ख्रीस्तयाग अर्पित करते संत पापा फ्राँसिस ख्रीस्तयाग अर्पित करते संत पापा फ्राँसिस  (ANSA)

जनवरी एवं फरवरी में पोप फ्राँसिस के धर्मविधिक कार्यक्रम

वाटिकन ने जनवरी और फरवरी में संत पापा फ्राँसिस के धर्मविधिक कार्यक्रमों की सूची प्रकाशित की है, जिसमें अर्जेंटीना की धन्य मरिया अंतोनिया की संत घोषणा भी शामिल है।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 9 जनवरी 2024 (रेई) : वाटिकन ने जनवरी और फरवरी में संत पापा फ्राँसिस के धर्मविधिक कार्यक्रमों की सूची प्रकाशित की है, जिसमें अर्जेंटीना की धन्य मरिया अंतोनिया की संत घोषणा भी शामिल है।   

पोप फ्राँसिस सामान्य काल के छठे रविवार, 11 फरवरी को संत पेत्रुस महागिरजाघर में अर्जेंटीना की धन्य मरिया अंतोनिया को संत घोषित करेंगे।

संत जोसेफ की धन्य मरिया अंतोनिया ने 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में स्पेन से येसु समाजियों को निष्कासित किये जाने के बाद, संत इग्नासियुस की परंपरा में आध्यात्मिक साधना को बढ़ावा देने में अपना अधिकांश जीवन बिताया। अगस्त 2016 में पोप फ्राँसिस द्वारा उन्हें धन्य घोषित किया गया था।

धन्य मरिया अंतोनिया को संत घोषित करना अगले कुछ हफ्तों में पोप के धर्मविधिक कार्यक्रमों के व्यस्त कार्यक्रम का हिस्सा होगा।

जनवरी और फरवरी में पोप के धार्मिक कार्यक्रम

सामान्य काल के तीसरे रविवार, 21 जनवरी को, संत पापा फ्राँसिस ईश वचन रविवार मनाने के लिए ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे, जिसकी स्थापना उन्होंने 2019 में की थी।

उस सप्ताह के अंत में, 25 जनवरी को, संत पौलुस के मन-परिवर्तन पर्व के अवसर पर, संत पापा फ्राँसिस ख्रीस्तीय एकता के लिए प्रार्थना सप्ताह का समापन, संत पौल महागिरजाघर में संध्या वंदना के साथ करेंगे।

इस वर्ष का प्रार्थना सप्ताह, ख्रीस्तीयों को बाइबिल के उस पाठ पर चिंतन करने के लिए आमंत्रित करता है जिसमें कहा गया है, "अपने प्रभु ईश्वर को अपने सारे हृदय से ... और अपने पड़ोसी को अपने समान प्यार करो।" (लूका 10:27)

2 फरवरी को प्रभु के मंदिर में समर्पण महापर्व के अवसर पर वे संत पेत्रुस महागिरजाघर में समारोही ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे। उसी दिन 28वाँ विश्व समर्पित जीवन दिवस मनाया जाएगा, जिसमें धर्मसमाजी एवं प्रेरितिक जीवन के लिए समर्पित संस्थाओं के सदस्य भी भाग लेंगे।  

संत पापा फ्राँसिस पुनः इस बार भी रोम के अवेंटीन पहाड़ी पर राख बुधवार की धर्मविधि का नेतृत्व करेंगे।

वे संत सबीना महागिरजाघर से चालीसा काल की शुरूआत करने की परम्परा जिसको संत पापा जोन 23वें ने पुनः स्थापित की थी जारी रखेंगे।

धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत संत अंसेल्म गिरजाघर में होती है, जहां स्थानीय विश्वासी समुदाय पश्चाताप जुलूस से पहले संत सबीना के पारंपरिक स्टेशन गिरजाघर में इकट्ठा होते है, जहां राख की आशीष एवं माते पर राख लगाने के साथ सामूहिक प्रार्थना की जाती है।

 

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09 January 2024, 17:08