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इतालवी टीवी कार्यक्रम "के टेम्पो के फा" पर एक साक्षात्कार में संत पापा फ्राँसिस इतालवी टीवी कार्यक्रम "के टेम्पो के फा" पर एक साक्षात्कार में संत पापा फ्राँसिस  (ANSA)

संत पापा फ्राँसिस: युद्ध में वृद्धि मुझे भयभीत करती है

एक इटालियन टीवी कार्यक्रम में एक साक्षात्कार में, संत पापा फ्राँसिस ने युद्ध में वृद्धि के खतरे पर अफसोस जताया। उनहोंने कहा कि उनकी इस्तीफा देने की कोई योजना नहीं है, पोलिनेशिया और अर्जेंटीना के लिए प्रेरितिक यात्राओं की घोषणा की और 'फिदुचा सुपलिकांस' पर विचार करते हुए कहा, "प्रभु सभी को आशीर्वाद देते हैं ,हर कोई को।"

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, सोमवार 15 जनवरी 2024 : सभी के लिए आशीर्वाद, यहां तक कि "अनियमित" जोड़ों के लिए भी, जैसे ईश्वर "हर किसी को, हर किसी को, हर किसी को आशीर्वाद देते हैं।"  सैन्य वृद्धि और युद्ध के अपराध के "डर" ने उनके बच्चों की मुस्कान छीन ली है;। संत पापा ने इस बात की पुष्टि कि उनका इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं है और दो यात्राओं की घोषणा: अगस्त में पोलिनेशिया की और साल के अंत तक अपने मूल अर्जेंटीना की प्रेरितिक यात्रा की घोषणा। ये कुछ विषय हैं जिन्हें संत पापा फ्राँसिस ने इतालवी टीवी कार्यक्रम "के टेम्पो के फा" पर एक साक्षात्कार में संबोधित किया था, जो रविवार, 14 जनवरी को प्रसारित हुआ था।

संत पापा ने विश्वास के सिद्धांत के लिए गठित विभाग के “फिदुचा सुपलिकांस” (“विश्वास के साथ याचना करना”) दस्तावेज़ के बारे में एक सवाल का जवाब दिया, जो समान-लिंग वाले जोड़ों सहित "अनियमित" स्थितियों में जोड़ों को आशीर्वाद देने की संभावना को खोलता है और जिसने विभिन्न प्रतिक्रियाएं प्राप्त की हैं।

उन्होंने पुनः पुष्टि की कि "ईश्वर हर किसी को, हर किसी को, हर किसी को आशीर्वाद देते हैं।"

संत पापा ने कहा, "हमें इन लोगों का हाथ पकड़ना चाहिए, न कि शुरू से ही उनकी निंदा करनी चाहिए।"

उन्होंने कहा, यह "कलीसिया का प्रेरितिक कार्य है," इसे पापस्वीकार पीठिका पर बैठने वाले सभी पुरोहितों के लिए एक "महत्वपूर्ण" कार्य कहा, जिन्हें "सब कुछ माफ करने" के लिए कहा जाता है।

संत पापा ने खुलासा किया कि उन्होंने स्वयं - पुरोहिताई के 54 वर्षों में - केवल एक बार "व्यक्ति के पाखंड के कारण" क्षमा से इनकार किया था।

संत पापा फ्राँसिस ने जोर देकर कहा, "ईश्वर हमारे पापों से शर्मिंदा नहीं हैं, क्योंकि वे एक पिता हैं और वे हमारा साथ देते हैं," उन्होंने आशा व्यक्त की कि नरक खाली हो सकता है।

संत पापा ने युद्ध की भयावहता की अपनी निंदा दोहराई, जैसा कि उन्होंने मध्य पूर्व में संघर्ष के इन महीनों और यूक्रेन में युद्ध के इन वर्षों में अक्सर किया है। उन्होंने कहा, "यह सच है कि शांति स्थापित करना जोखिम भरा है, लेकिन युद्ध उससे भी अधिक जोखिम भरा है।"

संत पापा ने पिछले बुधवार को यूक्रेन के बच्चों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “उनमें से कोई भी मुस्कुरा नहीं रहा था, बच्चे अनायास मुस्कुराते हैं।  मैंने उन्हें चॉकलेट दी तब भी वे मुस्कुराए नहीं। वे मुस्कुराना भूल गए हैं। एक बच्चे के लिए मुस्कुराना भूल जाना आपराधिक है। युद्ध यही करता है: यह सपना देखने से रोकता है।"

रोम के धर्माध्यक्ष ने ज़ोर देकर कहा "युद्धों के पीछे हथियारों का व्यापार है।" उन्होंने संघर्ष के विस्तार के बारे में अपना डर भी साझा किया: "यह सैन्य वृद्धि मुझे डराती है, क्योंकि दुनिया में सैन्य कदमों का इस तरह से आगे बढ़ना आश्चर्यचकित करता है कि हमारा अंत कैसे होगा। अब परमाणु हथियारों के साथ, जो सब कुछ नष्ट कर देते हैं। हम कैसे समाप्त होंगे।" नूह के जहाज़ की तरह? यह मुझे डराता है: आज मानवता के पास आत्म-विनाश की क्षमता है।"

साक्षात्कार में, संत पापा फ्राँसिस ने प्रवासियों के मुद्दे को भी संबोधित किया, कैमरून के एक युवा व्यक्ति पाटो के साथ अपने आलिंगन को याद करते हुए, जिसने ट्यूनीशिया और लीबिया के बीच रेगिस्तान में अपनी पत्नी और बेटी को खो दिया था। संत पापा ने  पिछले नवंबर को अपने निवास कासा सांता मार्था में उनका स्वागत किया था।

उन्होंने कहा, "इन प्रवासियों के घर छोड़ने से लेकर यूरोप पहुंचने तक उनके साथ व्यवहार में बहुत क्रूरता होती है।" "हर किसी को अपने घर में रहने या प्रवास करने का अधिकार है।"

संत पापा ने एक "सुविचारित" प्रवासन नीति का आह्वान किया जो "प्रवासियों की समस्या को हाथ में लेने" और "प्रवासियों का शोषण करने वाले इन सभी माफिया को खत्म करने" में मदद करती है।

संत पापा फ्राँसिस ने परमाध्यक्षीय पद से अपने संभावित इस्तीफे के बारे में एक सवाल का जवाब दिया।

उन्होंने कहा, "यह न तो कोई विचार है, न चिंता है और न ही इच्छा है। यह एक संभावना है, सभी परमाध्यक्ष के लिए खुली है, लेकिन फिलहाल यह मेरे विचारों, चिंताओं और,मेरी भावनाओं के केंद्र में नहीं है।"

संत पापा ने तब दो यात्राओं की घोषणा की जो इस वर्ष के दौरान होनी चाहिए: एक अगस्त में पोलिनेशिया के देशों के लिए और एक वर्ष के अंत में अपने मूल अर्जेंटीना के लिए प्रेरितिक यात्रा।

संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "अभी देश के लिए एक कठिन समय है। साल के दूसरे भाग में यात्रा करने की संभावना है, क्योंकि अब सरकार बदल गई है; नई चीजें हैं... मैं वहाँ जाना चाहता हूँ दस साल हो गये। मैं जा सकता हूँ।"

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15 January 2024, 15:14