पोप : 'फिलिस्तीन और इजराइल के लोगों को शांति से रहने का अधिकार है'

पोप फ्राँसिस ने पवित्र भूमि और यूक्रेन में शांति की अपील करने के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया है तथा प्रार्थना की है कि युद्धों को, मौतों की संख्या में वृद्धि के बजाय बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है।

वाटिकन न्यूज

"हम सभी युद्धों का दर्द महसूस करते हैं।"

पोप फ्राँसिस ने बुधवार को जारी एक वीडियो संदेश में इन्हीं शब्दों के साथ युद्ध के प्रसार और इसके विनाशकारी प्रभावों के लिए दुःख व्यक्त किया।

उन्होंने कहा, "द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद से आज तक दुनिया के कई हिस्सों में युद्ध हुए हैं।" “जब वे हमसे बहुत दूर होते हैं, तो हम उन्हें उतना महसूस नहीं करते हैं। आज दो युद्ध हमारे बहुत करीब हैं: यूक्रेन और पवित्र भूमि, जो हमें प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर कर रहे हैं।”

पोप ने युद्ध के कारण हुई पीड़ा पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “पवित्र भूमि में जो हो रहा है वह बहुत दर्दनाक है। यह बहुत पीड़ादायक है।''

शांति से रहने का अधिकार

पोप फ्राँसिस ने इस बात पर जोर दिया कि फिलिस्तीन और इजराइल के लोगों को "शांति का अधिकार है।"

उन्होंने कहा, "इन दोनों भाइयों को शांति से रहने का अधिकार है।"

इसके बाद उन्होंने सभी को पवित्र भूमि में शांति और बातचीत की प्रबलता के लिए प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित किया।

उन्होंने कहा, "आइए हम पवित्र भूमि में शांति के लिए प्रार्थना करें।" "आइए हम प्रार्थना करें कि कठिनाइयाँ संवाद और बातचीत से स्वयं हल हो जाएँ, न कि हर तरफ मृतकों का पहाड़ खड़ा किया जाए।"

शांति के लिए नोवेना प्रार्थना

पोप के वीडियो संदेश के साथ संत पापा के विश्वव्यापी प्रार्थना नेटवर्क की एक प्रेस विज्ञप्ति भी शामिल थी, जो लोगों को नोवेना में भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है।

“शांति-निर्माता” नोवेना ख्रीस्तीयों को "दुनिया में शांति, और पवित्र भूमि, फिलिस्तीन एवं इजराइल के लिए" प्रार्थना करने हेतु एकजुट करना चाहता है।

फिलिस्तीनियों और इसराइलियों के साथ मुलाकात

इससे पहले, बुधवार के आमदर्शन में, संत पापा ने क्षेत्र में शांति के लिए अपनी अपील दोहराई थी।

उन्होंने कई इस्राएलियों से अलग से मुलाकात की जिनके रिश्तेदारों को गाजा में बंधक बनाया गया है और फिलिस्तीनियों के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की जिनके परिवार गाजा पट्टी में पीड़ित हैं।

संत मर्था के अपने निवास में संत पापा ने सुबह 7:30 इजरायली प्रतिनिधिमंडल के 12 सदस्यों से मुलाकात की।

इसके बाद उन्होंने सुबह करीब आठ बजे संत पॉल षष्ठम के एक कमरे में फिलिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।

फिलिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल जिनके रिश्तेदार गाजा में हैं, उसमें 10 लोग थे, और जिनमें ईसाई और मुस्लिम शामिल थे। उनके साथ गाजा के हॉली फैमिली काथलिक गिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर गाब्रिएल रोमनेली और एक ग्रीक ऑर्थोडॉक्स पुरोहित भी थे।

पोप ने कहा, "वे बहुत दुःखी हैं। मैंने सुना है कि वे दोनों कैसे पीड़ित हैं," "युद्ध के कारण ऐसा हो रहा है।"

उन्होंने अंत में कहा, "आइए हम फिलिस्तीनी लोगों के लिए प्रार्थना करें; आइए हम इजरायली लोगों के लिए प्रार्थना करें, ताकि शांति आ सके।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

23 November 2023, 15:36