पोप ने असीसी के धर्माध्यक्ष को 'इकोनोमी ऑफ फ्राँचेस्को' का प्रमुख नियुक्त किया
वाटिकन न्यूज
5 दिसंबर की तारीख के साथ सोमवार को जारी अपने पत्र में, पोप ने 'इकोनोमी ऑफ फ्राँचेस्को' की आयोजन समिति के सदस्यों को संबोधित किया है, जिसमें अर्थशास्त्री लुइजीनो ब्रूनी और सेराफिको इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष फ्रांसेस्का दी माओलो शामिल हैं।
'इकोनोमी ऑफ फ्राँचेस्को' एक आंदोलन है, जिसमें 35 वर्ष से कम आयु के अर्थशास्त्री, उद्यमी, कार्यकर्ता और टिकाऊ अर्थव्यवस्था प्रवर्तक शामिल हैं, असीसी के संत फ्रांसिस से प्रेरित है और इसका उद्देश्य "मानवीय चेहरे" के साथ शांति की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।
पुनर्नियुक्ति, समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने के लिए गठित विभाग के सहयोग से परियोजना के संगठनात्मक दिशानिर्देशों के समन्वय में महाधर्माध्यक्ष सोरेंतिनो की पुष्टि करती है।
स्थानीय धर्माध्यक्ष को आंदोलन सौंपना
पोप फ्राँसिस ने कलीसिया के साथ इसके विशेष संबंध पर जोर दिया है जिसने इकोनॉमी ऑफ फ्रांसेस्को की स्थापना के बाद से ही इसकी मेजबानी की है।
पोप के पत्र में लिखा, "स्थानीय कलीसिया के साथ बनाए गए संबंध को ध्यान में रखते हुए, जिसने शुरू से ही इकोनॉमी ऑफ फ्रांसेस्को की पहल की मेजबानी की है," इसलिए मैं पूरी परियोजना को असीसी-नोचेरा उम्ब्रा के धर्माध्यक्ष की प्रेरितिक देखभाल को सौंपता हूँ। ताकि, वे एक सक्षम प्राधिकारी के रूप में, इसे उचित कानूनी दर्जा देने के लिए आवश्यक चीजें प्रदान कर सकें, यदि आवश्यक हो, तो उचित उपाय और मानदंड जारी कर सकें। वे ही कलीसियाई कानून के अनुसार इकोनॉमी ऑफ फ्रांसेस्को की निगरानी करेंगे।”
पोप ने स्पष्ट किया कि समग्र मानव विकास के लिए गठित विभाग “परमधर्मपीठीय धर्मशिक्षा (पोंतिफिकल मजिस्तेरियुम) और कलीसिया के धर्मसिद्धांत से संबंधित मामलों में आंदोलन को सहयोग देना जारी रखेगा।”
युवाओं के सपने
पोप फ्रांसिस ने पहल के संगठनात्मक और शासनात्मक पहलुओं को आकार देने में विभिन्न वैश्विक क्षेत्रों के सक्रिय युवाओं की भागीदारी को भी स्वीकार किया।
उन्होंने समिति से आग्रह करते हुए कहा, “इसलिए मैं आपसे यह समझाने के लिए कहता हूँ कि युवा क्या सपना देख रहे हैं और उसे आगे बढ़ा रहे हैं।''
पोप ने समिति के सदस्यों के कार्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया और अपने लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया।
अर्थव्यवस्था का नवीनीकरण
महाधर्माध्यक्ष सोरेंतिनो ने आंदोलन और आयोजन समिति के काम में उनके विश्वास के लिए आभार व्यक्त करते हुए पोप के पत्र का जवाब दिया।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि उचित समय पर इस प्रक्रिया को, जिसमें दुनिया भर के कई युवा उत्साह और दक्षता के साथ लगे हुए हैं, अर्थव्यवस्था के समग्र नवीनीकरण हेतु एकजुटता, न्याय और पर्यावरण के प्रति सम्मान की सफलता मिलेगी जिसका वह हकदार है।"
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