अपारेसीदा की माता मरियम के पर्व पर ब्राजील के लोगों के लिए पोप की प्रार्थना
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 12 अक्टूबर 2023 (रेई) : 12 अक्टूबर को अपारेसीदा की माता मरियम का पर्व मनाया जाता है। इस अवसर पर संत पापा फ्राँसिस ने ब्राजील के लोगों को एक वाडियो संदेश के माध्यम से सम्बोधित किया। उन्होंने सिनॉड से अवकाश लेते हुए संदेश में कहा, "अपारेसीदा की हमारी माता मरियम के पर्व दिवस पर, मैं उन्हें अपने दिल में रखता हूँ। मैं इस शहर और कुँवारी मरियम की याद करता है। वे हमें प्रचुर आशीष दें, और ब्राजील के सभी लोगों पर नजर रखें। मैं आपके लिए प्रार्थना करता हूँ, मैं धर्मसभा से ब्राजील को अपना स्नेह भेज रहा हूँ।
पॉल षष्ठम सभागार में रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो संदेश में, पोप ने कहा, "ईश्वर हमें आशीर्वाद दें, और वे आप और ब्राजील के सभी लोगों पर नजर रखें।"
पोप फ्राँसिस ने कहा, "मैं आपके लिए प्रार्थना करता हूँ और अपना आशीर्वाद भेजता हूँ।"
पोप ने ब्राजीलियाई लोगों को भी अपने लिए प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित करते हुए कहा, “कृपया, मेरे लिए प्रार्थना करें। मेरे लिए!"
पोप फ्राँसिस जुलाई 2013 में रियो डी जनेरियो में विश्व युवा दिवस के दौरान अपारेसीदा की तीर्थयात्रा की थी।
माता मरियम के चरणों में प्रार्थना करने के बाद, उन्होंने कहा था, "मुझे अपने परमाध्यक्षीय भार को उन्हें सौंपने की खुशी और कृपा मिली।"
प्रतिमा की खोज
परंपरा के अनुसार, अपारेचिदा की माता मरियम, एक काली कुँवारी मरियम की प्रतिमा हैं, जिसको तीन गरीब ब्राजीलियाई मछुआरों ने 12 अक्टूबर 1717 को साओ पाउलो से लगभग 170 किलोमीटर दूर एक नदी के पास पाया था।
तीनों व्यक्तियों के अनुसार, प्रतिमा को पाने के बाद, उन्होंने रहस्यमय तरीके से बड़ी मात्रा में मछलियाँ पकड़नी शुरू कर दीं।
अपारेचिदा की माता मरियम के माध्यम से चमत्कार
तब से कई अन्य चमत्कारों का श्रेय अपारेचिदा की माता मरियम को दिया गया है।
इसके अलावा, 1736 में, एक शांत रात में, समुदाय ने प्रतिमा के चारों ओर मोमबत्तियाँ जलाईं, लेकिन प्रार्थना के दौरान वे स्वतः ही बुझ गईं और जैसे-जैसे समुदाय निकट आया, वे फिर जलने लगीं।
जबोटिकाबल शहर की एक अंधी लड़की ने अपनी माँ के साथ अपारेचिदा की माता मरियम तीर्थस्थल का दौरा किया, जहाँ पाँव रखते ही उसकी दृष्टि वापस आ गई।
माता मरियम का समर्पण
28वें विश्व युवा दिवस के लिए विदेश में अपनी पहली प्रेरितिक यात्रा के दौरान, पोप फ्राँसिस ने अपारेचिदा की माता मरियम तीर्थस्थल के महागिरजाघर में पवित्र मिस्सा अर्पित किया था।
उस अवसर पर, उन्होंने समर्पण की एक प्रार्थना की जिसमें उन्होंने कुँवारी मरियम से "पूरे ब्राजील पर अपनी आपार अनुग्रह करने” की याचना की थी।”
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here