संत पापा फ्राँसिस ने प्राधिधर्माध्यक्ष बसिलियोस मार्थोमा मैथ्यूज तृतीय का स्वागत किया
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, सोमवार, 11 सितंबर 2023 (वाटिकन न्यूज, रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 11 सितंबर 2023 को पूर्वी और मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन कलीसिया के मलंकारा मेट्रोपॉलिटन प्राधिधर्माध्यक्ष बसिलियोस मार्थोमा मैथ्यूज तृतीय का वाटिकन में स्वागत किया। संत पापा ने कहा, “संत पेत्रुस और संत पौलुस के शहर में जहाँ आपने पढ़ाई की थी और अब पूर्वी और मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन कलीसिया के मलंकारा मेट्रोपॉलिटन प्राधिधर्माध्यक्ष के रुप में आये हैं, मैं आपको परमप्रिय भाई के रुप में स्वागत करता हूँ।”
प्राचीन आस्था
संत पापा ने कहा, “आपके साथ मिलकर, मैं सबसे पहले हाल के दशकों में हमारे बीच बने संबंधों के लिए प्रभु को धन्यवाद देना चाहूंगा। सदियों के अलगाव के बाद, हमारी कलीसियाओं में मेल-मिलाप, द्वितीय वाटिकन परिषद के साथ शुरू हुआ, जिसमें मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन कलीसिया ने अपने कुछ पर्यवेक्षकों को भेजा था। उस समय, संत पापा पॉल षष्टम की मुलाकात 1964 में बॉम्बे में प्राधिधर्माध्यक्ष बसिलियोस ऑगेन प्रथम से हुई थी। सन 1983 में प्राधिधर्माध्यक्ष बसिलियोस मार्थोमा मैथ्यूज प्रथम रोम आये थे। तीन साल बाद संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने कोट्टायम में कैथेड्रल ऑफ मार एलिया में उनसे मुलाकात की थी। आपका आगमन अब आपके प्राधिधर्माध्यक्षों की रोम की पहली यात्रा की चालीसवीं वर्षगांठ के साथ मेल खाता है और यह वर्ष परमाध्यक्ष के रुप में मेरा दसवां वर्ष है।
संत पापा ने कहा मैं मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन कलीसिया के धर्माध्यक्षों, पुरोहितों और विश्वासियों का भाई सुलभ अभिनंदन करता हूँ, जिनकी शुरुआत प्रेरित संत थॉमस के उपदेशों से हुई है। मुझे आशा है कि यह वही विश्वास है जिसे हम निचेया की पहली विश्वव्यापी धर्मसभा परिषद की 1,700वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक साथ मनाएंगे।
एक ऐतिहासिक समझौता
संत पापा ने कहा कि संत थॉमस का विश्वास मसीह के शरीर के घावों के उनके अनुभव से अविभाज्य था। पूरे इतिहास में हम ख्रीस्तियों के बीच जो विभाजन हुए हैं, वे मसीह के शरीर यानी कलीसिया पर लगाए गए दर्दनाक घाव हैं। हम स्वयं उनके प्रभावों को देखते हैं। अगर हम प्रेरित संत थोमस की की तरह इन घावों को एक साथ छू लें; तो हम एक साथ घोषणा कर पायेंगे कि येसु हमारे प्रभु और हमारे ईश्वर हैं और अगर, विनम्र हृदय से, हम खुद को उनकी अद्भुत कृपा के हवाले कर देते हैं, तो हम उस बहुप्रतीक्षित दिन को जल्द से जल्द पूरा कर सकते हैं, जब उनकी मदद से, हम उसी वेदी पर पास्का समारोह मनाएंगे। मुझे लगता है कि हमारे कलीसियाओं के बीच बातचीत के लिए संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय आयोग की स्थापना एक विशेष तरीके से हुई, जिसके कारण पेंतेकोस्त 1990 पर प्रकाशित एक ऐतिहासिक ख्रीस्तीय समझौता हुआ। यह संयुक्त घोषणा थी जो इस बात की पुष्टि करती है कि रहस्य में हमारे विश्वास की सामग्री अवतार शब्द एक ही है, भले ही पूरे इतिहास में इसके निर्माण में शब्दावली में अंतर पैदा हुआ है।
संत पापा ने कहा कि संयुक्त घोषणा के बाद, आयोग ने लगभग हर साल केरल में बैठक की है और विश्वासियों के आध्यात्मिक लाभ के लिए प्रेरितिक सहयोग को बढ़ावा देते हुए अच्छे परिणाम मिले हैं। मैं कृतज्ञता के साथ विशेष रूप से पूजा स्थलों और कब्रिस्तानों के सामान्य उपयोग पर 2010 के समझौतों को याद करता हूँ और इस संभावना पर कि, कुछ परिस्थितियों में, किसी भी कलीसिया के विश्वासियों को बीमारों का संस्कार प्राप्त हो सकता है। मैं इस आयोग के काम के लिए ईश्वर को धन्यवाद देता हूँ, जो सबसे ऊपर प्रेरितिक जीवन पर केंद्रित है, क्योंकि प्रेरितिक सार्वभौमवाद पूर्ण एकता का प्राकृतिक तरीका है।
धर्मसभा में योगदान
पूर्ण एकता की दिशा में हमारी यात्रा में, एक और महत्वपूर्ण मार्ग धर्मसभा का है। दस साल पहले, रोम में, आपके पूर्ववर्ती ने घोषणा की थी: "द्वितीय वाटिकन महासभा के बाद से काथलिक कलीसिया की सुलह प्रक्रिया में मलंकारा ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के प्रतिनिधियों की भागीदारी, आपसी समझ के विकास के लिए मौलिक महत्व रही है।" मुझे खुशी है कि आपकी कलीसिया से प्रतिनिधि धर्माध्यक्षों की धर्मसभा के अगले सत्र में भाग लेगा। मुझे विश्वास है कि हम आपकी कलीसिया के सदियों पुराने धर्मसभा अनुभव से बहुत कुछ सीख पायेंगे।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here