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Pope Francis' apostolic journey to Portugal Pope Francis' apostolic journey to Portugal  (Vatican Media)

संत पापाः डरो मत, येसु सदैव आपके साथ हैं

संत पापा फ्रांसिस ने विश्व युवा दिवस का यूखारीस्तीय बलिदान अर्पित करते हुए युवाओं को नहीं डरने का संदेश दिया क्योंकि येसु हमारे साथ सदैव चलते हैं।

वाटिकन सिटी

पुर्तगाल, रविवार 06 अगस्त 2023 (रेई) संत पापा फ्रांसिस ने विश्व युवा दिवस के अवसर पर पुर्तगाल की प्रेरितिक यात्रा के पाँचवें दिन युवाओं के संग यूखरीस्तीय बलिदान अर्पित किया।

“प्रभु यहाँ होना कितना अच्छा है” (मत्ती.17.4) ये पेत्रुस के शब्द हैं जिसे उन्होंने पहाड़ के ऊपर येसु के रुपांतर को देख कर कहा। इन दिनों के अनुभवों उपरांत ये शब्द हमारे होते हैं। येसु के साथ हमारे अनुभव और उन्हें एक दूसरे  के संग साझा करना कितना अच्छा है। हमारा एक साथ मिलकर प्रार्थना करना, हमारे हृदयों को अपार खुशी से भर देता है। अतः आप स्वयं से पूछ सकते हैं कि अपने दैनिक जीवन के लिए आप किन चीजों को लेकर जायेंगेॽ

संत पापा ने इस सवाल का उत्तर प्रभु के रुपांतर हेतु निर्धारित सुसमाचार पाठ के आधार पर तीन क्रियाओं-चमकना, सुनना और भयभीत न होना पर प्रकाश डालते हुए दिया।

उन्होंने कहा,“सुसमाचार हमें बतलाता है कि रूपांतर में येसु का चेहरा सूर्य की भांति चमक उठा” (मत्ती.17.2)। ठीक इसके पहले उन्होंने अपने दुःखभोग, मृत्यु और पुनरूत्थान की चर्चा करते हुए, शिष्यों की, दुनियावी शक्तिशाली मुक्तिदाता की चाह को निरूत्साहित कर दिया था। ईश्वर की महिमामय योजना को आलिंगन करने हेतु अब वे अपने शिष्यों में पेत्रुस, याकूब और योहन को पर्वत की ऊंचाई पर ले चलते और अपने रूपांतरित रूप को प्रकट करते हैं। इस रूपांतर के द्वारा वे उन्हें अपने दुःखभोग के लिए तैयार करते हैं।

येसु में हम भी चमकीले होते हैं

संत पापा फ्रांसिस ने कहा कि हमें भी आज अपने जीवन में थोड़ी ज्योति की जरूरत है” जिससे हम हमारे जीवन की मुसीबतों का सामना कर सकें, क्योंकि येसु वे सूर्य हैं जो कभी अस्त नहीं होते बल्कि रात के अंधेरे में भी चमकते रहते हैं। “येसु ख्रीस्त की ज्योति हमारी आंखों में चमकती है”। वे हमारे चेहरे में, हृदय, मन और हमारे जीवन की इच्छाओं में जिन्हें हम पूरा करना चाहते, चमकते हैं।

जीवन की चमक प्रेम में है

संत पापा ने युवाओं से कहा, कि मैं आप लोगों से एक बात कहना चाहूँगा कि आप अपनी श्रेष्ठ छवि या शक्तिशाली होने और अपनी सफलता के द्वारा नहीं चमकते हैं। “हम तब चमकते हैं जब हम येसु का स्वागत अपने हृदय में करते, उनकी तरह दूसरों को प्रेम करना सीखते हैं।” येसु की तरह प्रेम करना हमें चमकीला बनाता है यह हमें प्रेम के कार्य करने को अग्रसर करता है। “जिस दिन आप अपने से बाहर जाते हुए प्रेम के कार्य करेंगे आप चमकगें वहीं आप का स्वर्थी होना इस चमक को खत्म कर देगा।

हृदय में येसु को सुनें

दूसरी बात सुनने के संबंध में संत पापा ने कहा कि पहाड़ के ऊपर रूपांतरण के समय एक चमकते बादल ने शिष्यों को ढ़क लिया, इस बादल से पिता कहते हैं, “यह मेरा प्रिय पुत्र है, उसकी सुनो” (मत्ती. 17.5) येसु को सुनने में हमारे जीवन के सारे रहस्य छुपे हैं। हम येसु को सुनें वे हमें क्या कहते हैं। उन्होंने कहा कि आप सुसमाचार को पढ़ें और अपने हृदय से पूछें कि वे वहाँ क्या कह रहे हैं क्योंकि उनके शब्द हमारे लिए अनंत जीवन हैं, जो हमें पिता के बारे में कहते हैं। यह हमें प्रेम का मार्ग दिखलाता है। “हम येसु को सुनें क्योंकि अच्छी भावना रहने पर भी हम अपने में एक तरह के स्वार्थ को पाते हैं जो प्रेम के स्वरूप हम में व्याप्त रहता है। आप उन्हें सुनें क्योंकि वे आप को प्रेम का मार्ग बतलाते हैं जिससे आप गलत मार्ग में न भटकें। 

हम न डरें

आप न डरें, यह तीसरी बात है। हम इसे धर्मग्रंथ बाईबल में बहुत बार पाते हैं। पहाड़ में रुपांतरण के समय येसु के आखरी शब्द थे, “डरो मत”। संत पापा फ्रांसिस ने कहा कि युवाओं के रूप में आप के बहुत सारे सपने हैं, लेकिन आप को बहुधा डर लगता है कि वे पूरे न हों। कभी-कभी आप सोचेंगे कि आप चुनौती का सामना करने के योग्य नहीं हैं और आप हिम्मत हारने और असफल होने की परीक्षा में पड़ जाते और अपनी मुस्कान में अपने दर्द को छुपा लेते हैं। आप दुनिया को बदलना और न्याय तथा शांति के लिए कार्य करना चाहते हैं। आप अपनी सारी शक्ति को इस ओर निर्देशित करते फिर भी सारी चीजें काफी नहीं लगती हैं। इन सारी चीजों के बावजूद कलीसिया और दुनिया को आप की जरुरत है, वैसे ही जैसे कि पृथ्वी को पानी की आवश्यकता है। प्रिय युवाओ आप दुनिया के वर्तमान औऱ भविष्य हैं और आप से येसु कहते हैं, “मत डरो”। संत पापा ने सभी युवाओं को मन ही मन इस बात को दुहराने का आग्रह किया,“मत डरो।”

संत पापा ने युवाओं से कहा कि मैं हर एक की आंखों में देखते हुए यह कहना चाहूँगा, “आप न डरें। येसु स्वयं आप की ओर देख रहे हैं। वे आप को जानते हैं, वे आप की खुशी और दुःख, आप की सफलता और असफलता, आप के हृदय को जानते हैं। लिस्बल के इस विश्व युवा दिवस में वे आप से कहते हैं कि आप न डरें, आप न डरें, सहास रखें, न डरें।

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06 August 2023, 14:01