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फिलीस्तीनी उग्रवादियों द्वारा गाजा से इजराइल की ओर दागे गये रॉकेट फिलीस्तीनी उग्रवादियों द्वारा गाजा से इजराइल की ओर दागे गये रॉकेट   (AFP or licensors)

संत पापा ने इजरायल-हमास युद्ध में शांति और संयम की अपील की

संत पापा फ्राँसिस ने पवित्र भूमि में शांति की अपील की और कहा कि इज़राइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, लेकिन पुष्टि की कि हिंसा न्याय पर बनी स्थायी शांति हासिल करने में मदद नहीं कर सकती।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, बुधवार 11 अक्टूबर 2023 (वाटिकन न्यूज) : बुधवारीय आम दर्शन समारोह में बोलते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने फिलिस्तीन में सक्रिय इस्लामी आतंकवादी संगठन, इज़राइल और हमास के बीच छिड़े युद्ध के लिए अपना "दुख और चिंता" व्यक्त किया।

संत पापा ने मारे गए और घायल हुए कई लोगों के लिए शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मैं उन परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूँ जिन्होंने उत्सव के दिन को शोक के दिन में तब्दील होते देखा है। मैं बंधकों की तत्काल रिहाई की मांग करता हूँ।"

हमास के आतंकवादियों ने शनिवार को इज़राइल के दक्षिणी हिस्से पर एक आश्चर्यजनक हमला किया, जब यहूदी लोग सिमचाट तोराह, या "तोराह की खुशी" का पर्व मना रहे थे।

हमास ने इजराइल में घुसपैठ के दौरान दर्जनों लोगों को बंधक बना लिया और धमकी दी है कि अगर इजराइल ने गाजा पट्टी के भीतर के इलाकों पर हमला किया तो वह उन्हें मार डालेगा।

हिंसा से शांति नहीं मिल सकती

अपनी अपील में, संत पापा फ्राँसिस ने स्वीकार किया कि "खुद का बचाव करना उन लोगों का अधिकार है जिन पर हमला किया गया है।" हालाँकि, उन्होंने "गाजा में फ़िलिस्तीनियों की पूरी घेराबंदी पर चिंता व्यक्त की, जहाँ कई निर्दोष भी पीड़ित हुए हैं।"

इज़राइल ने बिजली, भोजन, पानी और गैस तक पहुंच बंद करने का वादा करते हुए गाजा पर "पूर्ण घेराबंदी" की घोषणा की।

संत पापा ने युद्ध के समाधान तक पहुंचने की उम्मीद में दोनों पक्षों को संयम बरतने के लिए आमंत्रित किया।

उन्होंने कहा, "आतंकवाद और उग्रवाद इजरायलियों और फिलिस्तीनियों के बीच संघर्ष के समाधान तक पहुंचने में मदद नहीं करते हैं, बल्कि नफरत, हिंसा और बदले की भावना को बढ़ावा देते हैं, जिससे दोनों पक्षों को सिर्फ नुकसान ही होगा।"

संत पापा फ्राँसिस ने मध्य पूर्व में शांति के लिए अपनी अपील को भाईचारे और बातचीत के आह्वान के साथ समाप्त किया। उन्होंने कहा, "मध्य पूर्व को युद्ध की नहीं बल्कि शांति की जरूरत है, न्याय, संवाद और भाईचारे के साहस पर बनी शांति।"

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11 October 2023, 15:38