पोप की यात्रा से पहले, मार्सिले ने पहचान और अन्यता का मिश्रण किया
वाटिकन न्यूज
इस खंडित और घायल समुद्र को "आशा की पच्चीकारी", शांति, मेल-मिलाप और उदारता के स्थान में कैसे बदला जाए, पर वे एक चिंतन कर रहे हैं।
यह एक योगदान है जिसे कलीसिया मार्सिले में चल रही भूमध्यसागरीय प्रक्रिया के माध्यम से देने की उम्मीद करती है, ऐसे समय में जब ब्रायनकॉन से लेकर लैम्पेडुसा तक आप्रवासन सुर्खियों में है।
इस सभा में, युवा भूमध्यसागरीय चेहरे को प्रदर्शित करने के लिए पलेर्मो, ट्यूनिस, अलेप्पो, एथेंस, साइप्रस, ओडेसा, टैंजियर्स और अल्जीयर्स के धर्माध्यक्ष शामिल होंगे।
25 से 35 वर्ष की आयु के 70 छात्रों और युवा पेशेवरों की मेजबानी मार्सिले में परिवारों द्वारा की जा रही है। वे फ्रांस, बोस्निया-हर्जेगोविना, इटली, स्पेन, सीरिया, लेबनान, अल्जीरिया और यूक्रेन सहित भूमध्य सागर की सीमा से लगे 25 देशों के हैं।
संयोग से, पूर्वी यूरोप, जिसमें काला सागर और आज़ोव सागर शामिल है, जिसको कभी-कभी विशाल भूमध्यसागर में भुला दिया जाता है। हालाँकि, जैसा कि भूमध्यसागर की तीसरी सभा के मेजबान कार्डिनल जॉन-मार्क एवेलिन अक्सर याद करते हैं, "नीपर से आनेवाली एक बूंद एक दिन जिब्राल्टर में समाप्त हो जाएगी।"
भूमध्यसागर की पहली फरवरी बैठक 2020 में संत पापा फ्रांसिस की अगुवाई में बारी में हुई थी और और उसके बाद दूसरी सभा फरवरी 2022 में फ्लोरेंस में हुई थी जिसमें संत पापा फ्रांसिस भाग नहीं ले पाये थे।
भूमध्यसागर के लिए पोप का रोडमैप
मार्सिले के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल एवेलिन के अनुसार "पोप मार्सिले में अवलोकन के लिए नहीं आ रहे हैं, बल्कि इसलिए कि हम उनके साथ मिलकर भूमध्यसागर, इसकी चुनौतियों, इसके संसाधनों, इसकी क्षमता को देख सकें।"
जिन्होंने रविवार शाम को युवाओं को इसके "संदर्भों की जटिलता का आकलन करने के लिए" आमंत्रित किया था।
कार्डिनल के अनुसार, यह फ्राँस के लिए एक बड़ी चुनौती है, जिसकी भूमध्यसागरीय क्षेत्र में जिम्मेदारी है, क्योंकि वह भूमध्यसागरीय इतिहास में फ्राँस द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हैं, "कभी-कभी बेहतर के लिए, कभी-कभी बदतर के लिए।"
लगभग 100 देशों की बहुसांस्कृतिक आबादी और फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावासों की सबसे बड़ी संख्या के साथ मार्सिले को "संदेश शहर" के रूप में भूमिका निभानी है।
उन्होंने कहा, "विभिन्न धार्मिक मान्यताओं से परे, मार्सिले का संदेश यह है कि प्रत्येक पहचान में हमेशा अन्य का एक तत्व होता है। मार्सिले इसे किसी भी अन्य की तुलना में अधिक जानता है।"
1998 के उल्लेखनीय निबंध "लेस ईदेनतितेस मेयूरत्रेरेस" के लेखक, फ्रेंको-लेबनानी लेखक अमीन मालौफ को उद्धृत करते हुए कार्डिनल एवेलिन ने कहा, "जो पहचानें कभी भी अन्य को देखना नहीं चाहतीं, वे जानलेवा पहचान बन जाती हैं।"
किसी की कहानी पर विचार करना और उसकी गवाही देना
एक फ्रेंच भाषी टीम और नौ अंग्रेजी भाषी टीमों में विभाजित, 70 युवा तीन दिनों की बैठकों में अपनी पहचान और अन्यता की खोज कर रहे हैं।
अपनी व्यक्तिगत कहानियों के साथ-साथ मार्सिले और भूमध्यसागर की कहानियों को साझा करते हुए, उनका उद्देश्य तीन विषयों के बारे में सीखना है: अपना इतिहास, सामुदायिक जीवन के सभी आयामों में संवाद, और पारिस्थितिक एवं आप्रवासी मुद्दे, पृथ्वी के संकट के मौन रूदन को सुनना।"
गुरुवार, 21 सितंबर से शुरू कर, 70 युवा अंतिम दस्तावेज पर बिशपों के साथ मिलकर काम करेंगे, जिसे शनिवार की सुबह फरो भवन में - फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, साथ ही कलीसियाई, राजनीतिक, राजनयिक, आर्थिक और नागरिक अधिकारियों के सामने पोप को प्रस्तुत किया जाएगा।
"आश्चर्य के लिए खुलेपन" की भावना में, युवाओं और धर्माध्यक्षों की ये मिश्रित टीमें कई मुद्दों पर चर्चा कर रही हैं - पारिस्थितिक, आर्थिक, संघर्ष-संबंधी, धार्मिक स्वतंत्रता और अंतरात्मा की स्वतंत्रता।
अलग-अलग तटों पर चेहरे
मार्सिले के 26 वर्षीय प्रिसिले रियोनडेल, जो इटली में अध्ययन करना चाहती हैं, उन्हें इस सप्ताह संबंध और दोस्ती बनाने की बहुत उम्मीदें हैं।
वे आशा कर रही हैं कि "भूमध्यसागर के अन्य तटों से रूबरू होने और उन युवा लोगों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा, जिनसे कभी मुलाकात नहीं हुई है। मैं इसके लिए अपने विश्वास और अपने इतिहास के बारे में और अधिक जानने में सक्षम हो पाऊंगी।" कार्यक्रम की सघनता हमें जल्द ही एक परिवार की तरह एक साथ जोड़ देगी," वे अपने नए परिचितों के साथ परियोजनाओं को पूरा करने की उत्सुकता व्यक्त करते हुए आशा व्यक्त करती हैं।
भूमध्यसागरीय समन्वय
भूमध्यसागरीय विविधता का पहला उदाहरण शनिवार शाम को बसिलिका ऑफ नोट्रे-डेम डे ला गार्डे के मशाल जुलूस में देखा गया, जिसमें मार्सिले के उत्तरी उपनगरों के युवाओं ने भाग लिया।
अगले दिन, युवा सत्र के उद्घाटन का ख्रीस्तयाग कार्थुसियन मठ प्रार्थनालय में आयोजित किया गया था, जो शहर के सबसे पुराने गिरजाघरों में से एक है, जिसे लुई 14वें के शासन काल में बनाया गया था।
मार्सिले के महाधर्माध्यक्ष ने अपना विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन संघर्ष के घावों को भरने में मदद कर सकता है। "संभावित सौहार्द की यह सुखद स्मृति आज के संघर्षों से घायल हुई यादों को ठीक कर सकती है।"
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