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ते देयुम प्रार्थना समारोह की अगुवाई करते हुए संत पापा फ्राँसिस ते देयुम प्रार्थना समारोह की अगुवाई करते हुए संत पापा फ्राँसिस  (ANSA)

नववर्ष में हम अपना जीवन ईश्वर की माता को समर्पित करें, संत पापा

ईश्वर की माता मरियम का जश्न मनाते हुए नए साल में संत पापा फ्राँसिस ने विश्वासियों से "इस आने वाले वर्ष को ईश्वर की माता को सौंपने" और अपने जीवन को उन्हें समर्पित करने का आह्वान किया। इस दिन कलीसिया विश्व शांति दिवस भी मनाती है।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, सोमवार 01 जनवरी 2024  (रेई) : काथलिक कलीसिया वर्ष के पहले दिन को ईश्वर की माँ मरियम का महापर्व और विश्व शांति दिवस मनाती हैं, इस वर्ष 57वां संस्करण है। अपने 2024 विश्व शांति दिवस संदेश में, संत पापा फ्राँसिस ने "कृत्रिम बुद्धिमत्ता और शांति" विषय पर विचार किया है। इसी के मद्देनजर संत पापा फ्राँसिस ने सोशल मीडिय के एक्स पर ट्वीट किया जो इस प्रकार हैः

1ला ट्वीट : “आज हम "कृत्रिम बुद्धिमत्ता और शांति" थीम के साथ 57वां विश्व शांति दिवस मना रहे हैं। आइए, हम सब मिलकर प्रार्थना करें कि ये नई प्रौद्योगिकियां हमारे मानव परिवार की सेवा कर सकें और हमें भाईचारे का मार्ग बनाने में मदद करें”। # डब्य्यूडीपी2024 @vaticanihd

2रा ट्वीट : “हमारा समय शांति से रहित है और हमें अपने मानव परिवार को फिर से एकजुट करने के लिए एक माँ की आवश्यकता है। आइए, हम मरियम से एकता की निर्माता बनने की उम्मीद करें। एक माँ जो अपने बच्चों की देखभाल करती है, हम उसकी रचनात्मकता के साथ ऐसा कर सकते हैं। वह हमें एकत्रित करती है और सांत्वना देती हैं।”

3रा ट्वीट : “हम सभी में कमियाँ, अकेलापन और ख़ालीपन है जिन्हें भरना ज़रूरी है। जब हम अपने आप में पीछे हटने केी परीक्षा में पड़ते हैं, तो आइए, हम परिपूर्णता की माँ मरियम के पास जाएँ। जब हम अपने जीवन की गांठें नहीं सुलझा पाते, तो आइए हम उसकी शरण लें।”

4वां ट्वीट : “दुनिया को शांति पाने के लिए, हिंसा और नफरत से मुक्त होने के लिए माताओं और महिलाओं की ओर देखने की जरूरत है। प्रत्येक समाज को प्रत्येक महिला का सम्मान, सुरक्षा और महत्व देने की आवश्यकता है, यह जानते हुए कि जो कोई भी एक महिला को नुकसान पहुंचाता है वह ईश्वर का अपमान करता है, जो एक महिला से पैदा हुआ था।”

5वां ट्वीट : “हम नए साल को ईश्वर की माता को सौंपते हैं। हम अपना जीवन उसे समर्पित कर सकते हैं। अपनी कोमलता में, वह जानती है कि जीवन की पूर्णता को कैसे प्रकट किया जाए, क्योंकि वह हमें सभी युगों के समय की पूर्णता, येसु की ओर ले जाएगी। यह वर्ष प्रभु की सांत्वना से भरा हो।”

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01 January 2024, 15:50