पोप फ्रांसिस : युद्ध मानवता के विरूद्ध अपराध है
वाटिकन न्यूज
युद्ध से पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना का आह्वान करते हुए पोप ने कहा, “आइए, हम उन लोगों को न भूलें जो दुनिया के कई हिस्सों में, विशेषकर यूक्रेन, फ़िलिस्तीन और इज़राइल में युद्ध की क्रूरता झेलते हैं। वर्ष की शुरुआत में हमने शांति की कामना की, लेकिन हथियारों से हत्या और विनाश जारी रहा।”
तब विश्व के नेताओं से अपील करते हुए पोप ने कहा, “हम प्रार्थना करते हैं कि जिनके पास इन संघर्षों पर अधिकार है वे इस तथ्य पर विचार करें कि युद्ध हल करने का तरीका नहीं है, क्योंकि यह नागरिकों के बीच मौत का बीजारोपण करता है और शहरों एवं बुनियादी ढांचों को नष्ट कर देता है।” दूसरे शब्दों में, आज युद्ध स्वयं मानवता के विरुद्ध एक अपराध है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए: युद्ध अपने आप में मानवता के विरुद्ध एक अपराध है। लोगों को शांति चाहिए! विश्व को शांति की आवश्यकता है!
संत पापा ने येरूसालेम में पवित्र भूमि के संरक्षक फादर फाल्टस के विचारों का समर्थन किया जिन्होंने शांति के लिए शिक्षा देने की बात कही है। संत पापा ने कहा, “हमें शांति के लिए शिक्षित करने की जरूरत हैं। हम देखते हैं कि अभी तक हमारे पास - पूरी मानवता के पास - हर युद्ध को रोकने के लिए पर्याप्त शिक्षा नहीं है। आइए हम हमेशा इस अनुग्रह के लिए प्रार्थना करें: शांति के लिए शिक्षा देना।
देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने देश-विदेश से आये सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया।
उन्होंने कहा, “मैं आप सभी, रोमवासियों और इटली तथा विश्व के अनेक भागों से आनेवाले तीर्थयात्रियों को नमस्कार करता हूँ। विशेष रूप से, मैं स्पेन में विलारासा के हरमंदाद सैक्रामेंटल दी नॉस्त्रा सिन्योरा दी लॉस रेमेडियोस के सदस्यों को बधाई देता हूँ।”
उसके बाद कोलंबिया के लोगों की याद करते हुए उन्होंने कहा, “आइए हम कोलंबिया में हुए भूस्खलन के पीड़ितों के लिए प्रार्थना करना न भूलें, जिसमें कई लोग मारे गए।”
अंत में, संत पापा ने कहा, “मैं आप सभी को शुभ रविवार की शुभकामनाएँ देता हूँ। कृपया मेरे लिए प्रार्थना करना न भूलें। फिर मिलेंगे।”
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