भविष्यवाणियों के लिए मशहूर फातिमा के मरियम तीर्थ पर
वाटिकन सिटी
फातिमा, रविवार, 6 अगस्त 2023 (रेई, रॉयटर्स, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने पुर्तगाल में अपनी पाँच दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के अन्तिम चरण में शनिवार को पुर्तगाली शहर फातिमा का दौरा किया तथा अधोलोक, शांति एवं सोवियत साम्यवाद की सर्वनाशकारी भविष्यवाणियों के लिए जिज्ञासा का केन्द्र बने विश्व विख्यात मरियम तीर्थ पर प्रार्थना की। यूक्रेन में रूसी आक्रमण के सन्दर्भ में फातिमा के मरियम तीर्थ ने नई प्रासंगिकता पाई है।
यूक्रेन के लिये प्रार्थना
शनिवार प्रातः सन्त पापा ने रोगियों और कैदियों के साथ मुलाकात कर व्यतीत किया। उन्होंने उन तीर्थयात्रियों के साथ प्रार्थनाएँ अर्पित कीं जिन्होंने सूर्योदय से बहुत पहले ही फातिमा के मरिमय तीर्थ के केंद्रीय मैदान में प्रवेश करना शुरू कर दिया था। आस-पड़ोस के जंगलों की आग से धुएँ के रंग में काले हो चले वातावरण से बिखरती राख के नीचे खड़े श्रद्धालुओं ने कड़ी धूप में सन्त पापा के साथ विश्व में शांति का आह्वान किया। वाटिकन मीडिया ने प्रकाशित किया कि इस अवसर पर विशेष रूप से यूक्रेन में जारी युद्ध की समाप्ति हेतु प्रार्थना की गई।
अपनी पुर्तगाली यात्रा में तीसरी बार, सन्त पापा फ्रांसिस ने इस अवसर के लिये तैयार किये गये प्रवचन एवं प्रार्थना का परित्याग कर अपने मन से निकली प्रार्थना का उच्चार किया तथा पवित्र कुँवारी मरियम के आलिंगन पर चिन्तन के लिये सबको आमंत्रित किया। इस अवसर पर उन्होंने मरियम के चरणों में एक सोने की माला अर्पित की, जिनके आदर में फातिमा के तीर्थस्थल का निर्माण हुआ है।
वाटिकन के प्रवक्ता मातेओ ब्रूनी ने इस परिवर्तन पर टीका करते हुए कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस "एक चरवाहे के रूप में हमेशा उन लोगों को सबसे पहले सम्बोधित करते हैं जिनसे वे मुलाकात करते हैं।"
इस अवसर सन्त पापा फ्राँसिस के समक्ष फातिमा के काथलिक धर्माध्यक्ष होसे ओमेलास ने सन्त पापा के साथ प्रार्थना में एकप्राण होते हुए यूक्रेन के लिये प्रभु ईश्वर से याचना की। उन्होंने कहा, "शांति के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु हम अपने आप को काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस की प्रार्थना के साथ जोड़ते हैं, जिसके लिए यह मरियम तीर्थ पहचाना जाता है, विशेष रूप से, यूक्रेन में युद्ध और दुनिया में कई अन्य संघर्षों के बारे में चिन्ता व्यक्त करते हुए हम अपनी प्रार्थनाओं को प्रभु ईश्वर के समक्ष प्रस्तुत करते हैं।"
फातिमा शहर और रहस्य
पुर्तगाल के फातिमा की कहानी 1917 ई. में शुरु हुई थी, जब, तीन पुर्तगाली चरवाहे बच्चों, भाई-बहन फ्रांसिस्को और जासिन्ता मार्टो और उनकी चचेरी बहन लूसिया ने कहा था कि पवित्र कुँवारी मरियम ने उन्हें छः बार दर्शन दिये और उन पर तीन रहस्य प्रकट किये थे। इनमें अधोलोक की सर्वनाशकारी छवि, प्रथम विश्व युद्ध का अंत और द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत और साथ ही सोवियत साम्यवाद के उत्थान और पतन की भविष्यवाणियाँ की गई थीं।
सन् 2000 में, वाटिकन ने लंबे समय से प्रतीक्षित फातिमा के तीसरे रहस्य का खुलासा किया था। इसे 13 मई, 1981 को सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण सन्त जॉन पॉल द्वितीय के खिलाफ हत्या के प्रयास की भविष्यवाणी के रूप में वर्णित किया गया जो पहले मरियम दर्शन की सालगिरह पर पड़ा था। आज भी फातिमा की रानी मरियम के मुकुट में 1981 में सन्त पापा जॉन पॉल द्वितीय के जीवन पर किये गये प्राणघाती हमले की गोली का आवरण छिपा हुआ है।
दर्शन पाने वाली धर्मबहन लूसिया का निधन 2005 में हो गया था जिन्होंने अपने लेखों में कहा है कि यदि काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष एवं विश्व के समस्त धर्माध्यक्ष रूस को "माँ मरियम के निष्कलंक हृदय" के प्रति समर्पित करते हैं, तो रूस का मनपरिवर्तन सम्भव है और विश्व में शांति कायम हो सकेगी।
धर्मबहन लूसिया ने बाद में दावा किया था कि सन्त पापा जॉन पॉल द्वितीय ने सन् 1984 में ख्रीस्तयाग के दौरान उस भविष्यवाणी को पूरा किया, भले ही उन्होंने प्रार्थना में कभी भी रूस का उल्लेख नहीं किया था। विगत वर्ष, यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद शांति के लिए प्रार्थना में, सन्त पापा फ्रांसिस ने रूस और यूक्रेन दोनों को माँ मरियम के संरक्षण के सिपुर्द किया था।
सन्त पापा फ्रांसिस रूस के युद्ध को समाप्त करने के लिए बार-बार अपील करते रहे हैं तथा प्रायः उन्होंने "शहीद" यूक्रेनी लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की है, हालांकि नाम लेकर रूस की आलोचना करने से परहेज किया है। हाल ही में, उन्होंने रूस ले जाए गए यूक्रेनी बच्चों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के प्रयास में एक मिशन पर कीव, मॉस्को और वाशिंगटन में अपने विशेष दूत कार्डिनल ज़ूपी को भई प्रेषित किया था।
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