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2019.09.23 संत पापा फ्राँसिस ने सिरो-मलंकारा  धर्माध्यक्षों से मुलाकात की 2019.09.23 संत पापा फ्राँसिस ने सिरो-मलंकारा धर्माध्यक्षों से मुलाकात की  (Vatican Media)

खटकी के सिरो-मलंकरा संत एफ़्रेम धर्मप्रांत के नये धर्माध्यक्ष का चुनाव

सिरो-मलंकरा के धर्माध्यक्षों की धर्मसभा ने सिरो-मलंकरा (भारत) के खटकी पुणे के संत एफ़्रेम धर्मप्रांत के नये धर्माध्यक्ष के रूप में फादर मथाई कदाविल, ओ.आई.सी. को चुना है, जिस पर संत पिता ने अपनी सहमति दी।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, मंगलवार 12 दिसंबर 2023 : सिरो-मलंकरा के धर्माध्यक्षों की धर्मसभा ने सिरो-मलंकरा (भारत) के खटकी के संत एफ़्रेम धर्मप्रांत के नये धर्माध्यक्ष के रूप में फादर मथाई कदाविल, ओ.आई.सी. को चुना है, जो वर्तमान में ख्रीस्त के अनुकरण धर्मसमाज के सुपीरियर जनरल हैं, जिस पर संत पिता ने अपनी सहमति दी।

संक्षिप्त जीवनी

फादर मथाई कदाविल का जन्म 21 दिसंबर 1963 को कन्नाथुनाडु में हुआ था। सिरो-मलंकरा कलीसिया के ख्रीस्त के अनुकरण धर्मसमाज में प्रवेश करने के बाद, 15 मई 1981 को उन्होंने अपना पहला मन्नत लिया। उन्होंने पुणे में ज्ञान दीपा विद्यापीठ में दर्शनशास्त्र और धर्मशास्त्र का अध्ययन किया और 9 अक्टूबर 1989 को उनका पुरोहिताभिषेक किया गया।

 एक पुरोहित के रूप में, उन्होंने एक वर्ष के लिए पोस्टुलेंट के उप-रेक्टर का पद संभाला। 1990 से 1995 तक, उन्होंने सिरो-मलंकरा के तिरुवल्ला महाधर्मप्रांत में पल्ली पुरोहित के साथ-साथ, मलंकारा काथलिक युवा प्रेरिताई के धर्मप्रांतीय निदेशक के रूप में मंत्रालय का कार्य किया। साथ ही वह अपने धार्मिक संस्थान के बेथनी प्रकाशन प्रकाशन गृह और बेथनी बुक सेंटर के प्रबंधन के लिए भी जिम्मेदार थे।              

 इसके बाद उन्होंने काथलिक यूनिवर्सिटी ऑफ ल्यूवेन (बेल्जियम) में अपनी पढ़ाई जारी रखी, जहां उन्होंने 2002 में धर्मशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। अपनी मातृभूमि में लौटने पर उन्होंने एक साल के लिए प्री-नोविटिएट में फिर से काम किया। 2003 से 2006 तक वह बॉम्बे-पूणे मिशनों पर विशेष ध्यान देने वाले प्रांतीय सलाहकार थे। 2006 से 2009 तक वह दो पल्लियों के पल्ली पुरोहित थे और 2009 से 2015 तक प्रांतीय सुपीरियर के रुप में अपनी सेवा दी। 2011 से 2017 तक वह केरल काथलिक धर्माध्यक्षीय काउंसिल के थियोलॉजिकल कमीशन के सचिव थे। सिरो-मलंकरा कलीसिया के धर्मसभा आयोगों में, विशेष रूप से वह 2018 से मलंकरा धर्मशास्त्र के लिए धर्मसभा आयोग के सचिव रहे हैं। 2017 से 2020 तक, उन्होंने मलंकारा मेजर सेमिनरी, तिरुवनंतपुरम में प्रोफेसर और रेजिडेंट ट्रेनर के पद पर कार्य किया। 2021 में उन्हें ख्रीस्त के अनुकरण धर्मसमाज का सुपीरियर जनरल चुना गया।   

इन्होंने अंग्रेजी और मलयालम में चार पुस्तकें और लगभग 130 लेख लिखा है। वे संस्कृत, सिरिएक, जर्मन और फ्रेंच भाषाएँ भी जानते हैं।

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12 December 2023, 15:52