इस संदर्भ में संत पापा ने वकीलों की इस सलाह की प्रंशसा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि “कानून के आधार पर शासन व्यवस्था, यहाँ तक कि संकट के समय में भी, लघुनतम अपवादों के अधीन नहीं होना चाहिए”। क्योंकि कानून मानव की सेवा हेतु बना है जिसका लक्ष्य बिना किसी अपवाद के हर व्यक्ति की गरिमा की रक्षा करना है। उन्होंने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि मानवीय प्रकृति और व्यक्ति की गलत समझ में बढ़ोतरी हुई है, यह वह विषयवस्तु है जो मानवीय सुरक्षा को कमजोर करती और धीरे-धीरे अच्छी दिखाई देने वाली बातों के भेष में घोर शोषण के द्वार को खोलती है।

मानवीय सम्मान का आधार सभी बातों में, किसी भी व्यक्ति का सर्वोच्चतम की ओर अग्रसर होने में निहित है। यूरोप जो मानव जीवन के श्रेष्ठतम आयाम हेतु नहीं खुला है वह धीरे-धीरे अपने आत्मा और मानवतावादी सोच को खो देता है।

जड़ों से जुड़ा होना निष्ठा का प्रतीक

संत पापा ने कहा कि कानूनी शासन की दृढ़ता और मानवीय अधिकारों का सुनिश्चितकरण तब संभव हो सकता है जब लोग अपनी जड़ों से निष्ठापूर्ण ढ़ंग से जुड़े रहते हैं, जो सत्य और इसका पोषण करता है जिसके फलस्वरुप हम वास्तव में, किसी समाज में स्वतंत्र, मानवीय और भाईचारे की भावना को विकसित होता पाते हैं। “हर मानव के लिए ईश्वर की योजना है, इसका एहसास किये बिना मानव जीवन की सत्यता की खोज करना व्यक्ति को स्वयं में और अपने कार्यों तक ही सीमित कर देता है।” उन्होंने कहा कि आज हम व्यक्तिगत अधिकारों की मांग की अधिकता को पाते हैं। मानवीय अधिकारों का तुष्टिपूर्ण समझ और उनका दुरूपयोग लोगों को “शुद्धता के देवदूत...सापेक्षवाद के तानाशाह...अनैतिहासिक कट्टरवाद... दयालुता की कमी वाली नैतिक प्रणालियाँ, और ज्ञान रहित बौद्धिक प्रवचन” का शिकार बना सकता है।” (एभंजेली गौदियुम 231)। इस प्रकार कानून का शासन केवल मानव व्यक्ति की विकृत अवधारणा की सेवा होगा, जिसे आर्थिक और वैचारिक हितों के अनुसार तोलमोल किया जाएगा।

संत पापा ने वकीलों के आवश्यक सुरक्षा और कानूनी पेशेवर विशेषाधिकार के मौलिक सिद्धांत के लिए उनकी सराहना की। यह आवश्यक है कि हमारा समाज गोपनीय संचार के रूपों को संरक्षित रखे जिससे व्यक्ति स्वयं को अभिव्यक्त कर सकें और अपने बोझ से छुटकारा पा सकें। इसके साथ ही संत पापा ने सामान्य निवास और पृथ्वी की देख-रेख और उसकी सुरक्षा हेतु किये जाने वाले वकीलों के कार्यों तथा प्रतिबद्धता हेतु उनका शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि हम यह कभी न भूलें की आने वाली पीढ़ी हमारे हाथों से इस धरती को अपने लिए ग्रहण करेगी, अतः ईश्वर के मिली प्राकृतिक सुंदरता की देख-रेख करना हमारा अति मूल्यवान कर्तव्य है।

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21 August 2023, 16:27