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पारम्परिक परिधान में देवदूत प्रार्थना में भाग लेते विश्वासी पारम्परिक परिधान में देवदूत प्रार्थना में भाग लेते विश्वासी  (VATICAN MEDIA Divisione Foto)

पोप ने ईरान में आतंकी हमले एवं विश्व शांति के लिए प्रार्थना की

संत पापा फ्राँसिस ने प्रभु प्रकाश महापर्व के अवसर पर शनिवार को, ईरान में आतंकवादी हमले के पीड़ितों के लिए प्रार्थना की, जिसमें लगभग 90 लोग मारे गए, साथ ही उन्होंने विनाशकारी युद्धों की भी याद की जो हमारी दुनिया को तबाह कर रहे हैं।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, शनिवार, 6 जनवरी 2024 (रेई) : देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने विश्वासियों का अभिवादन किया एवं संत पापा पौल छटवें एवं येरूसालेम के प्राधिधर्माध्यक्ष अथनागोरस की मुलाकात के 60 साल पूरा होने की याद की।

संत पापा ने कहा, “60 साल पहले, इन्हीं दिनों, संत पापा पॉल छटवें और ख्रीस्तीय एकतावर्धक वार्ता के प्राधिधर्माध्यक्ष एथेनगोरस ने, येरूसालेम में मुलाकात की थी, जिसने संपर्क न कर पाने की उस दीवार को तोड़ दिया गया था, जो काथलिकों और ऑर्थोडॉक्स कलीसियाओं को अलग रखी थी।”

शांति के लिए प्रार्थना का आह्वान

संत पापा ने कहा, “आइए, हम ख्रीस्तीय एकता के मार्ग पर कलीसिया के उन दो महान लोगों के आलिंगन से, एक साथ प्रार्थना करना, एक साथ चलना, एक साथ काम करना सीखें।”

और येरूसालेम में भाईचारे के उस ऐतिहासिक चिन्ह के बारे में सोचते हुए, हम शांति के लिए, मध्य पूर्व में, फिलिस्तीन में, इज़राइल में, यूक्रेन में, पूरे विश्व में शांति के लिए प्रार्थना करें। युद्धों के कारण इतने सारे पीड़ित लोग, इतनी सारी मौतें, इतने विनाश की याद करते हुए... आइए, हम शांति के लिए प्रार्थना करें।”

ईरान

संत पापा ने ईरान के लोगों के प्रति अपना सामीप्य व्यक्त किया, खासकर, करमान में हुए आतंकवादी हमले के असंख्य पीड़ितों के परिवारों, घायलों और इस अत्यन्त दर्दनाक घटना से प्रभावित सभी लोगों की याद की।

मिशनरी बालकपन दिवस

प्रभु प्रकाश पर्व के दिन मिशनरी बालकपन दिवस मनाया जाता है। संत पापा ने सभी मिशनरी बच्चों का अभिवादन करते हुए कहा, “मैं पूरी दुनिया के मिशनरी बच्चों और युवाओं का अभिवादन करता हूँ, मैं प्रार्थना के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और सुसमाचार की घोषणा के लिए ठोस समर्थन और विशेष रूप से मिशन भूमि में युवाओं के प्रचार के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूँ। आप सभी को बहुत-बहुत शुक्रिया!”

उसके बाद संत पापा ने जूलूस में भाग लेनेवालों को सम्बोधित कर कहा, मैं ऐतिहासिक-लोककथात्मक जुलूस में भाग लेनेवालों का खुशी से स्वागत करता हूँ, जो इस वर्ष तायबर नदी घाटी के क्षेत्र, उसके मानवीय और धार्मिक मूल्यों के लिए समर्पित है।

संत पापा ने जर्मनी एवं अन्य देशों के विश्वासियों का अभिवादन करते हुए वारसाव और पोलैंड के कई शहरों में होने वाले तीन राजाओं के महान जुलूस में भाग लेने वालों को अपना आशीर्वाद दिया।

और अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को पुनः एक बार प्रभु प्रकाश महापर्व की शुभकामनाएँ दीं।

 

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06 January 2024, 14:59