संत पापा फ्राँसिस प्राचीन रोमन आइकन 'मारिया सालुस पोपुली रोमानी' के चरणों में संत पापा फ्राँसिस प्राचीन रोमन आइकन 'मारिया सालुस पोपुली रोमानी' के चरणों में   (ANSA)

संत पापा धन्य कुँवारी मरिया के प्राचीन रोमन प्रतीक पर सोने का गुलाब चढ़ायेंगे

माता मरियम के निष्कलंक गर्भागमन के पर्व पर, संत पापा फ्राँसिस प्राचीन रोमन आइकन 'मारिया सालुस पोपुली रोमानी' के चरणों में एक सुनहरा गुलाब चढ़ाकर सम्मानित करेंगे।

वाटिकन न्यूज़

वाटिकन सिटी, मंगलवार 05 दिसम्बर 2023 : संत पापा फ्राँसिस माता मरियम के निष्कलंक गर्भागमन के पर्व पर संत मरिया मेजर महागिरजाघर में सालुस पोपुली रोमानी (रोम वासियों की संरक्षिका माता मरियम) के आइकन के सामने सुनहरा गुलाब अर्पिक कर माता मरियम को सम्मानित करेंगे। वे इस ऐतिहासिक कार्य को पूरा करने के लिए 8 दिसंबर को संत मरिया मेजर महागिरजाघर का दौरा करेंगे, जो 400 वर्षों में नहीं किया गया है।

पारंपरा के अनुसार संत पापा दोपहर में, रोम के केंद्रीय पियाज़ा दी स्पानिया में माता मरियम के निष्कलंक गर्भाधान की प्रतिमा के समक्ष वंदना करेंगे। उस दौरे से ठीक पहले, वे संत मरिया मेजर महागिरजाघर जायेंगे और 'मारिया सालुस पोपुली रोमानी' के चरणों में एक सुनहरा गुलाब चढ़ाकर सम्मानित करेंगे।

एक प्राचीन उपहार

सुनहरे गुलाब की प्रथा प्राचीन हैं, यह संत पापा के आशीर्वाद का प्रतीक है और इस उपहार की परंपरा मध्य युग से चली आ रही है। सदियों से, यह मठों, तीर्थस्थलों और प्रमुख हस्तियों को आस्था और आम भलाई के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की मान्यता में दिया जाता रहा है।

संत मरिया मेजर महागिरजाघर द्वारा जारी एक बयान में सालुस पोपुली रोमानी को गुलाब का उपहार देने में बताया गया है, "संत पापा फ्राँसिस इस आइकन के आध्यात्मिक महत्व और काथलिक कलीसिया के जीवन इसके गहन अर्थों पर प्रकाश डालते हैं। यह सबसे पुराना भी है पश्चिम में मेरियन तीर्थस्थल ईश्वर की माता को समर्पित है।"

दो मिसालें

यह पहली बार नहीं होगा जब आइकन को सुनहरा गुलाब दिया गया है। पहला उपहार 1551 में संत पापा जूलियुस तृतीय द्वारा दिया गया था, जो सालुस पोपुली रोमानी के प्रति गहराई से समर्पित थे। यह संत मरिया मेजर महागिरजाघर में चरणी की वेदी पर संत पापा ने अपना पहला पवित्र मिस्सा समारोह का अनुष्ठान किया था।

1613 में, संत पापा पॉल पंचम ने प्रतिष्ठित आइकन के अनुवाद के अवसर पर इसे बनाए गए नए बोर्गीस प्रार्थनालय में एक सुनहरा गुलाब अर्पित किया।

संत मरिया मेजर महागिरजाघर में दोनों परमाध्यक्षों द्वारा दिये किए गए दो सुनहरे गुलाबों का कोई निशान नहीं बचा है, जो संभवतः परमाध्यक्ष के राज्यों पर नेपोलियन के आक्रमण (टॉलेंटिनो की संधि, 1797) के दौरान खो गए।

इसलिए, 400 वर्षों के बाद, बयान में कहा गया, "संत पापा फ्राँसिस ने काथलिक कलीसिया और रोम शहर के बीच सहस्राब्दी बंधन को मजबूत करते हुए, प्रतिष्ठित आइकन के प्रति अपनी भक्ति का एक ठोस संकेत देने का विकल्प चुना है।"

एक ऐतिहासिक संकेत

संत मरिया मेजर महागिरजाघर के आयुक्त, महाधर्माध्यक्ष रोलांदास मक्रिकास ने इस उपहार के लिए अपनी खुशी व्यक्त की।

उन्होंने कहा, "सुनहरे गुलाब का उपहार एक ऐतिहासिक संकेत है जो स्पष्ट रूप से ईश्वर की मां के साथ संत पापा फ्राँसिस के गहरे बंधन को व्यक्त करता है, जिन्हें सालुस पोपुली रोमानी के नाम से इस महागिरजाघर में भक्ति की जाती है। विश्वासी धन्य कुँवारी मरिया के प्रति अपने आध्यात्मिक और भक्तिपूर्ण बंधन में और भी अधिक मजबूत होंगे। सालुस पोपुली रोमानी से, हम पूरी दुनिया के लिए शांति का उपहार मांगते हैं।"

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05 December 2023, 15:31