अगले विश्व युवा दिवस की घोषणा पर दक्षिण कोरिया के युवा स्टेज पर अगले विश्व युवा दिवस की घोषणा पर दक्षिण कोरिया के युवा स्टेज पर  (ANSA)

पोप फ्राँसिस : अगला विश्व युवा दिवस दक्षिण कोरिया के सियोल में

लिस्बन के तेहो पार्क उद्यान में विश्व युवा सम्मेलन के लिए ख्रीस्तयाग समारोह के अंत में संत पापा फ्राँसिस ने उन सभी लोगों के प्रति अपना गहरा आभार प्रकट किया जिन्होंने इस “कृपा भरे अवसर” को संभव बनाया तथा 2027 में अगले विश्व युवा दिवस के स्थान के रूप में एशियाई देश दक्षिण कोरिया को घोषित किया।

वाटिकन न्यूज

लिस्बन, रविवार, 6 अगस्त 2023 (रेई) : अत्यंत प्रतीक्षित घोषणा करने से पहले कि अगला विश्व युवा दिवस दक्षिण कोरिया के सियोल में होगा, "यूरोप के पश्चिमी छोर से सुदूर पूर्व की ओर बढ़ते हुए," पोप फ्राँसिस ने उन सभी के प्रति अपना आभार व्यक्त किया, जिन्होंने लिस्बन में विश्व युवा दिवस 2023 को साकार बनाया।

उन्होंने कहा, “एक शब्द है, जिसको हमने इन दिनों कई बार सुना है : “धन्यवाद,” या “ओब्रीगादो।”

लिस्बन में विश्व युवा दिवस के समापन समारोही मिस्सा के उपरांत देवदूत प्रार्थना में संत पापा का मूल संदेश था, आभार व्यक्त करना।   

दक्षिण कोरिया के युवा
दक्षिण कोरिया के युवा

लौटाने की चाह

संत पापा ने इस बात पर गौर करते हुए कि प्रत्येक तीर्थयात्री ने कितना पाया है कहा, “ओब्रिगादो न केवल उसके लिए आभार का भाव प्रकट करता है जिसको हमने इस कृपा भरे अवसर में ग्रहण किया है बल्कि लौटाने की चाह के लिए भी।”

“अब, जब हम घर लौट रहे हैं, बदले में प्रभु हमें बांटने और देने की आवश्यकता महसूस करा रहे हैं, खुशी और उत्साह से उस अच्छाई का साक्ष्य देने के लिए जिसको ईश्वर ने हमारे हृदयों में डाला है।”

"ओब्रिगादो"

संत पापा फ्राँसिस ने अपना आभार कार्डिनल क्लेमेंट के प्रति प्रकट किया जो लिस्बन, कलीसिया और पूरे पूर्तगाली जनता के प्राधिधर्माध्यक्ष हैं।

पोप ने कहा, “धन्यवाद पुर्तगाल के राष्ट्रपति को, जिन्होंने इन दिनों के कार्यक्रमों में साथ दिया; राष्ट्रीय और स्थानीय संस्थानों को उनके सहयोग और मदद के लिए धन्यवाद।” लिस्बन शहर को भी धन्यवाद, जिसको युवा एक “भाईचारे के घर” और “सपने के शहर” के रूप में हमेशा याद रखेंगे। साथ ही उन्होंने कार्डिनल फरेल एवं उन सभी लोगों को अपनी शुक्रिया अदा की जिन्होंने विश्व युवा सम्मेलन की तैयारी की।

संत पापा ने अपना आभार सभी स्वयंसेवकों के प्रति भी प्रकट किया और उन्हें भी जिन्होंने ऊपर से विश्व युवा सम्मेलन को देखा, इस अवसर के संरक्षक संत : विशेषकर, सत जॉन पौल द्वितीय, जिन्होंने इन विश्व युवा सम्मेलनों को जीवन दिया।”

“और धन्यवाद आप सभी, प्यारे युवाओं को! ईश्वर देख रहे हैं कि आप कितने अच्छे हैं। सिर्फ वे ही जानते हैं कि उन्होंने आपके हृदयों में क्या बोया है। कृपया इसे संजोये रखें। मैं आप से कहना चाहता हूँ। सबसे सुन्दर पल की याद करते हुए इन दिनों की यादगारी बनाये रखें।”

“कभी न भूलें कि आप यथार्थ में क्या है”

संत पापा ने युवा तीर्थयात्रियों से आग्रह किया कि वे इन अनुभवों एवं इन दिनों की कृपा को "थकान और निराशा के अपरिहार्य समय में पुनःजीयें," जब छोड़ देने या अपने आप में बंद होने का प्रलोभन प्रबल हो जाए।

दक्षिण कोरिया के युवा
दक्षिण कोरिया के युवा

शांति का सपना

अंततः संत पापा ने उन युवाओं की याद की जो विश्व युवा सम्मेलन में भाग नहीं ले पाये। उन्होंने उन युवाओं का अभिवादन किया जिन्होंने विश्व के विभिन्न देशों के धर्मप्रांतों और धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों द्वारा आयोजित स्थानीय आयोजनों में भाग लिया, उदाहरण के लिए उप-सहारा के भाई-बहन जो तानजियर में एकत्रित हुए।

पोप ने लोगों को अपनी "यादों और प्रार्थनाओं" द्वारा उनके साथ चलने को कहा जो सशस्त्र संघर्षों और युद्धों के कारण हमारे साथ नहीं आ सके। दरअसल, हमारी दुनिया में ऐसे कई लोग हैं। इस महाद्वीप के बारे में सोचते हुए, मुझे प्यारे यूक्रेन के लिए बहुत दुःख होता है, जो लगातार बहुत कष्ट झेल रहा है।”

प्रिय दोस्तों, एक वृद्ध व्यक्ति के रूप में, मुझे आप युवाओं के साथ एक सपना को व्यक्त करने की अनुमति दीजिए जो मैं अपने भीतर रखता हूँ: यह शांति का सपना है, शांति के लिए प्रार्थना करनेवाले युवाओं का सपना, शांति से रहने और शांतिपूर्ण भविष्य का निर्माण करने का सपना।

पोप ने एक और “ओब्रिगादो” साझा किया "हमारी जड़ों के लिए, हमारे दादा-दादी के लिए, जिन्होंने हमें विश्वास दिया, हमें जीवन का क्षितिज दिया।"

आगे की ओर

पोप ने मानवता के भविष्य को "शांति की महारानी मरियम" के हाथों सौंप दिया, और युवा तीर्थयात्रियों से अपने घरों को लौटते समय "शांति के लिए प्रार्थना करना जारी रखने" का आग्रह किया।

दक्षिणी कोरिया में अगला विश्व युवा दिवस

अपने संबोधन के समापन से पहले, पोप फ्राँसिस ने जयंती के लिए रोम में "दुनिया भर से" युवाओं को आमंत्रित किया और दक्षिण कोरिया के सियोल को अगले विश्व युवा दिवस स्थल के रूप में घोषित किया। यह आयोजन 2027 में होगा।

उन्होंने उपस्थित युवाओं को 2025 जयंती वर्ष के लिए रोम आने के लिए आमंत्रित किया, और इसे "युवा लोगों की जयंती" कहा।

अंतिम ओब्रिगादो, "सबसे बड़ा," प्रभु येसु और "धन्य मरियम, हमारी माँ" के लिए था।

संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "वे यहाँ हमारे साथ रहे हैं, और वे हमेशा हमारे साथ हैं," उन्होंने कभी भी हमारे जीवन की अनदेखी नहीं की, और वे हमें ऐसा प्यार करते जैसा कोई नहीं करता।”

अगले विश्व युवा दिवस की घोषणा करते संत पापा फ्राँसिस

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

06 August 2023, 15:50