शांति और स्वागत को बढ़ावा देने के लिए संत पापा की मार्सिले यात्रा
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, बुधवार 20 सितंबर 2023 (वाटिकन न्यूज) : वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक मत्तेओ ब्रूनी ने मंगलवार को संत पापा फ्राँसिस की मार्सिले की आगामी यात्रा का आधिकारिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
संत पापा इस सप्ताह के शुक्रवार से शनिवार तक दक्षिणी फ्रांसीसी शहर मार्सिले में रहेंगे और भूमध्यसागरीय बैठकों के समापन सत्र में भाग लेंगे। इसका पहल और नेतृत्व कलीसिया कर रही है जिसका लक्ष्य क्षेत्र के विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोगों के बीच समुदाय का निर्माण करना है।
मार्सिले में तीस घंटे
मंगलवार को जारी आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, संत पापा फ्राँसिस शुक्रवार दोपहर 14:35 बजे रोम के फ्युमिचिनो हवाई अड्डे से प्रस्थान करेंगे और 16:15 बजे मार्सिले पहुंचेंगे। फ्रांस के प्रधान मंत्री के आधिकारिक स्वागत के बाद, वह मार्सिले के नोट्रे डेम डे-ला-गार्डे महागिरजाघऱ जाएंगे, जहां वे पहले स्थानीय धर्मप्रांत के पुरोहितों के साथ प्रार्थना करेंगे और फिर विभिन्न संगठनोः स्टेला मारिस, कारितास गैप-ब्रायनकॉन और एसोसिएशन ‘डी सेकोर्स एन मेर’ के सदस्यों के साथ प्रार्थना करेंगे। ये संगठन नाविकों, प्रवासियों और शरणार्थियों की प्रेरितिक देखभाल के लिए समर्पित हैं।
अगले दिन, शनिवार, 23 सितंबर को, वे उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और दक्षिणी यूरोप के धर्माध्यक्षों और युवाओं के भूमध्यसागरीय बैठकों के अंतिम सत्र में भाग लेंगे। इसके बाद वे फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन से निजी तौर पर मुलाकात करेंगे
दोपहर के भोजन के बाद, संत पापा फ्राँसिस मार्सिले के वेलोड्रोम स्टेडियम की यात्रा करेंगे, जहां वे स्थानीय लोकधर्मियों के लिए पवित्र मिस्सा समारोह का अनुष्ठान करेंगे। इसके बाद वे रोम के लिए प्रस्थान करेंगे और 20:50 बजे रोम पहुंचेंगे।
पिघलने वाले बर्तन के रूप में मार्सिले
वाटिकन प्रेस कार्यालय में पत्रकारों के सामने संत पापा का कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए, संत पापा के आधिकारिक प्रवक्ता मत्तेओ ब्रूनी ने कहा कि यह विदेश में संत पापा की 44वीं प्रेरितिक यात्रा होगी।
ब्रूनी ने इस बात पर जोर दिया कि इस यात्रा को फ्रांस की यात्रा के रूप में नहीं, बल्कि मार्सिले शहर की यात्रा के रूप में समझा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2014 में संत पापा की शहर स्ट्रासबर्ग की यात्रा कर यूरोपीय संसद का दौरा किया था। इन दोनों यात्राओं का एक "अंतर्राष्ट्रीय" पहलु है।
ब्रूनी ने आगे कहा कि मार्सिले इस संबंध में विशेष रूप से उल्लेखनीय है, क्योंकि यह अपने लंबे इतिहास के दौरान विशाल विविधता वाली संस्कृतियों द्वारा "समृद्ध" हुआ है। लगभग 600 ईसा पूर्व एक यूनानी उपनिवेश के रूप में स्थापित मार्सिले, वर्षों के दौरान रोमन, लिगुर, बर्बर, अरब और सारासेन्स के हाथों में पड़ गया और हाल के वर्षों में फ्रांस का सबसे विविध शहर विभिन्न संस्कृतियों का एक पिघलने वाला बर्तन बन गया ।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here