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बच्चों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस बच्चों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस 

बच्चे अपनी खुशी एवं पवित्रता से दुनिया को सिखलाते हैं, पोप

पोप फ्राँसिस ने सोमवार को वाटिकन में 84 देशों के 7,500 बच्चों से मुलाकात की और उनके सहज आनंद और जिस एकता का वे प्रतिनिधित्व करते हैं, उससे सीखने के महत्व पर जोर दिया।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 7 नवंबर 2023 (रेई) : "आइये हम बच्चों से सीखें" विषयवस्तु पर आयोजित एक सभा के दौरान पोप फ्राँसिस ने दुनिया भर से आए बच्चों का वाटिकन के पॉल षष्ठम सभागार में स्वागत किया तथा उनके साथ कुछ समय व्यतीत किये।

बच्चों को संबोधित करते हुए पोप फ्राँसिस ने बच्चों, उनके साथ आए अभिभावकों और कार्यक्रम के आयोजकों, संस्कृति और शिक्षा विभाग के कार्डिनल जोस टॉलेन्टिनो एवं फादर एंज़ो फोर्तुनातो के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कार्यक्रम को संभव बनाया। उन्होंने उन सभी परिवारों और संगठनों को भी धन्यवाद दिया जिनका योगदान इस आयोजन में महत्वपूर्ण था।

बच्चों से सीखें

पोप फ्राँसिस ने अपने संबोधन की शुरुआत "बच्चों से सीखें" विषयवस्तु को स्वीकार करते प्रश्न किया, "क्या बच्चे वे नहीं हैं जिन्हें सीखना चाहिए?"

उन्होंने इस सवाल का जवाब देते हुए बच्चों से सीखने के महत्व पर जोर दिया, क्योंकि वे लगातार दुनिया को मूल्यवान सबक देते हैं।

पोप ने बताया कि बच्चे कैसे जीवन की सुंदरता को अपनी सादगी और एक साथ रहने की खुशी में समाहित करते हैं, जो ईश्वर के दो उपहार हैं जिन्हें संजोकर रखा जाना चाहिए।

उन्होंने जोर देकर कहा, "हमें आपसे सीखने की जरूरत है।" "जब मैं आप सभी से मिलता हूँ तो मुझे हमेशा खुशी होती है क्योंकि आप मुझे हर बार कुछ नया सिखाते हैं।"

पोप फ्राँसिस ने बच्चों को एक साथ कहने का आग्रह किया: "जीवन एक उपहार है! ईश्वर हमसे प्यार करते हैं! हम सभी भाई और बहन हैं!"

एक पारिवारिक सभा

संत पापा ने कहा कि दुनिया के सभी कोनों से बच्चों का यह मिलन समारोह येसु द्वारा प्रदान किए गए "बड़े घर" में भाई-बहनों के पुनर्मिलन की तरह है, जो सभी के लिए सार्वभौमिक कलीसिया के आलिंगन का प्रतीक है।

उन्होंने ऐसा माहौल बनाने के महत्व पर प्रकाश डाला जहां बच्चे, चाहे वे कहीं से भी आए हों, हमेशा स्वागत, प्यार और स्वीकार्यता महसूस करें।

प्रत्येक बच्चे को व्यक्तिगत रूप से बधाई देने की इच्छा व्यक्त करते हुए, पोप फ्रांसिस ने स्वीकार किया कि बड़ी संख्या में उपस्थित होने के कारण यह संभव नहीं होगा, लेकिन उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उनके शब्द और आशीर्वाद हर बच्चे तक और उनके माध्यम से दुनिया भर के अन्य बच्चों तक पहुंचेगा।

इसके बाद पोप फ्राँसिस ने युद्ध, भूख, बीमारी, जलवायु आपदाओं और गरीबी के कारण पीड़ित बच्चों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की।

जीवन का उपहार

पोप ने अपने बाल दर्शकों को हमेशा याद रखने के लिए प्रोत्साहित किया कि जीवन एक सुंदर उपहार है, कि ईश्वर उनसे बहुत प्यार करते हैं, और एक साथ रहना, संवाद करना, बांटना एवं देना एक अद्भुत अनुभव है।

उन्होंने उन्हें धन्य कुँवारी मरियम से प्रार्थना करने की याद दिलाई। उन्होंने कहा, "हमारी माता आपकी मदद करेंगी। आप हमेशा धन्य कुँवारी मरियम से प्रार्थना करें।"

इसके बाद पोप ने बच्चों को अपने प्रश्न सामने रखने हेतु आमंत्रित किया, जो पर्यावरण की देखभाल, शांति स्थापित करने और दुनिया में अच्छा काम करने के तरीके आदि से संबंधित थे।

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07 November 2023, 16:16